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Lucknow News: बिल्डर के कनेक्शन तलाशने में जुटी आईटी, रडार पर सप्लायर्स
Lucknow News: आईटी अब बिल्डर और पूर्व IAS के संबंधों को तलाश रही है। साथ ही इनसे पूछताछ की तैयारी भी चल रही है।
Lucknow News: मंगलवार को लखनऊ में MI बिल्डर्स के विभिन्न ठिकानों पर छापेमारी के बाद आईटी की टीम अब उसके कनेक्शन तलाशने में जुट गई है। साथ ही बिल्डर कादिर अली के प्रोजेक्ट्स में बिल्डिंग मटेरियल सप्लाई करने वाले वेंडर्स भी आईटी की रडार पर आ गए हैं। मंगलवार को बिल्डर के ठिकानों के अलावा लखनऊ में आईटी ने वेंडर्स के ठिकानों पर भी छापेमारी की थी। जांच में अधिकारियों के करोड़ों रुपए के अवैध लेनदेन, रिश्वतखोरी और बोगस बिलों के पुख्ता सुबूत मिले हैं। अब आईटी इनकी तह तक जाने के प्रयास कर रही है।
रडार पर पूर्व IAS
बिल्डर के ठिकानों की जांच के दौरान आईटी की टीम को नोएडा के जेपी ग्रीन टाउनशिप में रहने वाले पूर्व IAS राकेश बहादुर से लेनदेन के सुबूत भी मिले हैं। इसके बाद टीम ने आनन फानन में वारंट हासिल कर पूर्व IAS के आवास में छापेमारी की। सूत्रों का कहना है कि दोनों जगहों पर छापेमारी में बिल्डर और पूर्व IAS के बीच करीब 100 करोड़ के लेनदेन का मामला सामने आया है। बताते चलें कि IAS राकेश बहादुर सपा और बसपा सरकारों के कार्यकाल में बेहद महत्वपूर्ण पदों पर रहे हैं। वह लंबे समय तक नोएडा में भी तैनात रहे हैं। सूत्रों का कहना है कि IAS ने अपनी काली कमाई को बिल्डर के प्रोजेक्ट्स में निवेश किया है। आईटी अब बिल्डर और पूर्व IAS के संबंधों को तलाश रही है। साथ ही इनसे पूछताछ की तैयारी भी चल रही है।
निरालानगर से लाटूश रोड तक के व्यापारी निशाने पर
आईटी ने मंगलवार को बिल्डर कादिर अली के गोमती नगर, गोमती नगर विस्तार, बाराबंकी रोड, सुल्तानपुर रोड सहित उसके कई प्रोजेक्ट्स, आवास और ठिकानों पर एक साथ छापेमारी की। यही नहीं, आईटी की टीम ने बिल्डर को भवन निर्माण सामग्री सप्लाई करने वाले व्यापारी अंकुर अग्रवाल की फैक्ट्री में भी छापे मारे। टीम ने यहां भी लेनदेन समेत अन्य दस्तावेज खंगाले हैं। ज्ञात हो कि अंकुर अग्रवाल मॉड्यूलर किचन, स्टील वर्क और आयरन वर्क्स में डील करते हैं। उनकी फैक्ट्री में ही यह चीज़ें तैयार की जाती हैं। उनकी फर्म MI के प्रोजेक्ट्स में भी काम करती है। इसी को लेकर आईटी ने उनके ठिकानों पर छापेमारी की। इसके अलावा गुरुवार को लाटूश रोड पर एक नामी बिजली उपकरण की कंपनी पर भी आईटी की छापेमारी हुई है। यह कंपनी MI को इलेक्ट्रिक उपकरण सप्लाई करती है।