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Lucknow News: मंडलायुक्त ने किया मूर्तिकला का अवलोकन, कारीगरी को सराहा
Lucknow News: इस दौरान उन्होंने सभी कलाकारों की कृतियों की प्रशंसा की और लखनऊ विकास प्राधिकरण और वास्तुकला संकाय के इस संयुक्त प्रयास की सराहना की।
Lucknow News: पिछले दिनों राजधानी के वास्तुकला एवं योजना संकाय , डॉ ए पी जे अब्दुल कलाम प्राविधिक विश्वविद्यालय टैगोर मार्ग कैम्पस में लखनऊ विकास प्राधिकरण के सहयोग से हुए आठ दिवसीय अखिल भारतीय समकालीन मूर्तिकला शिविर का आयोजन किया गया था। इस शिविर में देश के पाँच राज्यों से आये दस मूर्तिकलाकारों द्वारा बहुत ही शानदार दस मूर्तिशिल्प का निर्माण किया गया। शुक्रवार को मंडलायुक्त डॉ. रोशन जैकब ने मूर्तिकला का अवलोकन किया। इस दौरान उन्होंने सभी कलाकारों की कृतियों की प्रशंसा की और लखनऊ विकास प्राधिकरण और वास्तुकला संकाय के इस संयुक्त प्रयास की सराहना की।
लखनऊ के विभिन्न स्थानों पर लगेगी मूर्तियां
मंडलायुक्त ने कहा कि इन मूर्ति शिल्पों को राजधानी में अलग-अलग स्थानों पर स्थापित होने से लखनऊ में एक अद्भुत दृश्य बनेगा। उन्होंने कहा कि ऐसे ही और कला शिविरों का आयोजन भविष्य में किया जाए, जिसमें स्थानीय कलाकारों द्वारा और बड़े बड़े आकारों में समकालीन मूर्तिशिल्प का निर्माण कार्य कराया जाए। इस प्रकार के मूर्तिशिल्पों से लखनऊ के सौंदर्यीकरण में एक नई कड़ी जुड़ेगी। इस अवसर पर लखनऊ विकास प्राधिकरण के उपाध्यक्ष प्रथमेश कुमार, डॉ. वंदना सहगल (शैल उत्सव की क्यूरेटर व अधिष्ठाता वास्तुकला एवं योजना संकाय ), कोऑर्डिनेटर जुवैरिया कमरुद्दीन, मूर्तिकार अजय कुमार, मुकेश वर्मा सहित अनेक लोग उपस्थित रहे।
21 अक्टूबर को हुई थी प्रदर्शनी
इस शिविर में प्रत्येक कलाकार एक अलग उर्जा के साथ काम कर रहा था। सोमवार को कारीगरों द्वारा बनाई गई मूर्तियों की प्रदर्शनी भी लगाई गई। वास्तुकला संकाय में शैल्य कला में होनी वाली ये पहली शिविर और प्रदर्शनी थी। जिसकी महत्ता कलाकारों में दिख रहे उत्साह से मापी जा सकती है, जिसके कारण हर कलाकार अपनी मूर्तिशिल्प को एक अलग रूप देने में लगा रहा। कुछ कलाकारों ने अपनी मूर्तियों में अन्य धातुओं का भी प्रयोग करके उसकी सुन्दरता को बढ़ाया, तो कुछ ने एक स्थान पर दो तरह के पत्थरों को मिश्रित कर अपनी मूर्तिशिल्प को आकर्षक बनाया। कलाकारों द्वारा किये जा रहे ये सभी प्रयोग अत्यन्त रोचक और महत्त्वपूर्ण रहे।