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Lucknow News: अंतराष्ट्रीय छात्रों के लिए हुआ कॉन्क्लेव, पंद्रह देशों के विद्यार्थियों ने लिया हिस्सा

Lucknow News: लखनऊ विश्वविद्यालय में इंटरनेशनल माइंड्स कॉन्क्लेव का आयोजन हुआ। इस कॉन्क्लेव को अंतर्राष्ट्रीय छात्रों के शैक्षिक और व्यक्तिगत विकास को बढ़ाने के लिए आयोजित किया गया।

Abhishek Mishra
Published on: 9 March 2024 3:20 PM GMT
Conclave for international students was held in Lucknow University, students from fifteen countries participated
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 लखनऊ विश्वविद्यालय में अंतराष्ट्रीय छात्रों के लिए हुआ कॉन्क्लेव, पंद्रह देशों के विद्यार्थियों ने लिया हिस्सा: Photo- Newstrack

Lucknow News: लखनऊ विश्वविद्यालय में इंटरनेशनल माइंड्स कॉन्क्लेव का आयोजन हुआ। इस कॉन्क्लेव को अंतर्राष्ट्रीय छात्रों के शैक्षिक और व्यक्तिगत विकास को बढ़ाने के लिए आयोजित किया गया। यहां विभिन्न सत्रों में विशेषज्ञों ने छात्रों को प्रोत्साहित किया। आईआईएम के प्रो. यश दौलतानी, एपोलोमेडिक्स की मनोविज्ञान चिकित्सक डॉ. सहाना नागराज और एलयू के प्रो. आरपी सिंह कॉन्क्लेव में मुख्य वक्ता रहे।

तीन सत्रों का हुआ आयोजन

एलयू के चाणक्य सभागार में वर्ल्ड ऑर्गनाइजेशन ऑफ स्टूडेंट्स एंड यूथ (वूसी) की ओर से शनिवार को इंटरनेशनल माइंड्स कॉन्क्लेव हुआ। यहां तीन सत्रों का आयोजन किया गया। जिसमें वक्ताओं ने अंतराष्ट्रीय छात्रों को शैक्षिक और व्यक्तिगत विकास के लिए प्रेरित किया। तीनों सत्र अलग अलग विषयों पर आधारित रहे। इस कॉन्क्लेव में एलयू के साथ साथ इंटीग्रल और बीबीएयू के अंतराष्ट्रीय विद्यार्थियों ने भी हिस्सा लिया।


विशेषज्ञों ने रखी अपनी राय

कॉन्क्लेव के प्रथम सत्र में आईआईएम के प्रो. यश दौलतानी ने "अगला कदम: अकादमिक पोर्टफोलियो बनाने के लिए अपने करियर पथ और रणनीतियों को नेविगेट करना" विषय पर वक्तव्य दिया। उन्होंने कहा कि एआई के माध्यम से हम आधुनिकता के साथ अपने एकेडमिक पोर्टफोलियो को विकसित कर सकते हैं। अपने कैरियर में जॉब के साथ-साथ स्टार्टअप के रूप में व्यापार भी बना सकते हैं। दूसरे सत्र में डॉ. सहाना नागराज ने "कल्याण, मानसिक स्वास्थ्य और सही दृष्टिकोण: अंतर्राष्ट्रीय छात्रों के लिए मुकाबला रणनीतियां" विषय पर अपनी बात रखी। उन्होंने कहा कि दूसरे देशों से यहां पढ़ने आए छात्र संस्कृति के हिसाब से ढल कर चिंता और तनाव से छुटकारा पा सकते हैं।


पंद्रह देशों के विद्यार्थियों ने लिया हिस्सा

तीसरे सत्र में प्रो. आरपी सिंह ने "क्रॉस-कल्चरल कम्युनिकेशन: स्ट्रैटेजीज़ फॉर इफेक्टिव इंटरेक्शन" विषय पर अपनी राय रखी। उन्होंने कहा कि अंतराष्ट्रीय छात्र अपने मेंटर के साथ मिलकर भारत के तौर तरीके सीख कर यहां को संस्कृति से जुड़ सकते हैं। इसके साथ अपनी संस्कृति को भी परिदर्शित कर सकते हैं। कार्यक्रम आयोजक और वूसी के अवध प्रांत संयोजक शिवांकन वाजपेई ने बताया कि कॉन्क्लेव में श्रीलंका, मॉरीशस, अफगानिस्तान, बांग्लादेश, नाइजीरिया, तंजानिया और कंबोडिया जैसे पंद्रह देशों के विद्यार्थी मौजूद रहे। जोकि पत्रकारिता एवं जनसंचार, विज्ञान, कला, वाणिज्य, अर्थशास्त्र, हिंदी और उर्दू विभाग में पढ़ाई कर रहे हैं। इंटरनेशनल माइंड्स कॉन्क्लेव में वूसी की वाइस चेयरमैन नंदिनी जूमक, रोहुल्ला, उमर अहमद, शहाना समेत कई अंतराष्ट्रीय छात्र उपस्थित रहे।

Shashi kant gautam

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