Lucknow Murder Case: बंथरा में मृतक के परिवार से मिलने पहुंचे डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक, बंधाया ढांढस

Lucknow Murder Case: मृतक के पिता ने डिप्टी सीएम से आरोपियों पर कड़ी से कड़ी कार्रवाई करने की मांग की है। साथ ही यह भी कहा है कि इसे जातीय या फिर राजनीतिक रंग न दिया जाए सिर्फ आरोपियों पर कार्रवाई हो

Santosh Tiwari
Published on: 29 July 2024 10:51 AM GMT (Updated on: 29 July 2024 10:56 AM GMT)
Lucknow Murder Case - Photo- Newstrack
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Lucknow Murder Case - Photo- Newstrack

Lucknow Murder Case: प्रदेश के डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक ने सोमवार को बंथरा पहुंचकर मृतक ऋतिक पांडेय (20) के परिजनों से मुलाकात कर उन्हें ढांढस बंधाया। इस दौरान उन्होंने मृतक के पिता इंद्रकुमार पांडेय उर्फ बब्बन को हर संभव मदद का भरोसा दिया। मृतक के पिता ने डिप्टी सीएम से आरोपियों पर कड़ी से कड़ी कार्रवाई करने की मांग की है। साथ ही यह भी कहा है कि इसे जातीय या फिर राजनीतिक रंग न दिया जाए सिर्फ आरोपियों पर कार्रवाई हो। उनके असलहों के लाइसेंस रद्द किए जाएं और अवैध संपत्तियों की जांच कर उसे सील किया जाए।

यह थी पूरी वारदात

21 जुलाई की रात बंथरा के कुछ घरों में लाइट नहीं आ रही थी उसे ठीक करवाने के लिए आसपास के लोग ट्रांसफॉर्मर के पास पहुंचे थे। ट्रांसफॉर्मर के पास ही कुछ घरों में लाइट आ रही थी इस पर उक्त घरों के लोगों ने बिजली ठीक करने का विरोध किया। इस दौरान मृतक ऋतिक पांडेय भी वहां मौजूद था और उसकी आरोपियों से मामूली बहस हुई थी। बहस के बाद सब सामान्य हो गया था और सभी लोग वहाँ से अपने घर लौट गए। मृतक के पिता इंद्रकुमार ने पुलिस को दी गई तहरीर में बताया था कि रात करीब 10 :30 बजे अवनीश पुत्र शबोहन सिंह, हिमांशू सिंह, प्रियांशू, प्रत्यूष पुत्र कन्हैया सिंह, शनि पुत्र विनोद सिंह अपने कई साथियों को लेकर लाठी-डंडों व असलहों के साथ घर में घुस गए। आरोपियों ने नौकर मैकू रावत, बेटे अभिषेक उर्फ़ रमन और ऋतिक को बुरी तरह से पीटा। इसके बाद आरोपी मौके से फरार हो गए। अंदरूनी चोटें ज़्यादा गंभीर होने के कारण रात में अचानक ऋतिक की तबीयत बिगड़ गई। परिजन उसे लेकर अस्पताल जा रहे थे की इसी बीच ऋतिक की मौत हो गई। सोमवार को परिजनों ने अस्पताल में प्रदर्शन भी किया था। जिसके बाद साउथ जोन के अधिकारियों के निर्देश पर उक्त पांचों नामजद आरोपियों सहित 10 अज्ञात पर हत्या समेत अन्य धाराओं में मुकदमा दर्ज हुआ।

अखिलेश यादव ने बताया था भाजपा कनेक्शन

एक प्रेस वार्ता के दौरान प्रदेश के पूर्व उपमुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने इस घटना का भाजपा कनेक्शन बताते हुए सरकार को घेरा था। उन्होंने कहा था कि इस घटना को भाजपा के लोगों ने अंजाम दिया है और इसका भाजपा कनेक्शन है। इसी वजह से आरोपियों पर कार्रवाई नहीं हुई है। उनके बयान के बाद मामले ने और अधिक तूल पकड़ लिया था।

ब्राह्मण संगठनों ने भी किया था प्रदर्शन

इस घटना से आक्रोशित ब्राह्मण समाज के लोगों ने आरोपियों पर कार्रवाई की मांग करते हुए विरोध प्रदर्शन किए थे। लोगों के आक्रोश को देखते हुए थानेदार हेमंत राघव, सहित दो दरोगा व एक सिपाही को सस्पेंड किया जा चुका है। साथ ही एक सब इंस्पेक्टर इब्ने हसन का भी ट्रांसफर किया गया है।

9 आरोपी अब भी फरार

घटना में परिजनों के आक्रोश के बाद पुलिस ने नामजद अवनीश पुत्र शबोहन सिंह, हिमांशू सिंह, प्रियांशू, प्रत्यूष पुत्र कन्हैया सिंह, शनि पुत्र विनोद सिंह को गिरफ्तार किया है। इसके अलावा 1 अज्ञात आरोपी प्रदीप सिंह को भी जेल भेजा गया है। जबकि 9 अज्ञात आरोपी अब भी पुलिस गिरफ्त से दूर हैं।

Shalini Rai

Shalini Rai

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