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Lucknow News: वक्फ बिल के विरोध में लखनऊ में हुआ प्रदर्शन, मांग न पूरी होने पर बड़े प्रदर्शन की चेतावनी

Lucknow News: वरिष्ठ शिया धर्म गुरु मौलाना कल्बे जव्वाद के नेतृत्व में सैकड़ों की संख्या में लोगों ने वक्फ बिल का विरोध करते हुए इसे वापस लेने की मांग उठाई।

Santosh Tiwari
Published on: 23 Aug 2024 5:31 PM IST (Updated on: 23 Aug 2024 5:35 PM IST)
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Lucknow News: लखनऊ में शुक्रवार को वक्फ संपत्ति संशोधन बिल को वापस लेने की मांग लेकर बड़ा इमामबाड़ा स्थित आसिफी मस्जिद में जुमे की नमाज के बाद सैकड़ों लोगों ने प्रदर्शन किया। वरिष्ठ शिया धर्म गुरु मौलाना कल्बे जव्वाद के नेतृत्व में सैकड़ों की संख्या में लोगों ने वक्फ बिल का विरोध करते हुए इसे वापस लेने की मांग उठाई।

प्रदर्शन में शामिल नमाजियों ने बिल के विरूद्ध नारेबाजी की। इस दौरान मौलाना कल्बे जव्वाद ने कहा कि वक्फ बिल हमें स्वीकार नहीं है। बिल जेपीसी (जॉइंट पार्लियामेंट्री कमिटी ) में भेज दिया गया है मगर हमें कमेटी पर भी भरोसा नहीं है। कमेटी में 12 सदस्य भारतीय जनता पार्टी के और 9 सदस्य I.N.D.I.A गठबंधन के हैं। भाजपा के सांसदों की संख्या ज्यादा है और यह बिल भी भाजपा ला रही है। कोई भी सांसद अपनी पार्टी के विरुद्ध जाकर वोट नहीं करेगा। I.N.D.I.A गठबंधन के सभी सांसद बिल के विरुद्ध वोट भी करते हैं तो उसके बाद भी यह संसदीय कमेटी में पास हो जाएगा। वक्फ संपत्ति को लेकर आने वाले बिल का सभी ने विरोध जताया है।

यूपी में 1 लाख 75 हजार वक्फ डीड

मौलाना ने कहा कि जिलाधिकारी की शक्तियों को बढ़ा दिया जाएगा। वक्फ की सभी डीड डीएम द्वारा चेक की जाएंगी। उत्तर प्रदेश में वक्फ बोर्ड की 1 लाख 75 हजार डीड हैं। सभी डीड 40 से 50 पेज की हैं। सभी डीड उर्दू या फारसी भाषा में हैं। अधिकतर जिलाधिकारी को उर्दू या फारसी भाषा नहीं आती है और आधिकारिक रूप से सिर्फ नदवा के ही ट्रांसलेशन को मान्यता है। ऐसे में 20 साल से ज्यादा का समय नदवा को इसे ट्रांसलेट करने में लगेगा। अंदाजा लगाया जा सकता है कि इसके बाद जिलाधिकारी को इसे पढ़कर फैसला देने के कितना समय लगेगा।

वक्फ बोर्ड में अन्य धर्म की संपत्ति दर्ज नहीं

मौलाना ने कहा कि यह भ्रमित किया जा रहा है कि वक्फ में हिंदू समेत अन्य समुदाय की जमीन दर्ज कर ली गई है। यह गुमराह करने वाली बात है। अगर कोई यह साबित कर देता है तो हम अपना यह मूवमेंट वापस ले लेंगे। वक्फ की दर्जनों ऐसी जमीन हैं जहां कब्जा करके लोगों ने मकान बना लिया और कमर्शियल बिल्डिंग खड़ी कर ली है। जो वक्फ संपत्ति में दर्ज है और हम उसे साबित कर सकते हैं। मगर उल्टा हमें ही अवैध कबजेदार कहा जा रहा है। हम सुन्नी धर्म गुरुओं से भी अपील करते हैं कि वह साथ आकर इस लड़ाई को लड़ें।

गृहमंत्री अमित शाह और नीतीश कुमार से करेंगे मुलाकात

मौलाना ने कहा कि इस बिल के विरोध में जल्द ही हम गृहमंत्री अमित शाह, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू से मुलाकात करके इसे वापस करने की बात रखेंगे। मौलाना ने कहा कि अगर बिल वापस नहीं लिया जाता है तो आगामी दिनों में उत्तर प्रदेश समेत पूरे हिंदुस्तान में शांतिपूर्ण तरीके से विरोध प्रदर्शन का आवाह्न करेंगे।

Shalini Rai

Shalini Rai

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