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Lucknow News: पुनर्वास विवि में स्थापित होगा नवाचार केंद्र, सिविल इंजीनियरिंग विभाग ने प्रस्तुत की कार्ययोजना
Rehabilitation University: कुंवर हरिभानु सिंह ने बताया कि एक नवाचार केंद्र को स्थापित किया जाएगा। इसके साथ सिविल इंजीनियरिंग से संबंधित टेक्नोलॉजी और उनके समाधानों के लिए स्टार्टअप को बढ़ावा दिया जाएगा।
Lucknow News: डॉ. शकुंतला मिश्रा राष्ट्रीय पुनर्वास विश्वविद्यालय के सिविल इंजीनियरिंग विभाग की ओर से आगामी कार्य योजनाओं का प्रस्तुतिकरण दिया गया। समन्वयक कुंवर हरिभानु सिंह यादव ने प्रेजेंटेशन में कुलपति प्रो. संजय सिंह के समक्ष विभाग की कई कार्य योजनाएं प्रस्तुत की। उन्होंने आगामी योजनाओं के प्लान का विस्तृत विवरण दिया।
विज्ञान सम्मेलन, सेमिनार का होगा आयोजन
समन्वयक कुंवर हरिभानु सिंह यादव ने कहा कि छात्रों को पढ़ाई में प्रयोग की जाने वाले नई तकनीकों के बारे बताया जाएगा। कार्ययोजना के तहत कोर्स फोल्डर को तैयार किया जाएगा। आगामी तीन वर्षों में अंतःविषय विभाग और इंडस्ट्री की मदद से विज्ञान सम्मेलन, सेमिनार, वर्कशॉप और एफडीपी कराने की योजना है। उन्होंने बताया कि विभाग में संचालित बीटेक पाठ्यक्रम को एआईसीटीई गाइडलाइंस के तहत राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 और सीबीसीएस को ध्यान में रखकर आगामी सत्र 2024-25 से संचालन के लिए तैयार किया गया है। इसके अलावा इंडस्ट्री और इंटरनेशनल कोलैबोरेशन भी करने का प्लान रखा गया है।
इंडस्ट्रियल टूर और इंटर्नशिप कर सकेंगे छात्र
कुंवर हरिभानु सिंह ने बताया कि एक नवाचार केंद्र को स्थापित किया जाएगा। इसके साथ सिविल इंजीनियरिंग से संबंधित टेक्नोलॉजी और उनके समाधानों के लिए स्टार्टअप को बढ़ावा दिया जाएगा। विभाग की ओर से कार्ययोजना में स्थानीय निर्माण फर्मों और सरकारी एजेंसियों के साथ कॉलेबोरेशन की योजना है। इसके माध्यम से छात्रों को इंडस्ट्रियल टूर और इंटर्नशिप करने का अवसर मिलेगा। जियो टेक्निकल लैब का आधुनिकीकरण होगा। जियो टेक्निकल कंसल्टेंसी का भी सृजन किया जाएगा।
प्रतियोगी परीक्षा देने वाले छात्रों को मिलेगा मार्गदर्शन
समन्यवक ने बताया कि विभाग के छात्रों ने गेट, ईएसई, पीएसयू, डिफेंस सर्विसेज की प्रतियोगी परीक्षाओं में सफलता हासिल की है। इसे देखते हुए छात्रों को परीक्षा की तैयारी के मार्गदर्शन दिया जाएगा। प्रतियोगी परीक्षाओं में हिस्सा लेने वाले विद्यार्थियों के लिए व्यक्तिगत परामर्श और नियमित रूप से कक्षाओं का संचालन होगा। इसके जरिए छात्रों को परीक्षा की तैयारी में काफी मदद मिलेगी।