TRENDING TAGS :
Lucknow News : राज्यपाल के अभिभाषण को कांग्रेस ने बताया झूठ का पुलिंदा: आराधना मिश्रा ने महिला सुरक्षा और कानून व्यवस्था समेत अन्य मुद्दों पर किया कटाक्ष
कांग्रेस विधानमंडल दल की नेता आराधना मिश्रा मोना ने राज्यपाल के अभिभाषण को झूठ का पुलिंदा और बीजेपी सरकार की झूठी वाहवाही का सरकारी दस्तावेज बताया है।
Photo- Social Media
Lucknow News : कांग्रेस विधानमंडल दल की नेता आराधना मिश्रा मोना ने राज्यपाल के अभिभाषण को झूठ का पुलिंदा और बीजेपी सरकार की झूठी वाहवाही का सरकारी दस्तावेज बताया है। उन्होंने कहा कि अभिभाषण केवल सरकार की झूठी प्रशंसा का दस्तावेज है और राज्यपाल ने इसे महज 8 मिनट 35 सेकंड में समाप्त कर दिया, जो इस बात का संकेत है कि राज्यपाल राजनीतिक रूप से अनुभवशील हैं और सरकार के झूठ को समझते हैं।
महाकुंभ में भाजपा सरकार की विफलता
आराधना मिश्रा मोना ने महाकुंभ में भाजपा सरकार की अव्यवस्था को लेकर कड़ा हमला किया। उन्होंने कहा कि महाकुंभ के दौरान श्रद्धालुओं को भारी समस्याओं का सामना करना पड़ा, जिसमें यातायात, पानी और खाने की व्यवस्था पूरी तरह से नाकाम रही। सरकार ने 5000 करोड़ के बजट का प्रचार किया, लेकिन वह भी भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ गया। इसके परिणामस्वरूप श्रद्धालुओं को भगदड़ का सामना करना पड़ा और कई लोग अपनी जान से हाथ धो बैठे।
सरकार के झूठी घोषणाओं पर सवाल
कांग्रेस विधानमंडल दल की नेता आराधना मिश्रा मोना ने कहा कि राज्यपाल के अभिभाषण में रोजगार, निवेश, बिजली की समस्या, महंगाई, मनरेगा, शिक्षा, पर्यावरण संरक्षण, महिला सुरक्षा और कानून व्यवस्था पर सिर्फ झूठ बोला गया। रोजगार के मामले में राज्यपाल के अभिभाषण में दावा किया गया कि 1 ट्रिलियन इकोनॉमी की दिशा में कदम बढ़ाए गए हैं, लेकिन असलियत यह है कि बेरोजगारी चरम पर है। एमएसएमई के माध्यम से रोजगार सृजन की बात की गई, लेकिन आंकड़े बताते हैं कि लाखों युवा बेरोजगार हैं।
बिजली, कृषि और शिक्षा के मामलों में सरकार की असफलता
आराधना मिश्रा ने आरोप लगाया कि सरकार ने बिजली के मामले में भी झूठ बोला है। राज्यपाल के अभिभाषण में कहा गया था कि ग्रामीण क्षेत्रों में 20 घंटे और तहसील स्तर पर 22 घंटे बिजली मिल रही है, जबकि वास्तविकता इससे बहुत अलग है। इसके अलावा, किसानों की आय दोगुनी करने का दावा किया गया, लेकिन डीजल, खाद, और बीज की कीमतों में वृद्धि ने उनकी आर्थिक स्थिति को और खराब कर दिया। तो वहीं शिक्षा के मामले में भी सरकार की विफलता को उजागर करते हुए उन्होंने बताया कि राज्य में बेसिक शिक्षा के स्कूलों की संख्या में गिरावट आई है और डेढ़ लाख से ज्यादा शिक्षक पद खाली हैं।
भाजपा सरकार की नाकामियों को छुपाने का तरीका
आराधना ने कहा कि महिला सुरक्षा और कानून व्यवस्था पर भी राज्यपाल के अभिभाषण में दावे किए गए, लेकिन असलियत कुछ और ही है। एनसीआरबी के आंकड़े प्रदेश को लेकर कुछ और ही बताते हैं। उन्होंने कहा कि राज्यपाल का अभिभाषण सिर्फ झूठ और कल्पना का मिश्रण था। यह सरकार की असफलताओं को छुपाने और जनता को गुमराह करने का प्रयास था। यह अभिभाषण हकीकत से पूरी तरह से अलग था और केवल भाजपा सरकार की नाकामियों को छुपाने का एक तरीका था।