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BBAU News: एनसीसी कैडेट्स को वितरित किए गए प्रमाण पत्र, बाल श्रम निषेध दिवस पर हुआ वेबिनार
BBAU: समारोह में 67 यूपी बटालियन के कमान अधिकारी कर्नल पुनीत श्रीवास्तव ने कुल 43 उत्तीर्ण कैडेटों को प्रमाण पत्र प्रदान किया। कर्नल पुनीत श्रीवास्तव ने कहा कि प्रमाण पत्र कागज का टुकड़ा नहीं है बल्कि आपकी मेहनत, साहस, धैर्य, ज्ञान और देश सेवा का सबूत है।
BBAU: बाबासाहेब भीमराव अंबेडकर विश्वविद्यालय में एनसीसी कैडेट्स के लिए सर्टिफिकेट वितरण समारोह का आयोजन हुआ। जिसमें छात्रों को कमान अधिकारी द्वारा प्रमाण पत्र दिए गए। विश्वविद्यालय में 'विश्व बाल श्रम निषेध दिवस' के अवसर पर एक ऑनलाइन वेबिनार का आयोजन किया गया।
43 कैडेट्स को मिले प्रमाण पत्र
बीबीएयू में बुधवार को 67 यूपी वाहिनी एनसीसी की ओर से एनसीसी कैडेट्स को प्रणाम पत्र वितरित किया गया। समारोह में 67 यूपी बटालियन के कमान अधिकारी कर्नल पुनीत श्रीवास्तव ने कुल 43 उत्तीर्ण कैडेटों को प्रमाण पत्र प्रदान किया। कर्नल पुनीत श्रीवास्तव ने कहा कि प्रमाण पत्र कागज का टुकड़ा नहीं है बल्कि आपकी मेहनत, साहस, धैर्य, ज्ञान और देश सेवा का सबूत है। इस प्रमाण पत्र के जरिए आप अपनी सफल होने की राह में इसकी भागीदारी से अपना मुकाम हासिल कर सकते हैं। इस मौके पर ले. (डॉ.) मनोज कुमार डडवाल, एसोसिएट एनसीसी अधिकारी 67 बटालियन के सूबेदार मेजर रंजीत कुमार, ट्रेनिग जेसीओ सूबेदार जितेंद्र गुप्ता, ट्रेनिंग एनसीओ हवलदार शोभनाथ, हवलदार आनंद समेत कई अन्य लोग मौजूद रहे।
बाल श्रम निषेध दिवस पर हुआ वेबिनार
बाबासाहेब भीमराव अंबेडकर विश्वविद्यालय में 'विश्व बाल श्रम निषेध दिवस' के अवसर पर स्थायी आयोजन समिति एवं मानवाधिकार विभाग की ओर से ऑनलाइन वेबिनार का आयोजन हुआ। विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. एन. एम. पी. वर्मा के निर्देशन व विधि अध्ययन विद्यापीठ की संकायाध्यक्ष प्रो. प्रीती मिश्रा की अध्यक्षता में हुए वेबिनार में मुख्य वक्ता एफ एक्स बी इंडिया के सीईओ सत्य प्रकाश, बीबीएयू के अर्थशास्त्र विभाग डॉ. सुरेंद्र मेहेर और आयोजन सचिव प्रो. शशि कुमार रहे।
शिक्षा के माध्यम से कम होगी बाल मजदूरी
मुख्य वक्ता सत्य प्रकाश ने कहा कि भारत में गरीबी, सामाजिक मापदंड, वयस्कों तथा किशोरों के लिए अच्छे कार्य करने के अवसरों की कमी ही बाल श्रम का प्रमुख कारण है। इन सभी मुद्दों पर विचार करके एवं उचित शिक्षा के माध्यम से बाल मजदूरी को काफ़ी हद तक कम किया जा सकता है। डॉ. सुरेंद्र मेहेर ने कहा कि लोगों को बाल श्रम के हानिकारक परिणामों के बारे में जागरूक करना आवश्यक है । परिवार नियंत्रण, मुफ्त शिक्षा एवं कठोर कानून का प्रयोग करके बाल श्रम के क्षेत्र में सुधार लाया जा सकता है। साथ ही आयोजन सचिव प्रो. शशि कुमार ने बताया कि बाल श्रम बच्चों के सर्वांगीण विकास के लिए अत्यंत हानिकारक है।