KGMU: सांस के मरीजों में इजाफा, जानें क्यों हो रही दिक्कत

Lucknow News: केजीएमयू के पल्मोनरी डिपार्टमेंट के हेड ऑफ डिपार्टमेंट डॉ. वेद प्रकाश ने कहा कि संस्थान की ओपीडी में सांस के मरीजों में वृद्धि देखने को मिली है। रोजाना करीब 150 से 200 मरीज़ केजीएमयू की ओपीडी पहुंच रहे हैं।

Abhishek Mishra
Published on: 6 Nov 2024 8:30 AM GMT
KGMU: सांस के मरीजों में इजाफा, जानें क्यों हो रही दिक्कत
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Lucknow News: किंग जॉर्ज मेडिकल यूनिवर्सिटी में सांस के मरीजों में इजाफा देखने को मिला है। ओपीडी में हर रोज करीब 150 से 200 मरीज़ पहुंच रहे हैं। इसका सबसे बाद कारण शहर में बढ़ रहा प्रदूषण का स्तर माना जा रहा है। दिवाली के बाद से ही वातावरण में हवा दमघोटू होती जा रही है।

ओपीडी में रोजाना आ रहे 150 से 200 मरीज़

केजीएमयू के पल्मोनरी डिपार्टमेंट के हेड ऑफ डिपार्टमेंट डॉ. वेद प्रकाश ने कहा कि संस्थान की ओपीडी में सांस के मरीजों में वृद्धि देखने को मिली है। रोजाना करीब 150 से 200 मरीज़ केजीएमयू की ओपीडी पहुंच रहे हैं। उन्होंने बताया कि प्रदूषण के बड़े हुए स्तर के चलते खुले में मॉर्निंग वॉक करने वालों को भी समस्या का सामना करना पड़ सकता है।

कैसे करें बचाव

पल्मोनरी डिपार्टमेंट के एचओडी डॉ. वेद प्रकाश ने बताया कि लोगों को कुछ समय के लिए खुले में वॉक करने से बचना चाहिए। जिससे सांस से जुड़ी दिक्कत से बचाव हो सके। अपने घरों में रह कर ही लोग व्यायाम करें। उन्होंने कहा कि बाहर की हवा से बचने के लिए योग का सहारा ले सकते हैं। हवा का स्तर सुधरने तक योगा करना चाहिए।

राजधानी में बढ़ा प्रदूषण का स्तर

प्रदेश की राजधानी लखनऊ में दिवाली के बाद से ही प्रदूषण का स्तर बेहद खराब हो गया है। पूरे शहर में सुबह से धुंध छाई रहती है। हवा का स्तर भी चिंताजनक होता जा रहा है। इसके अलावा की इलाकों में तो हवा जहरीली हो गई है। जिस वजह से अस्पताल में सांस के मरीज बढ़ रहे हैं। सुबह मॉर्निंग वॉक करने वालों को सांस से जुड़ी समस्या से झूझना पड़ सकता है।

Abhishek Mishra

Abhishek Mishra

Correspondent

मेरा नाम अभिषेक मिश्रा है। मैं लखनऊ विश्वविद्यालय से पत्रकारिता में पोस्ट ग्रेजुएट हूं। मैंने हिंदुस्तान हिंदी अखबार में एक साल तक कंटेंट क्रिएशन के लिए इंटर्नशिप की है। इसके साथ मैं ब्लॉगर नेटवर्किंग साइट पर भी ब्लॉग्स लिखता हूं।

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