UP News: साइबर हमले करने में चीनी हैकर सबसे आगे, IIT Kanpur के हनीपॉट में ट्रैप हुई ये जानकारी

IIT Kanpur: हनीपॉट का डेटा विश्लेषण कर रहे स्टार्टअप ट्रैकल के फाउंडर शुभाशीष का कहना है कि रोज 900 से ज्यादा साइबर हमले हो रहे हैं। इनमें से औसतन 360 चीनी आईपी एड्रेस से पाए गए हैं।

Abhishek Mishra
Published on: 10 Sep 2024 2:00 PM GMT
UP News: साइबर हमले करने में चीनी हैकर सबसे आगे, IIT Kanpur के हनीपॉट में ट्रैप हुई ये जानकारी
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UP News: चीन के हैकर भारत को लगातार निशाना बना रहे हैं। इसके लिए वह हर चार मिनट में देश पर एक साइबर हमला कर रहे हैं। इंफ्रास्ट्रक्चर, वित्तीय व्यवस्था, तकनीकी उपकरण सहित अन्य जानकारी प्राप्त करने के लिए हैकरों की सेंधमारी जारी है। इसके अलावा अमेरिका, रूस और वियतनाम जैसे देशों की ओर से भी साइबर हमले किए जा रहे हैं। लेकिन चीन की तरफ से लिए जा रहे हमले काफी अधिक हैं। आईआईटी कानपुर में लगे हनीपॉट के दो महीने के आंकड़ों के विश्लेषण से इसका खुलासा हुआ है।

जानकारी हासिल करने के लिए होते साइबर हमले

आईआईटी कानपुर में स्थापित सी-3 आई हब में तैयार हनीपॉट पर पिछले दो महीनों में हर रोज करीब 900 साइबर हमले हुए हैं। जिसमें 40 प्रतिशत से ज्यादा साइबर हमले चीनी हैकरों की ओर से किए गए हैं। यह संख्या अमेरिका और रूस के हैकरों से काफी अधिक है। आईआईटी कानपुर के वैज्ञानिक और स्टार्टअप टीम साइबर सुरक्षा को मजबूत करने के लिए रिसर्च कर रही है। हनीपॉट का डेटा विश्लेषण कर रहे स्टार्टअप ट्रैकल के फाउंडर शुभाशीष का कहना है कि रोज 900 से ज्यादा साइबर हमले हो रहे हैं। इनमें से औसतन 360 चीनी आईपी एड्रेस से पाए गए हैं।

ऑनलाइन ठगी करने वाले भारत के लोग

एलेनहाउस इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी के डीन रिसर्च और साइबर विशेषज्ञ प्रो. वरुण शुक्ला ने बताया कि विदेशों से सिर्फ साइबर अटैक ही नहीं हो रहे, भारतीयों को साइबर गुलाम भी बनाया जा रहा है। देश में ऑनलाइन ठगी करने वाले विदेशी नहीं बल्कि भारत के ही ये लोग हैं, जिन्हें साइबर गुलाम बना लिया गया है। कंबोडिया में हैकर्स ने उन्हें बंधक बना रखा है।

हनीपॉट हैकर्स को करता है ट्रैप

आईआईटी के निदेशक प्रो. मणीद अग्रवाल ने कहा कि साइबर सुरक्षा को लेकर वैज्ञानिक स्टार्टअप्स रिसर्च कर रहे हैं। हनीपॉट से हैकर्स की ट्रैपिंग की जाती है। लगातार अलग-अलग आईपी से हमले देखे जा रहे हैं। हनीपॉट एक ऐसा नेटवर्क सिस्टम है, जिससे यूनिवर्सल डोमेन वेबसाइट क्लाउड पर तैयार किया जाता है। खराब मंशा के साथ काम करने वाले हैकर इस नेटवर्क सिस्टम में घुसने के लिए बेताब रहते हैं। जैसे ही कोई हैकर इस पर क्लिक करता है वैसे सिस्टम का सिग्नल ट्रैप कर लेना है। इसके बाद सिस्टम को हैकर से जुड़ी काफी जानकारी पता चल जाती है।

साइबर हमला करने में चीन सबसे आगे

जानकारी के मुताबिक 40 प्रतिशत से ज्यादा साइबर अटैक चीन से किए जा रहे हैं। वर्ष 2023 में 38 प्रतिशत तो 2024 में 40 प्रतिशत साइबर हमले चीन की ओर से किए गए हैं। अमेरिकी हैकर्स की बात करें तो 2023 में 9 जबकि 2024 में बीस फीसदी हमले किए गए हैं। रूस के हैकर्स ने पिछले साल की तुलना में कम हमले किए हैं। 2023 में 12 और 2024 में 10 प्रतिशत साइबर हमले किए गए हैं। नीदरलैंड के हैकरों ने 2023 में दो जबकि इस साल पांच फीसदी साइबर हमले किए हैं।

Abhishek Mishra

Abhishek Mishra

Correspondent

मेरा नाम अभिषेक मिश्रा है। मैं लखनऊ विश्वविद्यालय से पत्रकारिता में पोस्ट ग्रेजुएट हूं। मैंने हिंदुस्तान हिंदी अखबार में एक साल तक कंटेंट क्रिएशन के लिए इंटर्नशिप की है। इसके साथ मैं ब्लॉगर नेटवर्किंग साइट पर भी ब्लॉग्स लिखता हूं।

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