×

TRENDING TAGS :

Aaj Ka Rashifal

Food Man Vishal Singh : हंगर फ्री वर्ल्ड के वैश्विक प्रेरणा स्रोत

Food Man Vishal Singh : समाज सेवा के प्रतिरूप और भूख मुक्त दुनिया के स्वप्नद्रष्टा फूडमैन विशाल सिंह का नाम आज किसी परिचय का मोहताज नहीं।

Network
Newstrack Network
Published on: 22 Nov 2024 8:03 PM IST
Food Man Vishal Singh : हंगर फ्री वर्ल्ड के वैश्विक प्रेरणा स्रोत
X

Food Man Vishal Singh : समाज सेवा के प्रतिरूप और भूख मुक्त दुनिया के स्वप्नद्रष्टा फूडमैन विशाल सिंह का नाम आज किसी परिचय का मोहताज नहीं। वह पिछले 16 वर्षों से लखनऊ के विभिन्न अस्पतालों में कैंसर और अन्य असाध्य रोगों से जूझ रहे मरीजों और उनके तीमारदारों के लिए निःशुल्क भोजन सेवा प्रदान कर रहे हैं। उनका यह प्रयास न केवल भूख मिटाने तक सीमित है, बल्कि समाज में बदलाव और आत्मनिर्भरता का संदेश भी देता है। उनके नेतृत्व में बने सात स्थायी रैन बसेरे, जो मेडिकल कॉलेज लखनऊ में स्थापित हैं, प्रतिदिन लगभग 1000 तीमारदारों को सर्दी-गर्मी और बारिश से बचने का आसरा प्रदान कर रहे हैं।

हंगर फ्री वर्ल्ड का संकल्प

फूडमैन विशाल सिंह का हंगर फ्री वर्ल्ड का सपना केवल भारत तक सीमित नहीं है, बल्कि इसका उद्देश्य वैश्विक स्तर पर भूख की समस्या को समाप्त करना है। उनके इस विचार को अक्टूबर 2024 में थाईलैंड में आयोजित एक अंतरराष्ट्रीय बैठक में बल मिला, जहां आठ देशों के प्रतिनिधियों ने इस विचार को अपनाने का वादा किया। इसी बैठक में विशाल सिंह को हंगर फ्री वर्ल्ड के अध्यक्ष के रूप में नियुक्त किया गया।


फूडमैन का मानना है कि भूख केवल पेट की नहीं होती, बल्कि शिक्षा, रोजगार, पर्यावरण रक्षा और सामाजिक न्याय की भूख भी उतनी ही महत्वपूर्ण है। उनका कहना है कि यदि हम इन सभी भूखों को शांत कर सकें, तो एक आदर्श समाज और बेहतर विश्व की कल्पना साकार हो सकती है।

राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय सम्मान

हाल ही में टाइम्स ऑफ इंडिया अवार्ड्स के दौरान फूडमैन विशाल सिंह को केंद्रीय मंत्री किरण रिजिजू ने सम्मानित किया। इस अवसर पर फूडमैन ने प्रधानमंत्री तक अपनी हंगर फ्री वर्ल्ड मुहिम का संदेश पहुंचाने के लिए ब्रोशर और पूरी जानकारी प्रदान की।


रोटी के साथ रोजगार मुहित की शुरुआत

फूडमैन ने हंगर फ्री वर्ल्ड के लक्ष्य को पूरा करने के लिए ‘रोटी के साथ रोजगार’ मुहिम की शुरुआत की। इसके अंतर्गत गरीब बच्चों को 21 फूड स्टॉल प्रदान किए गए हैं, जो उन्हें आत्मनिर्भर बनने में मदद कर रहे हैं। उनका कहना है कि रोजगार प्रदान कर भूख मिटाना एक स्थायी समाधान है। रोजगार से न केवल आत्मनिर्भरता आती है, बल्कि समाज और राष्ट्र के विकास में भी योगदान मिलता है।

शिक्षा के प्रति समर्पण

फूडमैन का संगठन विजय श्री फाउंडेशन झुग्गी-झोपड़ी में रहने वाले बच्चों की शिक्षा के लिए भी कार्य कर रहा है। उन्होंने वरिष्ठ नागरिकों को साथ जोड़कर मोहल्लों में छोटी-छोटी कक्षाओं की शुरुआत की है। इससे न केवल बच्चों को पढ़ाई का मौका मिला है, बल्कि वरिष्ठ नागरिकों को भी सेवा का नया उत्साह मिला है।


पुण्य का फिक्स डिपॉजिट : सेवा का संदेश

फूडमैन विशाल सिंह का कहना है कि जीवन में केवल पुण्य ही हमारे साथ जाता है। उन्होंने अपने विचार ‘पुण्य का फिक्स डिपॉजिट’ के माध्यम से लोगों से अपील की है कि जरूरतमंदों की सेवा कर वे अपने जीवन को सार्थक बनाएं।

मानवता का प्रतीक

कभी अपने पिताजी के इलाज के दौरान फेंका हुआ खाना खाने वाले विशाल सिंह ने भूख का दर्द समझा और इसे मिटाने के लिए जीवन समर्पित कर दिया। आज उनका एकमात्र लक्ष्य है कि दुनिया का कोई भी व्यक्ति भूखा न सोए और हर किसी के पास रोजगार हो। फूडमैन विशाल सिंह की इस यात्रा में हर किसी का सहयोग आवश्यक है। यदि आप इस मुहिम का हिस्सा बनना चाहते हैं या किसी भी प्रकार से सहयोग करना चाहते हैं, तो आप उनसे 9935888887 संपर्क कर सकते हैं।


फूडमैन विशाल सिंह केवल एक व्यक्ति नहीं, बल्कि मानवता की प्रेरणा हैं। उनकी ‘हंगर फ्री वर्ल्ड’ और ‘रोटी के साथ रोजगार’ मुहिम आज लाखों लोगों के लिए जीवन की नई दिशा बन चुकी है। उनका यह प्रयास समाज में एक नई चेतना और उत्साह का संचार कर रहा है।





\
Rajnish Verma

Rajnish Verma

Content Writer

वर्तमान में न्यूज ट्रैक के साथ सफर जारी है। बाबा साहेब भीमराव अम्बेडकर विश्वविद्यालय से पत्रकारिता की पढ़ाई पूरी की। मैने अपने पत्रकारिता सफर की शुरुआत इंडिया एलाइव मैगजीन के साथ की। इसके बाद अमृत प्रभात, कैनविज टाइम्स, श्री टाइम्स अखबार में कई साल अपनी सेवाएं दी। इसके बाद न्यूज टाइम्स वेब पोर्टल, पाक्षिक मैगजीन के साथ सफर जारी रहा। विद्या भारती प्रचार विभाग के लिए मीडिया कोआर्डीनेटर के रूप में लगभग तीन साल सेवाएं दीं। पत्रकारिता में लगभग 12 साल का अनुभव है। राजनीति, क्राइम, हेल्थ और समाज से जुड़े मुद्दों पर खास दिलचस्पी है।

Next Story