International Yoga Day: धनुरासन से शुगर और स्पॉन्डिलाइटिस भागेगा दूर, कई गंभीर बीमारियों से मिलेगा छुटकारा

योग प्रशिक्षक रोहित मिश्रा बताते हैं कि धनुरासन करने का लाभ मुख्य रूप से शरीर में शुद्ध वायु का संचार करता है। यह आसन पाचन संस्थान, शरीर में कसाव, मधुमेह और स्पॉन्डिलाइटिस में भी काफी सहायक हैं।

Abhishek Mishra
Published on: 21 Jun 2024 6:30 AM GMT (Updated on: 21 Jun 2024 6:33 AM GMT)
International Yoga Day: धनुरासन से शुगर और स्पॉन्डिलाइटिस भागेगा दूर, कई गंभीर बीमारियों से मिलेगा छुटकारा
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International Yoga Day: अंतराष्ट्रीय योग दिवस 2024 के मद्देनजर राजधानी में कई स्थानों पर योग शिविर का आयोजन हुआ। जहां लाखों की संख्या में आम जनों ने प्रतिभाग किया। इसके तहत 'न्यूज़ट्रैक' ने हनुमान सेतु मंदिर स्थित योग संस्थान के योग प्रशिक्षक रोहित मिश्रा से बातचीत की। उन्होंने योग के कई फायदे बताए। इसके साथ धनुरासन के बारे में विस्तार से जानकारी दी।

ऐसे करें धनुरासन का अभ्यास

योग प्रशिक्षक रोहित मिश्रा ने बताया कि धनुरासन का अभ्यास करने के लिए पेट के बल लेटते हुए अपने दोनों घुटनों को मोड़ कर पीछे की ओर लाएं। फिर अपने हाथों से एड़ियों के पीछे से पकड़ लें। इसके बाद अपनी क्षमता के अनुरूप हाथों को ऊपर की ओर व पैरों को पीछे खींचे। उन्होंने बताया कि शुरू शुरू में पैर खुले रहेंगे थोड़ा अभ्यास होने के बाद पैर मिला कर करें। इसे सुबह करने से सबसे अधिक लाभ प्राप्त किया जा सकता है।

आसन के मुख्य लाभ

योग प्रशिक्षक रोहित मिश्रा बताते हैं कि धनुरासन करने का लाभ मुख्य रूप से शरीर में शुद्ध वायु का संचार करता है। वक्षस्थल और हाथ सपुष्ट और सुडौल होते हैं। यह आसन पाचन संस्थान, शरीर में कसाव, मधुमेह और स्पॉन्डिलाइटिस में भी काफी सहायक हैं। उन्होंने बताया कि आसन को कभी भी बलपूर्वक या झटके से नहीं करना चाहिए। रक्तचाप और हृदय रोग की शिकायत वाले व्यक्तियों को नहीं करना चाहिए।


शरीर के अंगों में भर जाती ऊर्जा

योग प्रशिक्षक ने कहा कि पिछले कुछ सालों से लोगों की योग के प्रति रुचि कुछ ज्यादा ही बढ़ गई है। जो कि बहुत अच्छी बात है। जागरुकता से ही आप किसी लक्ष्य को प्राप्त कर सकते हैं। उन्होंने कहा कि योग के माध्यम से आप अपने शरीर के अंदरुनी भाग में स्थित फेफड़े, किडनी, मेरुदंड, हृदय, मस्तिष्क जैसे अंगों को ऊर्जा से भर देते हैं। वास्तव में योग थोड़ा आध्यात्मिक क्रिया है। स्वांस और जल के माध्यम से आप अपने शरीर में एनर्जी की मात्रा बढ़ा देते हैं। जिसके फलस्वरूप आप के शरीर की सारी तंत्रिकाएं सक्रिय रहती हैं और आप स्वास्थ लाभ लेते है।

Abhishek Mishra

Abhishek Mishra

Correspondent

मेरा नाम अभिषेक मिश्रा है। मैं लखनऊ विश्वविद्यालय से पत्रकारिता में पोस्ट ग्रेजुएट हूं। मैंने हिंदुस्तान हिंदी अखबार में एक साल तक कंटेंट क्रिएशन के लिए इंटर्नशिप की है। इसके साथ मैं ब्लॉगर नेटवर्किंग साइट पर भी ब्लॉग्स लिखता हूं।

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