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Lucknow News: गायत्री ज्ञान मंदिर का ज्ञान यज्ञ अभियान के अन्तर्गत 404वाँ युगऋषि ऋषि वाङ्मय की स्थापना

Lucknow News: गायत्री ज्ञान मंदिर इंदिरा नगर, लखनऊ के विचार क्रान्ति ज्ञान यज्ञ अभियान के अन्तर्गत "डॉ. आशा स्मृति महाविद्यालय, चिनहट, देवां रोड, लखनऊ" के पुस्तकालय में गुरुवार को कार्यक्रम का आयोजन किया गया।

Jyotsna Singh
Published on: 7 March 2024 11:42 PM IST
Establishment of the 404th era sage Rishi Vanmay under the Gyan Yagya campaign of Gayatri Gyan Mandir
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गायत्री ज्ञान मंदिर का ज्ञान यज्ञ अभियान के अन्तर्गत 404वाँ युगऋषि ऋषि वाङ्मय की स्थापना: Photo- Newstrack

Lucknow News: गायत्री ज्ञान मंदिर इंदिरा नगर, लखनऊ के विचार क्रान्ति ज्ञान यज्ञ अभियान के अन्तर्गत "डॉ. आशा स्मृति महाविद्यालय, चिनहट, देवां रोड, लखनऊ" के पुस्तकालय में गुरुवार को कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम में मुख्य रूप से गायत्री परिवार के संस्थापक युगऋषि पं. श्रीराम शर्मा आचार्य द्वारा रचित सम्पूर्ण 79 खण्डों का ' 404वाँ ऋषि वांड़मय' साहित्य का स्थापना कार्यक्रम सम्पन्न हुआ। 79 खण्डों का 404वाँ ऋषि वांड़मय साहित्य को गायत्री परिवार की सक्रीय कार्यकर्ता श्री हंस जी ने अपने सम्मानित पूर्वजों की स्मृति में भेंट किया।


गायत्री परिवार द्वारा संचालित इस पावन अवसर पर वाङ्मय स्थापना अभियान के मुख्य संयोजक उमानंदन शर्मा ने कार्यक्रम में डॉ. आशा स्मृति महाविद्यालय, चिनहट, देवां रोड, लखनऊ के उपस्थित सभी छात्र-छात्राओं एवं संकाय सदस्यों को एक-एक अखण्ड ज्योति जी पत्रिका भी भेंट स्वरूप प्रदान की।


"पूर्वजों की स्मृति में ज्ञान-दान सर्वश्रेष्ठ कार्य है" वाङ्मय स्थापना अभियान के मुख्य संयोजक उमानंद शर्मा

गायत्री ज्ञान मंदिर इंदिरा नगर, लखनऊ के विचार क्रान्ति ज्ञान यज्ञ अभियान के अन्तर्गत आयोजित इस अवसर पर वाङ्मय स्थापना अभियान के मुख्य संयोजक उमानंद शर्मा ने कहा कि "पूर्वजों की स्मृति में ज्ञान-दान सर्वश्रेष्ठ कार्य है।" हमें अपने ज्ञान रूपी प्रकाश का विस्तार जहां तक जा सके लेकर जाना चाहिए। संस्थान के निदेशक डॉ. पुनीत अवस्थी, प्रबन्धक डॉ. एस.एन. अवस्थी, अपने विचार व्यक्त किये। संस्थान के प्राचार्य डॉ. पुनीत कुमार श्रीवास्तव ने धन्यवाद ज्ञापन व्यक्त किया।




कार्यक्रम में इन लोगों की रही उपस्थिति

गायत्री परिवार के इस अवसर पर उमानंद शर्मा, श्री देवेन्द्र, श्री अनिल भटनागर, श्री हंस जी, संस्थान के निदेशक डॉ. पुनीत अवस्थी, प्रबन्धक डॉ. एस.एन. अवस्थी, प्राचार्य डॉ. पुनीत कुमार श्रीवास्तव सहित संकाय सदस्य एवं छात्र व छात्रायें उपस्थित रहे।



Shashi kant gautam

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