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Lucknow News: प्रॉपर्टी डीलरों ने अफसरों को किया खुश और हड़प ली लखनऊ की 5 लाख वर्ग मीटर जमीन
Lucknow News: लखनऊ के किसान पथ के करीब अवैध प्लाटिंग का कारोबार तेजी से चल रहा है। यह अवैध प्लाटिंग का कारोबार विभाग के असफरों और तहसीलों द्वारों की मिलीभगत से काफी फल-फूल रहा है। बल्कि कुछ महीने पहले लखनऊ के जिलाअधिकारी डीएम सूर्यपाल गंगवार ने जिले के सभी एसडीएम को शहर में अवैध प्लाटिंग रोकने के लिए कड़े निर्देश दिये थे।
Lucknow News: यूपी के नौकर शाही और अफसरों के क्या ही कहने हैं? बस जनाब के जेब गर्म करिये और करवा डालिये अपने मन मुताबिक काम, क्या मजाल जो कई आवाज उठा दे? बस मुख्यमंत्री साहब को भनक न लगे। लग भी जाए तो भी चिंता करने की कोई जरूरत नहीं, क्योंकि यूपी में सीएम को अपने नौकरशाहों पर पूरा भरोसा है कि वह जो काम करेंगे, उसमें प्रदेश की छवि उत्तम होगी। दअसल, अफसरों को पैसे की इतनी भूख हो गई है कि वह किसी की अनुमित लेना जरूर नहीं समझ रहे हैं और बिना अनुमित के बिल्डिरों को पांच लाख वर्ग मीटर से अधिक खेती करने वाले योग जमीन की बिक्री कर दी है।
डीएम के आदेशों की हुई अनदेखी
लखनऊ के किसान पथ के करीब अवैध प्लाटिंग का कारोबार तेजी से चल रहा है। यह अवैध प्लाटिंग का कारोबार विभाग के असफरों और तहसीलों द्वारों की मिलीभगत से काफी फल-फूल रहा है। बल्कि कुछ महीने पहले लखनऊ के जिलाअधिकारी डीएम सूर्यपाल गंगवार ने जिले के सभी एसडीएम को शहर में अवैध प्लाटिंग रोकने के लिए कड़े निर्देश दिये थे। इसके बावजूद जिम्मेदार अधिकारियों ने इस पर कोई कार्रवाई नहीं की, बल्कि बिना जिला पंचायत के अनुमित के बिना 5 लाख वर्ग मीटर जमीन बेच दी।
मंडलायुक्त ने दिये कार्रवाई के निर्देश
राहत की बात यह रही कि किसान पथ के पास प्रतिबंध दायरे में हो रहे पांच सौ मीटर पर प्लाटिंग पर मंडलायुक्त डॉ. रोशन जैकब की नजर पड़ी। तत्काल प्रभाव से प्रशासन, नगर निगम, एलडीए और जिला पंचायत को इन प्लाटिंग पर कार्रवाई करने का निर्देश दिए थे। जिसके बाद जिला पंचायत ने नगर निगम और एलडीए के विस्तार वाले गांव को छोड़कर तहसीलों में गाटावार सर्वे करवाया। इस सर्वे में इस बात का तब जाकर खुलासा हुआ कि अवैध तरीके से पांच लाख वर्ग मीटर से अधिक जमीन की बिक्री कर दी गई है। इसके बाद जिला पंचायत ने करीब 88 प्रापर्टी डीलरों को नोटिस सेंड किया है। इसमें कुछ का गाटावार सर्वे हुआ है और यह अनुमान लगाया गया है कि यह आंकड़ा अधिक भी हो सकता है।
बिना मानचित्र पास हुए हुई प्लाटिंग
इतना ही नहीं, जिला पंचायत में तैनात अफसर बिल्डिरों पर इतनी दया दिखाई कि बिना मानचित्र पास कराए प्लाटिंग भी करा दी। बल्कि प्रापर्टी डीलरों को अपने घूसखोरों अफसरों पर इतना भरोसा था कि जमीन को भूउपयोग भी नहीं परिवर्तित कराया और दनादन प्लाटिंग करते रहे। इससे साफ पता चलता है कि जिला पंचायत के अधिकारियों ने डीएम के आदेशों को दरकिनार किया है और मंडलायुक्त और डीएम को गुमराह करते रहे। अवैध प्लाटिंग को लेकर जिला पंचायत और तहसील के लोग एक दूसरे का साथ पत्र पत्र खेलते रहे।
इस मुद्दे पर अपर मुख्य अधिकारी का यह कहना
किसान पथ पर हुई अवैध प्लाटिंग पर जिला पंचायत के अपर मुख्य अधिकारी ज्योति दीक्षित का कहना है कि जो भी इस कृत्य में शामिल है, उससे छोड़ा नहीं जाएगा। बिना अनुमित के किसी भी को प्लाटिंग नहीं करने दी जाएगी। वहीं, जिन्होंने ऐसा किया उनके खिलाफ कुछ समय में बड़ी कार्रवाई होगी।