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Lucknow News: भाषा विवि की शिक्षिका पर FIR दर्ज, MA की फर्जी मार्कशीट लगाकर नौकरी लेने का आरोप
कुलसचिव भावना मिश्रा के अनुसार मानव भारतीय विश्वविद्यालय की ओर से 30 जून 2023 को लिखित जानकारी मिली कि डॉ. ताबिन्दा सुल्ताना नाम की किसी छात्रा का एमए का अंकपत्र प्रवेश रजिस्टर और ग्रीन शीट रजिस्टर में दर्ज नहीं है। इस मामले की जांच कई चरणों में की गई है।
Lucknow News: केएमसी भाषा विश्वविद्यालय की एक सहायक प्रोफेसर पर एफआईआर दर्ज की गई है। विवि से बर्खास्त हुई डॉ. ताबिन्दा सुल्ताना के खिलाफ सैरपुर पुलिस थाने में एफआईआर दर्ज कराई गई है। सहायक प्रोफेसर पर आरोप है कि उन्होंने नौकरी हासिल करने के लिए एमए की फर्जी मार्कशीट का इस्तेमाल किया है।
फर्जी मार्कशीट लगाकर हासिल की नौकरी
भाषा विश्वविद्यालय के पूर्व कुलपति प्रो. महरुख मिर्जा के कार्यकाल में डॉ. ताबिन्दा सुल्ताना की नियुक्ति हुई थी। वह राजनीति विज्ञान विभाग में सहायक प्रफेसर के पद पर डॉ. ताबिन्दा सुल्ताना तैनात थीं। कुछ समय से डॉ. ताबिन्दा सुल्ताना के शैक्षिक प्रमाण पत्र व अन्य दस्तावेजों की भी जांच की जा रही थी। इस जांच में काफी बातें सामने आई हैं। जांच के बाद पता चला कि उन्होंने हिमाचल प्रदेश के सोलन स्थित मानव भारतीय विश्वविद्यालय से एमए करने का दावा किया था। इसके बाद डॉ. ताबिन्दा सुल्ताना की एमए की मार्कशीट मानव भारतीय विश्वविद्यालय जांच के लिए भेजी गई थी।
जांच में पाई गईं दोषी
कुलसचिव भावना मिश्रा के अनुसार मानव भारतीय विश्वविद्यालय की ओर से 30 जून 2023 को लिखित जानकारी मिली कि डॉ. ताबिन्दा सुल्ताना नाम की किसी छात्रा का एमए का अंकपत्र प्रवेश रजिस्टर और ग्रीन शीट रजिस्टर में दर्ज नहीं है। इस मामले की जांच कई चरणों में की गई है। जांच में मिले सबूतों के आधार पर विवि की कार्य परिषद में चर्चा हुई। जिसके बाद कार्य परिषद ने 10 मार्च को फैसला लिया कि आरोपित डॉ. ताबिन्दा सुल्ताना राजनीति विज्ञान विभाग में सहायक प्रोफेसर के लिए योग्य नहीं हैं। कार्य परिषद में उन्हें पद से बर्खास्त करते हुए एफआईआर दर्ज कराने का फैसला लिया।
सहायक प्रोफेसर पर धोखाधड़ी का मुकदमा दर्ज
कुलसचिव के मुताबिक आरोपित डॉ. ताबिन्दा ने फर्जी दस्तावेजों का इस्तेमाल कर धोखाधड़ी की है। सैरपुर इंस्पेक्टर जितेन्द्र कुमार के अनुसार भाषा विश्वविद्यालय की कुलसचिव की तहरीर के आधार पर शिक्षिका पर धोखाधड़ी सहित अन्य धाराओं में मुकदमा दर्ज किया गया है।