TRENDING TAGS :
Lucknow News: सितंबर तक किसी भी तरह के बेसमेंट की खुदाई पर लगी रोक, बारिश के चलते लिया गया फैसला
Lucknow News: कई व्यवसायिक और निजी भवन स्वामी लखनऊ विकास प्राधिकरण (LDA) से नक्शा स्वीकृत करा लेते हैं। इसके बाद बिल्डिंग के बाहर एक बोर्ड टांग दिया जाता है, जिसमें लखनऊ विकास प्राधिकरण द्वारा स्वीकृत मानचित्र और अनुमति संख्या दर्शा दी जाती है।
Lucknow News: राजधानी में बिना अनुमति के बेसमेंट (Basement) की खुदाई होना आम बात बन चुकी है। कई बार बेसमेंट बनाने के दौरान हादसे हुए हैं, बारिश में बेसमेंट खुदाई के दौरान पानी भर जाना जानलेवा हादसों को सबब बनता रहा है। इसी को देखते हुए इस बार जिला प्रशासन चौकन्ना हो चुका है। अगले एक महीने यानी सितंबर के पहले सप्ताह तक राजधानी में किसी भी तरह के व्यवसायिक या निजी निर्माण में बेसमेंट खोदने पर पूरी तरह रोक लगा दी गई है।
Also Read
हमेशा सवालों के घेरे में रहा है बेसमेंट का निर्माण
दरअसल, बेसमेंट खोदने की नियमानुसार प्रक्रिया इतनी जटिल है कि इसे बहुत से भवन निर्माण कराने वाले पूरा नहीं करते। लखनऊ विकास प्राधिकरण (LDA) बेसमेंट खुदाई की परमिशन देता भी है, तो उसमें नगर निगम, आर्किटेक्चर, फायर, जल संस्थान, भू-गर्भ से लेकर तमाम विभागों की एनओसी लगनी होती है। ऐसे में अक्सर भवन स्वामी अलग-अलग तरीका अपनाकर बेसमेंट खोदने लगते हैं।
नक्शा पास कराया और शुरू की बेसमेंट खुदाई
कई व्यवसायिक और निजी भवन स्वामी लखनऊ विकास प्राधिकरण (LDA) से नक्शा स्वीकृत करा लेते हैं। इसके बाद बिल्डिंग के बाहर एक बोर्ड टांग दिया जाता है, जिसमें लखनऊ विकास प्राधिकरण द्वारा स्वीकृत मानचित्र और अनुमति संख्या दर्शा दी जाती है। बस, इसी के बाद मनमानी शुरू हो जाती है। नक्शा किसी और तरह का पास कराया जाता है और बेसमेंट की खुदाई शुरू हो जाती है। राजधानी में बाजारों, मोहल्लों से लेकर गली-कूचों तक इमारतों में खुदे बेसमेंट इस बात की गवाही देते हैं कि किस बड़े पैमाने पर नियमों की अवहेलना की जाती है। खुद एलडीए भी इस अवैध बेसमेंट को बड़ी समस्या की तरह मानता रहा है। तभी आएदिन राजधानी में कहीं न कहीं एलडीए अधिकारी धावा बोलते हैं और अवैध बेसमेंट या बिल्डिंग को सील करने की कार्रवाई की जाती है।
महानगर इलाके में बन रहे बेसमेंट में घुसा पानी
गुरूवार को ही महानगर के पास खोदे जा रहे एक बड़े प्रोजेक्ट के बेसमेंट में तेज़ बारिश से पानी भर गया। स्थानीय लोगों के मुताबिक इस बेसमेंट से नाले तक की दूरी काफी कम है। जिसके बाद तेज बारिश आई और बेसमेंट में नाले का पानी जाने लगा। जिससे आसपास बने फ्लैटों की नींव तक में पानी भरने लगा है। इसके बारे में स्थानीय लोगों ने लखनऊ विकास प्राधिकरण से शिकायत की है। लखनऊ विकास प्राधिकरण उपाध्यक्ष (LDA VC) इंद्रमणि त्रिपाठी से मिली जानकारी के मुताबिक इस नाले की दीवार को सही कराने के निर्देश दे दिए गए हैं। इसके अलावा जिला प्रशासन और एलडीए ने बारिश को देखते हुए संयुक्त रूप से निर्णय लिया है कि राजधानी में एक माह तक किसी भी तरह के बेसमेंट की खुदाई का कार्य नहीं किया जाएगा।