TRENDING TAGS :
Lucknow Murder Case: ब्राह्मण समाज के लोगों ने बंथरा थाने से ऋतिक के घर तक निकाला कैंडल मार्च, पुलिस को दिया 2 दिन का अल्टीमेटम
Lucknow Murder Case: पुलिसिया कार्यशैली के खिलाफ विरोध जताते हुए और जल्द आरोपियों की गिरफ्तारी की मांग कर गुरुवार को ब्राह्मण समाज ने कैंडल मार्च निकाला।
Lucknow Murder Case: राजधानी के बंथरा थानाक्षेत्र में हुए ऋतिक हत्याकांड के मामले में गुरुवार की शाम ब्राह्मण समाज ने हाथों में मोमबत्तियां और ऋतिक की तस्वीर लेकर कैंडल मार्च निकालकर मुख्यमंत्री से न्याय की मांग की है। इस दौरान बड़ी संख्या में बंथरा थाने पर एकत्र हुए लोगों ने थाने से लेकर मृतक ऋतिक पांडेय (20) पुत्र इंद्रकुमार पांडेय के घर तक पैदल मार्च निकाला। जहाँ ऋतिक की तस्वीर पर श्रद्धांजलि अर्पित की। साथ ही एसीपी विनय कुमार द्विवेदी को ज्ञापन सौंपते हुए दो दिन के भीतर घटना के खुलासे की मांग की है। दो दिन में खुलासा न होने पर बड़े स्तर पर आंदोलन की चेतावनी दी गई है।
रविवार की रात बंथरा में घर घुसकर आरोपियों ने ऋतिक पांडेय की पीट-पीटकर ह्त्या कर दी थी। मामले में पुलिस ने भी जमकर लापरवाही बरती थी। इस घटना के करीब 5 दिन बीत जाने के बावजूद पुलिस अभी तक किसी आरोपी को गिरफ्तार नहीं कर पाई है। पुलिसिया कार्यशैली के खिलाफ विरोध जताते हुए और जल्द आरोपियों की गिरफ्तारी की मांग कर गुरुवार को ब्राह्मण समाज ने कैंडल मार्च निकाला। इस दौरान पुलिस को घटना के खुलासे के लिए 2 दिन का अल्टीमेटम दिया गया है। अगर दो दिनों में पुलिस आरोपियों की गिरफ्तारी नहीं करती है तो हाइवे जाम कर बड़े स्तर पर आंदोलन किया जाएगा। कैंडल मार्च में अखिल भारतीय ब्राह्मण महासभा के प्रदेश अध्यक्ष दीपक पांडेय, वरिष्ठ ब्राह्मण नेता नागेश्वर द्विवेदी, ललित शुक्ला, अमित तिवारी, अविचल शुक्ला, अंजनी मिश्रा, अभय दीक्षित, रमापति दुबे, मोहनलालगंज बार काउंसिल के पूर्व उपाध्यक्ष उमेश तिवारी, सतीश शुक्ला, निश्छल शुक्ला, समेत बंथरा, सरोजनीनगर, मोहनलालगंज, पीजीआई, निगोहां, नगराम आदि विभिन्न इलाकों से पहुंचे सैकड़ों लोग शामिल हुए।
पीड़ित परिवार के लिए सुरक्षा की मांग
यह था मामला
रविवार रात बंथरा के कुछ घरों में लाइट नहीं आ रही थी उसे ठीक करवाने के लिए आसपास के लोग ट्रांसफॉर्मर के पास पहुंचे थे। ट्रांसफॉर्मर के पास ही कुछ घरों में लाइट आ रही थी इस पर उक्त घरों के लोगों ने बिजली ठीक करने का विरोध किया। इस दौरान मृतक ऋतिक पांडेय भी वहां मौजूद था और उसकी आरोपियों से मामूली बहस हुई थी। बहस के बाद सब सामान्य हो गया था और सभी लोग वहाँ से अपने घर लौट गए। मृतक के पिता इंद्रकुमार ने पुलिस को दी गई तहरीर में बताया था कि रात करीब 10 :30 बजे अवनीश पुत्र शबोहन सिंह, हिमांशू सिंह, प्रियांशू, प्रत्यूष पुत्र कन्हैया सिंह, शनि पुत्र विनोद सिंह अपने कई साथियों को लेकर लाठी-डंडों व असलहों के साथ घर में घुस गए। आरोपियों ने नौकर मैकू रावत, बेटे अभिषेक उर्फ़ रमन और ऋतिक को बुरी तरह से पीटा। इसके बाद आरोपी मौके से फरार हो गए। अंदरूनी चोटें ज़्यादा गंभीर होने के कारण रात में अचानक ऋतिक की तबीयत बिगड़ गई। परिजन उसे लेकर अस्पताल जा रहे थे की इसी बीच ऋतिक की मौत हो गई। सोमवार को परिजनों ने अस्पताल में प्रदर्शन भी किया था। जिसके बाद साउथ जोन के अधिकारियों के निर्देश पर उक्त पांचों नामजद आरोपियों सहित 10 अज्ञात पर हत्या समेत अन्य धाराओं में मुकदमा दर्ज हुआ।