TRENDING TAGS :
Lucknow News: कई बार मांगी गई डिग्री... नहीं दिया जवाब', लखनऊ मदेयगंज स्थित MJ हॉस्पिटल पर दर्ज हुई FIR, गलत इलाज से गई थी मरीज की जान
Lucknow News: मदेयगंज स्थित MJ हॉस्पिटल पर गलत इलाज के चलते हुए मरीज की मौत के मामले में मदेयगंज थाने में गंभीर धाराओं में मुकदमा दर्ज किया गया है।
Lucknow MJ Hospital News ( Pic- Social- Media)
Luckknow News: लखनऊ के मदेयगंज स्थित MJ हॉस्पिटल पर गलत इलाज के चलते हुए मरीज की मौत के मामले में मदेयगंज थाने में गंभीर धाराओं में मुकदमा दर्ज किया गया है। बताया जाता है कि इस मामले में KGMU हॉस्पिटल के दलालों ने मरीज को बेहतर इलाज दिलाने के नाम पर MJ हॉस्पिटल में शिफ्ट कराया था, जहां बीते साल 2024 के नवंबर महीने में मरीज की गलत इलाज के चलते मौत हो गई थी, जिसके बाद मृतक की पत्नी ने स्वास्थ्य विभाग से लेकर पुलिस थाने तक इस मामले में कार्रवाई की मांग की थी। तेजी से हो रही इस मामले में जांच के बाद कोर्ट के आदेश पर मुकदमा दर्ज किया गया है।
कम खर्च में इलाज दिलाने के नाम पर दलालों ने मरीज को KGMU से कराया था शिफ्ट
मृतक मरीज की पत्नी ने शिकायत करते हुए बताया था कि उनके पति आलम को पेट में दर्द होने पर घरवालों ने बीते साल 2024 को 13 नवंबर को KGMU में भर्ती कराया था, जिसके बाद KGMU में मिले दलालों ने कम पैसों में अच्छे इलाज का झांसा देकर उनके पति को एमजे अस्पताल में भर्ती करवा दिया। मिली जानकारी के अनुसार, MJ हॉस्पिटल में अधिक बिल बनाने के लिए भर्ती मरीज को बिना जरूरत ऑक्सीजन की हैवी डोज दी गई और गलत इंजेक्शन लगाया गया, जिसके बाद ठीक 2 दिन बाद 15 नवंबर की दोपहर को मरीज आलम की मौत हो गई। आरोप है कि अस्पताल प्रशासन ने इसके बाद भी मरीज को वेंटिलेटर पर रखकर करीब डेढ़ लाख रुपये वसूल लिए।
स्वास्थ्य विभाग की ओर से कई बार अस्पताल को भेजी गई नोटिस, नहीं मिला जवाब
आपको बता दें कि गोलागंज निवासी आलम की गलत इलाज के चलते मौत होने के बाद उनकी पत्नी मुस्कान की ओर से की गई शिकायत के बाद स्वास्थ्य विभाग की ओर से मदेयगंज स्थित MJ हॉस्पिटल को स्वास्थ्य विभाग की ओर से अस्पताल संचालक से मरीज की मौत के मामले से जुड़े सभी CCTV फुटेज, इलाज करने वाले डॉक्टर की डिग्री आदि की जानकारी नोटिस भेजते हुए मांगी गई थी। बताया जाता है कि इस मामले में कई बार नोटिस भेजने के बावजूद इलाज से जुड़ी कोई जानकारी अस्पताल संचालक की ओर से स्वास्थ्य विभाग को उपलब्ध नहीं कराई गई।
कोर्ट के आदेश पर दर्ज हुआ मुकदमा
आपको बता दें कि मामले में पीड़िता की ओर से शिकायत के बाद विभागीय जांच शुरू हुई। जांच दौरान अस्पताल संचालक डॉ. जुनैद, कॉर्डियोलॉजिस्ट मो. जफर, पवन, डॉ. जावेद और दूसरे स्टाफ को नोटिस भेजकर स्वास्थ्य विभाग ने जवाब मांगा। लगातार नोटिस भेजने के बाद भी जब जवाब नहीं आया तो विभाग ने कार्रवाई करते हुए अस्पताल को सील कर दिया। मामले में कार्रवाई से बच रहे अस्पताल प्रशासन से जुड़े लोगों के खिलाफ पीड़िता ने कोर्ट में गुहार लगाई, जिसके बाद इस मामले में मदेयगंज पुलिस ने MJ अस्पताल के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।