Lucknow University: दीक्षारंभ कार्यक्रम की हुई शुरूआत, कुलपति ने छात्रों को दिए टिप्स

Lucknow University: कुलपति प्रो. आलोक कुमार राय ने वाणिज्य संकाय के छात्रों को संबोधित करते हुए कहा कि विश्वविद्यालय और कॉलेज के उद्देश्यों में बड़ा अंतर है। जहां कॉलेजों का ध्यान केवल शिक्षा प्रदान करने पर होता है वहीं विश्वविद्यालय ज्ञान की सृजनता में संलग्न होते हैं।

Abhishek Mishra
Published on: 4 Sep 2024 3:00 PM GMT (Updated on: 4 Sep 2024 3:00 PM GMT)
Lucknow University: दीक्षारंभ कार्यक्रम की हुई शुरूआत, कुलपति ने छात्रों को दिए टिप्स
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Lucknow University: लखनऊ विश्वविद्यालय के मालवीय सभागार में बुधवार को तीन दिवसीय दीक्षारंभ: छात्र परिचय कार्यक्रम का शुभारंभ हुआ। यहां कुलपति प्रो. आलोक कुमार राय ने वाणिज्य संकाय के छात्रों को संबोधित करते हुए कहा कि विश्वविद्यालय और कॉलेज के उद्देश्यों में बड़ा अंतर है। जहां कॉलेजों का ध्यान केवल शिक्षा प्रदान करने पर होता है वहीं विश्वविद्यालय ज्ञान की सृजनता में संलग्न होते हैं। विश्वविद्यालय नए विचारों के निर्माण, नवाचार को प्रोत्साहित करने और समाज के विकास में योगदान देने का केंद्र होते हैं।

तीन दिवसीय कार्यक्रम का शुभारंभ

प्रो. राय ने कहा कि 104 वर्षों की समृद्ध धरोहर लखनऊ विश्वविद्यालय में हजारों आवेदकों में से केवल कुछ ही प्रतिभाशाली छात्रों का चयन होता है। इसमें देश-विदेश के छात्र शामिल हैं। कुलपति ने तीन दिवसीय दीक्षारंभ: छात्र परिचय कार्यक्रम को लेट्स बॉन्ड (बूस्टिंग, ऑप्टिमाइजिंग एंड नॉरिशिंग डेस्टिनी) के उद्देश्य से आरंभ किया। इस मौके पर वाणिज्य संकाय की डीन प्रो. रचना मुजु, डीएसडब्लयू प्रो. वीके शर्मा समेत कई अन्य उपस्थित रहे।


नवप्रवेशित छात्रों को दिए ये टिप्स

एलयू कुलपति प्रो. आलोक कुमार राय ने नए छात्रों को टिप्स दिए। उन्होंने छात्रों से कहा कि प्रतिदिन कम से कम 10 मिनट के लिए समाचार पत्र पढ़ें। रोजाना 45 मिनट किताबें पढ़ें। शिक्षकों से ज्यादा से ज्यादा प्रश्न पूछें। दूसरों की तरह न सोचें बल्कि अपनी मौलिक सोच और रचनात्मकता को बढ़ावा दें। आर्थिक रूप से सशक्त होने के लिए उद्यमशीलता को अपनाएं। युवाओं को रचनात्मकता और नवाचार को अपनाना ही चाहिए।

आर्ट्स फैकल्टी एशिया का सबसे बड़ा संकाय

एलयू के अर्थशास्त्र विभाग में इंडक्शन कार्यक्रम हुआ। कौटिल्य सभागार में आयोजित कार्यक्रम में कला संकायाध्यक्ष प्रो. अरविंद मोहन ने नवप्रवेशित विद्यार्थियों को संबोधित किया। उन्होंने कहा कि फैकल्टी ऑफ आर्ट्स एशिया का सबसे बड़ी फैकल्टी है। 27 डिपार्टमेंट और इंस्टिट्यूटस को मिलाकर 32 डिपार्टमेंट है। अर्थशास्त्र विभाग विश्वविद्यालय की स्थापना के समय से ही चल रहा है इसकी अपनी विरासत है। वरिष्ठ प्रो. एमके अग्रवाल, एडिशनल डीएसडब्ल्यू प्रो. अशोक कुमार कैथल, विभाग के सांस्कृतिक कमेटी की कोऑर्डिनेटर प्रो. रोली मिश्रा, डॉ. अल्पना लाल, डॉ. शशि लता सिंह, डॉ. प्रीति सिंह समेत कई अन्य उपस्थि रहे।

Abhishek Mishra

Abhishek Mishra

Correspondent

मेरा नाम अभिषेक मिश्रा है। मैं लखनऊ विश्वविद्यालय से पत्रकारिता में पोस्ट ग्रेजुएट हूं। मैंने हिंदुस्तान हिंदी अखबार में एक साल तक कंटेंट क्रिएशन के लिए इंटर्नशिप की है। इसके साथ मैं ब्लॉगर नेटवर्किंग साइट पर भी ब्लॉग्स लिखता हूं।

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