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Lucknow News: आध्यात्म में भारत ने विश्व को दिखाई नई राह, भारतीय ज्ञान परंपरा सबसे अव्वल

Lucknow News: नेताजी सुभाष चंद्र बोस राजकीय कॉलेज में आयोजित सम्मेलन का समापन हुआ। सम्मेलन में तीन दिनों तक प्राचीन भारतीय ज्ञान परंपरा पर चर्चा हुई। यहां कई सत्र आयोजित किए गए।

Abhishek Mishra
Published on: 18 March 2024 3:40 PM GMT
India showed a new path to the world in spirituality, Indian knowledge tradition is at the top
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आध्यात्म में भारत ने विश्व को दिखाई नई राह, भारतीय ज्ञान परंपरा सबसे अव्वल: Photo- Newstrack

Lucknow News: नेताजी सुभाष चंद्र बोस राजकीय कॉलेज में आयोजित सम्मेलन का समापन हुआ। सम्मेलन में तीन दिनों तक प्राचीन भारतीय ज्ञान परंपरा पर चर्चा हुई। यहां कई सत्र आयोजित किए गए। जिनमें अलग-अलग विशेषज्ञों ने अपनी राय रखी। समापन समारोह के मुख्य अतिथि पूर्व कार्यवाहक मुख्यमंत्री डॉ. अम्मार रिजवी रहे।

दुनिया को भारत ने दिखाई नई राह

अलीगंज क्षेत्र स्थित सुभाष कॉलेज में सोमवार को तीन दिवसीय सम्मेलन का समापन समारोह आयोजित किया गया। समारोह में मुख्य अतिथि रहे पूर्व कार्यवाहक मुख्यमंत्री डॉ. अम्मार रिजवी ने कहा कि प्राचीन काल से ही भारत कई क्षेत्र में आगे रहा है। इसके साथ ही आध्यात्म, कला, साहित्य, चिकित्सा, संस्कृति, विज्ञान, ज्योतिष और गणित में भारत ने दुनिया को नई राह दिखाई है। उन्होंने कहा कि इन सभी क्षेत्रों में हमारे देश ने विश्वभर को ज्ञान दिया है। मुख्य अतिथि ने कहा कि हमारे देश के पास ज्ञान का अंबार है। यहां सदैव सभी धर्मों में सद्भाव की भावना रही है। नियमित रूप से कई सभ्यताएं यहां जन्मीं हैं। उसके बाद यह सभ्यताओं लोगों में फैली हैं। भारत हमेशा से ही वसुधैव कुटुम्बकम की राह पर चला है।


शिक्षा से जन्म लेते हैं संस्कार

उत्तर प्रदेश सरकार में मंत्री दानिश आजाद अंसारी ने तीन दिवसीय सम्मेलन के समापन समारोह की अध्यक्षता की। मंत्री दानिश आजाद ने कहा कि पूरे विश्व में भारत सबसे ज्यादा युवा देश है। अभी हमें बहुत आगे बढ़ना है। उन्होंने कहा कि संस्कारों का जन्म शिक्षा से ही होता है। सभी को राष्ट्र के निर्माण में महत्वपूर्ण योगदान देना होगा। इग्नु की क्षेत्रीय निदेशक डॉ. मनोरमा सिंह, उच्च शिक्षा सहायक निदेशक डॉ. बीएल शर्मा और विद्या भूषण समारोह में विशिष्ट अतिथि के रूप में मौजूद रहे।


सुभाष कॉलेज की प्राचार्या प्रो. अनुराधा तिवारी ने कहा कि इस तीन दिवसीय सम्मेलन में जो भी बातें सामने निकल कर आई हैं। उन सभी को पुस्तक में संकलित कर संजोया जाएगा। हमारी गौरवशाली इतिहास की हमारी पूंजी है। समापन समारोह का संचालन प्रो. संजय बरनवाल द्वारा किया गया। यहां आयोजन सचिव डॉ. पूनम वर्मा और संयोजक डॉ. राजीव यादव और डॉ. रश्मि अग्रवाल सहित कई अन्य लोग मौजूद रहे।

Shashi kant gautam

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