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Lucknow News: स्टारटेक कंपनी से करोडों की ठगी करने वाला कर्मचारी गिरफ्तार
Lucknow Cyber Crime News: लखनऊ की साइबर थाने की पुलिस टीम ने स्टारटेक नामक कंपनी से करोडों की ठगी करने वाले स्टारटेक कंपनी के कस्टमर सपोर्ट एक्सीक्यूटिव के पद पर कार्यरत राहुल जोनवाल नाम के अभियुक्त को गिरफ्तार किया है।
Lucknow News: लखनऊ की साइबर थाने की पुलिस टीम लगातार साइबर फ्राड से जुड़े मामलों को गंभीरता से लेते हुए साइबर अपराध करने वाले अपराधियों की धड़पकड़ में जुटी हुई है। इसी बीच लखनऊ की साइबर थाने की पुलिस टीम ने स्टारटेक नामक कंपनी से करोडों की ठगी करने वाले स्टारटेक कंपनी के कस्टमर सपोर्ट एक्सीक्यूटिव के पद पर कार्यरत राहुल जोनवाल नाम के अभियुक्त को गिरफ्तार किया है।
Work From Home पर काम कर रहा था कर्मचारी
पुलिस टीम ने बताया कि स्टारटेक कंपनी से करोडों की ठगी करने वाला स्टारटेक कंपनी के कस्टमर सपोर्ट एक्सीक्यूटिव के पद पर कार्यरत राहुल जोनवाल अजमेर में अपने घर पर रहकर वर्क फ्रॉम होम में काम कर रहा था। बताया जाता है कि इस दौरान उसे कंपनी की तरफ से काम करने के लिए दो पोर्टल दिए थे, जिनमें एक फ्लिपकार्ट स्मार्ट असिस्ट और दूसरा ई-कार्ट कन्सोल के नाम से था। आरोपी ने ई-कार्ट कन्सोल का गलत उपयोग करके अपने सथियों के साथ मिलकर जून 2024 से अगस्त 2024 के बीच अलग-अलग फ्लिपकार्ट एकाउंट से कई आर्डर कराए। उसके बाद उन्हीं आर्डर को कैंसल करके इसी में हेरफेर के सहारे राहुल ने करीब 1 करोड़ की कीमत के 149 मोबाइल आईफोन, सैमसंग के महंगे फोन, टैबलेट, लैपटॉप व अन्य प्रोडक्ट मंगाए और उन्हें लोकल मार्केट में ब्रोकर की मदद से बेच दिया।
जानिए! कैसे काम करता है फ्लिपकार्ट स्मार्ट असिस्ट और ई-कार्ट कन्सोल
मिली जानकारी के अनुसार, कंपनी ने काम करने के लिए आरोपी राहुल को फ्लिपकार्ट स्मार्ट असिस्ट और ई-कार्ट कन्सोल नाम के दो पोर्टल दिए थे। आरोपी ने पूछताछ में बताया कि स्मार्ट असिस्ट पर कस्टमर सपोर्ट के लिए कस्टमरों की काल आती थी। इस पोर्टल में कस्टमर की ऑर्डर हिस्ट्री, पैमेंट डिटेल, प्रोडक्ट रिटर्न और केंसिल से जुड़ी सारी डिटेल दिखाई देती थी और इसी से कस्टमरों की समस्या का समाधान किया जाता था। वहीं, दूसरे पोर्टल ई-कार्ट कन्सोल पर डिलीवरी से जुड़ी सारी जानकारी होती थी। इस पोर्टल के डेशबोर्ड में आरटीओ यानी रिटर्न टू औरिजन का एक प्रमुख ऑपशन होता था, जिससे कस्टमर की ओर से किया गया ऑर्डर कैंसिल किया जा सकता था।
ई-कार्ट कन्सोल के जरिए आरोपी ने कंपनी की लगाई करोड़ों की चपत
इसी ई-कार्ट कंसोल के जरिये आरोपी अपने साथियों से अलग अलग एकाउंट से आर्डर कराए हुए प्रोडक्ट डिलीवरी के लिए निकाल लेता था, उसके साथ ही ऑर्डर आईडी के जरिए ई-कार्ट कंसोल पर आरटीओ मार्क कर देता था। आरटीओ का स्टेटस को अपडेट होने में 24 घंटे लग जाते थे। इसी के साथ प्रोडक्ट डिलीवर भी हो जाता था और प्रोडक्ट का पैसा भी रिफंड हो जाता था। आरोपी ने पूछताछ में बताया कि उसने कुछ मोबाइल डीलरों के जरिए नेपाल भी भिजवाए हैं। पुलिस टीम ने बताया कि लखनऊ में एजिस कस्टमर सपोर्ट सर्विसेज प्राइवेट लिमिटेड के कर्मचारी विकास अहलावत ने शिकायत दर्ज कराते हुए फ्लिप्कार्ट की वेंडर कंपनी स्टारटेक से करोडों की ठगी की जानकारी दी थी।