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लखनऊ मेट्रो का विस्तार राजधानी की आवश्यकता, चारबाग से वसंतकुंज तक होगा नया फेज', समीक्षा बैठक में बोले CM योगी
Lucknow Metro News: वर्तमान में लखनऊ में संचालित हो रही मेट्रो को एक ओर आईआईएम तक तथा दूसरी ओर एसजीपीजीआई तक विस्तार दिया जाना चाहिए। निजी क्षेत्र की अनेक कंपनियां इसके लिए सहयोग देने को इच्छुक हैं।
Lucknow Metro News: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (UP CM Yogi Adityanath) ने राजधानी लखनऊ की आवश्यकता के लिए लखनऊ मेट्रो (Lucknow Metro) के विस्तार के निर्देश दिए हैं। मंगलवार (02 जनवरी) को एक महत्वपूर्ण बैठक में लखनऊ, आगरा और कानपुर मेट्रो की समीक्षा के दौरान सीएम योगी ने कहा, कि 'मेट्रो सेवाओं के विस्तार में निजी क्षेत्र सहयोग का उत्सुक है। हमें उनका सहयोग लेना चाहिए।'
इस विशेष बैठक में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कुछ प्रमुख दिशा-निर्देश दिए, जो इस प्रकार हैं -
चारबाग से वसंतकुंज तक मेट्रो का नया चरण
चारबाग से वसंतकुंज तक मेट्रो का नया चरण
राजधानी लखनऊ में चारबाग से चौक होते हुए वसंतकुंज तक मेट्रो के नए चरण के लिए डीपीआर तैयार कराएं। अंडरग्राउंड/एलिवेटेड की उपयुक्तता के परीक्षण कराएं। यथाशीघ्र प्रस्ताव तैयार कराकर प्रस्तुत करें। यह फेज एक बड़ी आबादी की अत्याधुनिक नगरीय परिवहन की सुविधा से जोड़ने वाला होगा।
IIM और SGPGI तक होगा विस्तार
वर्तमान में लखनऊ में संचालित हो रही मेट्रो को एक ओर आईआईएम तक तथा दूसरी ओर एसजीपीजीआई तक विस्तार दिया जाना चाहिए। निजी क्षेत्र की अनेक कंपनियां इसके लिए सहयोग देने को इच्छुक हैं। ऐसे में हमें पीपीपी मोड पर विस्तारीकरण के लिए विचार करना चाहिए।
काम करते वक़्त सभी सुरक्षा प्रबंध सुनिश्चित करें
इसके अलावा, मेट्रो रेल परिसर में व्यावसायिक गतिविधियों को और प्रोत्साहन दिया जाना चाहिए। पैसेंजर सर्विस और सुरक्षा के लिए पुख्ता इंतजाम किए जाएं। साथ ही, भूमिगत मेट्रो परियोजनाओं (Underground Metro Projects) के लिए काम करते समय सभी सुरक्षा प्रबंध सुनिश्चित किए जाएं। मानकों का कड़ाई से अनुपालन किया जाना चाहिए।
तय समय सीमा के भीतर पूरी हो परियोजनाएं
बैठक में जानकारी दी गई कि, कानपुर और आगरा में मेट्रो के दो-दो नए फेज पर कार्य जारी है। जनहित के किसी भी प्रोजेक्ट के लिए किसी प्रकार का धन अभाव नहीं है। धनराशि समय पर जारी की जाएं। संवाद, समन्वय के साथ तय समयसीमा के भीतर परियोजनाओं को पूरा कराएं। साथ ही, गौतमबुद्ध नगर व 17 नगर निगमों में इलेक्ट्रिक बसों तथा ई-रिक्शा को प्रोत्साहित किया जाना चाहिए।