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Budget 2024: महिलाओं को नहीं लुभा पाया बजट, सालाना 3 लाख से अधिक कमाई पर भी देना होगा टैक्स
Budget 2024: मोदी सरकार 2024 का बजट इस बार महिलाओं के मन को नहीं भाया है। उन्होंने इसे लेकर मिलीजुली प्रतिक्रिया दी है।
Budget 2024: मोदी सरकार 2024 का बजट इस बार महिलाओं के मन को नहीं भाया है। उन्होंने इसे लेकर मिलीजुली प्रतिक्रिया दी है। कुछ महिलाओं ने बजट की सराहना की तो कुछ ने कहा कि बजट इस बार उतना अच्छा नहीं आया जितनी हमने उससे अपेक्षा की थी। वहीं, कुछ महिलाओं ने यह भी कहा कि अब तीन लाख से ऊपर की सालाना इनकम में भी सरकार को टैक्स देना पड़ेगा यह स्लैब कुछ हद तक निराश करने वाला है।
पहले जानते हैं नए टैक्स स्लैब
- 3 लाख की आय तक कोई टैक्स नहीं
- 3 से 7 लाख तक 5% टैक्स
- 7 से 10 लाख तक 10% टैक्स
- 10 से 12 लाख तक 15% टैक्स
- 12 से 15 लाख तक 20% टैक्स
- 15 लाख से अधिक 30% टैक्स
महिलाओं ने दी ये प्रतिक्रिया
यह बजट बहुत अच्छा नहीं कहा जा सकता है। इसमें अभी कई सारी बातें सामने आए तो और जानकारी मिले। फिलहाल तो इसमें 3 लाख के ऊपर इनकम वाले लोगों को भी टैक्स देना पड़ेगा ये थोड़ा निराश करने वाली बात है। - रोली गोस्वामी
बजट में आम आदमी के लिए कुछ खास नहीं है। आम आदमी को हर साल बजट से बहुत उम्मीदें रहती हैं। बजट उनकी जीवन शैली पर भी प्रभाव डालता है। हालांकि इस बार बजट बहुत ज्यादा बेहतर नहीं है। - पूजा गोस्वामी
गैस सिलेंडर के दाम कम होने की घोषणा की गई है। यह राहत देने वाली बात है। आए दिन बढ़ते दामों की वजह से परेशानियां बढ़ती थी। इसके दाम कम होने से कुछ हद तक राहत मिलेगी। - रूपा श्रीवास्तव
टैक्स स्लैब में बदलाव किया गया है। महिलाओं के लिए कुछ बेहतर नहीं दिख रहा है। बजट में दावे कई हैं। अब जमीनी स्तर पर उनका असर दिखे तो कुछ बात बने। - रीना सिंह
प्राकृतिक खेती को बढ़ावा देने की बात की जा रही है। अगर ऐसा होता है तो देश के किसानों को इसका सीधा लाभ मिलेगा और उनकी लागत भी फसलों में कम लगेगी। यह कहीं न कहीं सभी के लिए फायदेमंद होगा। - लक्ष्मी श्रीवास्तव
प्राकृतिक खेती से देश की जनता को अच्छा राशन मिल सकेगा। किसानों के लिए भी यह मददगार होगी और फसलों की गुणवत्ता भी अच्छी रहेगी इसलिए इस बजट को बेहतर कहा जा सकता है। - प्रभा पांडेय
सोना चांदी और प्लैटिनम के सस्ता होने की बात कही जा रही है। अगर ऐसा होता है तो यह काफी अच्छा होगा। अब आम आदमी को खरीददारी करने के लिए जेब थोड़ी कम ढीली करनी पड़ेगी। यह सराहनीय फैसला कहा जा सकता है। - मांडवी गुप्ता