TYPA और UNICEF की फोटो प्रदर्शनी में पहुंचे प्रख्यात छायाकार, बोले- बेहतर फोटोग्राफी के लिए लाइट और कंपोजिशन पर दें ध्यान

Lucknow News: संस्था के अध्यक्ष साहिल सिद्दकी ने बताया कि इस बार पांच दिन तक ‘द यूथ फोटोजर्नलिस्ट एसोसिएशन’ और ‘यूनिसेफ’ की ओर से वर्ल्ड फोटोग्राफी डे वीक धूमधाम से मनाया जा रहा है।

Abhishek Mishra
Published on: 20 Aug 2024 12:45 PM GMT
TYPA और UNICEF की फोटो प्रदर्शनी में पहुंचे प्रख्यात छायाकार, बोले- बेहतर फोटोग्राफी के लिए लाइट और कंपोजिशन पर दें ध्यान
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Lucknow News: अलीगंज स्थित ललित कला अकादमी में 'द यूथ फोटोजर्नलिस्ट एसोसिएशन' (टाइपा) और यूनिसेफ की ओर से पांच दिवसीय फोटो प्रदर्शनी चल रही है। यहां 18 से 22 अगस्त तक पांच दिन फोटो प्रदर्शनी, लेक्चर, वर्कशॉप, डिमांस्ट्रेशन आयोजित हो रहे हैं। संस्था के अध्यक्ष साहिल सिद्दकी ने बताया कि इस बार पांच दिन तक ‘द यूथ फोटोजर्नलिस्ट एसोसिएशन’ और ‘यूनिसेफ’ की ओर से वर्ल्ड फोटोग्राफी डे वीक धूमधाम से मनाया जा रहा है। उन्होंने कहा कि फोटो कैमरे से नहीं बल्कि दिमाग से खींची जाती हैं, क्योंकि ये जरूरी नहीं कि जिसके पास महंगा कैमरा हो वो अच्छी तस्वीर भी खींच सकता हो । एक अच्छी तस्वीर क्लिक करने के लिए अच्छे विजन की जरूरत होती है, क्योंकि हर तस्वीर एक कहानी कहती है।


विकास बाबू ने बताया क्यों ज़रूरी है ‘कंपोजिशन और लाइटिंग’

मंगलवार को विकास बाबू ने ‘कंपोजिशन और लाइटिंग’ विषय पर व्याख्यान दिया। उन्होंने फोटोग्रॉफी में संयोजन और प्रकाश के महत्व बताए।उन्होंने फोटोग्रॉफी में संयोजन और प्रकाश के महत्व बताए। उन्होंने कहा कि आज विभिन्न कंपनियों के स्मार्ट फोन हैं, अगर आप टेक्निकल नॉलेज रखते हैं। लाइट और कंपोजिशन पर ध्यान दें तो बेहतर फोटो खींच सकते हैं। उन्होंने पिक्चर में सब्जेक्ट, बैकग्राउंड, फोकस प्वाइंट, सब्जेक्ट सेपरेशन के बारे में बताया। इस दौरान बड़ी संख्या में स्टूडेंट्स, फोटोग्रॉफर्स और कलाप्रेमी मौजूद रहे।

स्ट्रीट फोटोग्रॉफी के गुर सिखाएंगे जर्नलिस्ट

21 अगस्त को सीनियर जर्नलिस्ट व फ्रीलांस फोटोग्रॉफर सौरभ श्रीवास्तव स्ट्रीट फोटोग्रॉफी के गुर सिखाएंगे। 22 अगस्त को सीनियर फोटोजर्नलिस्ट और आर्ट्स कालेज, लखनऊ के शिक्षक अतुल हुंडू लेक्चरर फोटोग्राफी व एडवरटाइजिंग डिजाइन पर व्याख्यान देंगे।

पांच दिवसीय प्रदर्शनी में हो रहे कई कार्यक्रम

सदियों से तहजीब, कला-संस्कृति के सुनहरे अतीत इतिहास की अहम किताब रही है। जिसमें परत-दर-परत पीढ़ियों के सृजन के अनूठे खुशनुमा रंग हैं। साहित्य, संगीत, पेंटिंग, मूर्तिकला, कैलीग्रॉफी जैसी अनेक विधाओं की अनूठी यात्राएं हैं। सृजन की इस कड़ी में लखनऊ के फोटोजर्नलिस्ट का योगदान कलाप्रेमियों की जुबान पर हमेशा रहता है। शहर के युवा फोटो जर्नलिस्ट ने वर्ष 2015 में द यूथ फोटोजर्नलिस्ट असोसिएशन ‘टाइपा’ का गठन किया। विभिन्न कलाओं के साथ फोटोग्रॉफी के जरिए नई पीढ़ी को हुनर सौंपने, लोगों में जागरुक करते हुए एक इंस्टीट्यूशंस की शानदार तस्वीर पेश की। हर वर्ष की तरह इस वर्ष भी द यूथ फोटोजर्नलिस्ट असोसिएशन ने विश्व फोटोग्रॉफी दिवस पर अनूठा आयोजन शुरु किया। 18 से 22 अगस्त तक पांच दिन फोटो प्रदर्शनी, लेक्चर, वर्कशॉप, डिमांस्ट्रेशन आयोजित हो रहे हैं।

Abhishek Mishra

Abhishek Mishra

Correspondent

मेरा नाम अभिषेक मिश्रा है। मैं लखनऊ विश्वविद्यालय से पत्रकारिता में पोस्ट ग्रेजुएट हूं। मैंने हिंदुस्तान हिंदी अखबार में एक साल तक कंटेंट क्रिएशन के लिए इंटर्नशिप की है। इसके साथ मैं ब्लॉगर नेटवर्किंग साइट पर भी ब्लॉग्स लिखता हूं।

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