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Lucknow News: लखनऊ के मड़ियांव में युवती पर चाकू से हमला करने वाले युवक की हुई मौत, जेल जाने के डर से खाया था जहर
Lucknow Crime News: शनिवार को पुलिस से मिली जानकारी के मुताबिक, आरोपी युवक की लंबे इलाज के बाद मौत हो गई है। पुलिस ने आरोपी युवक के शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है।
Lucknow News Today Knife Attack on a Girl Case Accused Youth Died
Lucknow News: राजधानी लखनऊ के मड़ियांव थाना क्षेत्र स्थित शंकरपुर गाव में बीते 21 जनवरी को रूबी नाम की 24 वर्षीय युवती पर अज्ञात युवक ने घर में घुसकर चाकुओं से हमला कर दिया था। घटना को अंजाम देकर आरोपी युवक मौके पर अपनी बाइक छोड़कर फरार हो गया था। बताया जाता है कि पुलिस ने घटना के बाद सर्विलांस टीम की मदद से आरोपी को हिरासत में ले लिया था लेकिन उसका स्वास्थ्य खराब होने के चलते बिना किसी को जानकारी दिए आरोपी को पुलिस ने KGMU के ट्रामा सेंटर में भर्ती कराया था। शनिवार को पुलिस से मिली जानकारी के मुताबिक, आरोपी युवक की लंबे इलाज के बाद मौत हो गई है। पुलिस ने आरोपी युवक के शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है।
बाइक नंबर की मदद से आरोपी के घर पहुंची थी पुलिस
थाना मड़ियांव के प्रभारी निरीक्षक शिवानन्द मिश्रा ने बताया कि आरोपी युवक का नाम अंकुल था। युवक घटना को अंजाम देकर मौके पर अपनी बाइक छोड़कर फरार हो गया था। बाइक नंबर की मदद से पुलिस टीम सीतापुर के रहने वाले आरोपी अंकुल के घर पहुंची। वहां पुलिस को पता चला कि आरोपी अंकुल एक युवती के एक्सीडेंट होने की बात कहकर घर से निकल गया था। तब से लगातार पुलिस टीम उसकी तलाश कर रही थी।
घटना के बाद जेल जाने के डर से खाया था जहर
तेजी से हो रही तलाश के बीच बीते दिनों सर्विलांस की मदद से पुलिस को उसकी खबर मिली। बताया जाता है कि घटना को अंजाम देकर जेल जाने के डर से अंकुल ने जहर खा लिया था, जिसके बाद अंकुल के परिजनों ने उसे सीतापुर रोड स्थित एक नर्सिंग होम में भर्ती कराया था। पुलिस ने इसकी जानकारी मिलते ही आरोपी अंकुल को अपनी निगरानी में KGMU के ट्रॉमा सेंटर में भर्ती कराया, जहां लंबे समय से चल रहे इलाज के बाद शनिवार को उसकी मौत की खबर सामने आई। मड़ियांव पुलिस के अनुसार, अंकुल की हालत ठीक न होने से घटना के बारे में पूछताछ नहीं हो पाई है।
15 दिन के इलाज के बाद डिस्चार्ज हुई थी युवती
हमले में गम्भीर रूप से घायल रूबी का KGMU के ट्रामा सेंटर में इलाज चल रहा था। 15 दिन बाद हॉस्पिटल से डिस्चार्ज होकर रूबी घर पहुंची थी, जिसके बाद से लगातार रूबी व उसका परिवार आरोपी की गिरफ्तारी की मांग कर रहा था। रूबी के परिजनों का कहना था कि घटना के दौरान रूबी के चेहरे गले आदि जगह पर चाकू के हमले से कई गहरे घाव हुए थे, जिसकी वजह से उसकी 50 से अधिक टांके लगे थे। उस दौरान पुलिस की मदद से रूबी की जान बच पाई थी।