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Lucknow News: LU ने बिना AICTE अप्रूवल के बीबीए और बीसीए की संबद्धता दी, कॉलेजों को नए सर्कुलर के बारे में नहीं पता

Lucknow News: एआईसीटीई के सदस्य सचिव प्रो. राजीव कुमार के मुताबिक यदि किसी विवि ने एआईसीटीई से अनुमोदन प्राप्त कर लिया है तो सिर्फ उसके घटक संस्थानों को अनुमोदन लेने से छूट है।

Abhishek Mishra
Published on: 12 July 2024 11:00 AM IST
Lucknow News: LU ने बिना AICTE अप्रूवल के बीबीए और बीसीए की संबद्धता दी, कॉलेजों को नए सर्कुलर के बारे में नहीं पता
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Lucknow News: लखनऊ विश्वविद्यालय ने अखिल भारतीय तकनीकी शिक्षा परिषद यानी एआईसीटीई से बिना अनुमोदन लिए ही कई कॉलेजों को बीबीए और बीसीए पाठ्यक्रम के लिए संबद्धता दी गई है। जबकि एआईसीटीई सर्कुलर में शैक्षिक सत्र 2024-25 से सभी कॉलेजों को इन पाठ्यक्रमों के संचालन के लिए संस्तुति पाना जरूरी बताया गया है। तकनीकी परिषद के उच्च अधिकारियों का भी कहना है कि बीबीए, बीसीए और बीएमएस कार्यक्रम संचालन के लिए एआईसीटीई की मंजूरी जरूरी है।

तीन दिन पहले मिली संबद्धता

एलयू में नौ जुलाई को कार्य परिषद की बैठक का आयोजन किया गया था। इसमें नौ नए कॉलेजों को संबद्धता और पहले से संचालित 39 कॉलेजों में 52 पाठ्यक्रमों की स्थायी संबद्धता भी प्रदान की गई। बैठक में ही कई कॉलेजों को बिना एआईसीटीई अनुमोदन के बीबीए और बीसीए पाठ्यक्रम के संचालन के लिए संबद्धता दे दी गई है। जानकारी के अनुसार एलयू प्रशासन की ओर से कॉलेजों से आवेदन लेते समय भी एआईसीटीई अनुमोदन का पत्र नहीं मांगा गया था। जिससे कॉलेजों ने बिना अखिल भारतीय तकनीकी शिक्षा परिषद से अनुमोदन लिए ही बीबीए और बीसीए पाठ्यक्रम की संबद्धता के लिए आवेदन कर दिया।

घटक संस्थानों को अनुमोदन से छूट

एआईसीटीई के सदस्य सचिव प्रो. राजीव कुमार के मुताबिक यदि किसी विवि ने एआईसीटीई से अनुमोदन प्राप्त कर लिया है तो सिर्फ उसके घटक संस्थानों को अनुमोदन लेने से छूट है। केंद्र या राज्य विवि से संबद्ध सभी कॉलेजों को बीबीए, बीसीए और बीएमएस पाठ्यक्रम संचालन के लिए एआईसीटीई से अनुमोदन जरूरी है। एलयू प्रवक्ता प्रो. दुर्गेश श्रीवास्तव ने बताया कि शासन के दिशा निर्देशों के अनुसार ही संबद्धता प्रदान की जाती है। आगे कोई भी गाइडलाइन आएगी तो उसे लागू किया जाएगा।

एआईसीटीई अनुमोदन के बारे में कॉलेजों को सूचना नहीं

केकेसी के प्राचार्य प्रो. विनोद चंद ने बताया कि कॉलेज में अगले सत्र से बीसीए शुरू करने की योजना है। इसके लिए एआईसीटीई में आवेदन कर रहे हैं। बीबीए के संबंध में एआईसीटीई अनुमोदन की कोई सूचना एलयू से नहीं मिली है। इसी तरह कालीचरण पीजी कॉलेज के प्राचार्य प्रो. चंद्रमोहन उपाध्याय का कहना है कि यह विवि की मोरल रिस्पांसबिलिटी है कि उन्हें अपने संबद्ध कॉलेजों को सभी नए डेवलेपमेंट के बारे में बताना चाहिए। विवि की ओर से कोई सूचना नहीं दी गई है।

कार्य परिषद में इन कॉलेजों को मिली मंजूरी

कार्य परिषद की बैठक में सिटी एकेडमी डिग्री कॉलेज लखनऊ को बीसीए और श्री कृष्णा एजुकेशनल इंस्टीट्यूट सीतापुर को बीबीए व बीसीए को सत्र 2024-25 से तीन वर्षों की अस्थायी संबद्धता दी गई है। इसी तरह आधारशिला कॉलेज ऑफ प्रोफेशनल कोर्सेज रायबरेली को बीबीए व बीसीए, इंस्टीट्यूट ऑफ कोआपरेटिव एंड कार्पोरेट मैनेजमेंट रिसर्च एंड ट्रेनिंग लखनऊ को बीबीए और अम्बालिका इंस्टीट्यूट ऑफ हायर एजुकेशन को बीबीए व बीसीए के लिए सत्र 2024-25 के लिए संबद्धता प्रदान की गई है।

Abhishek Mishra

Abhishek Mishra

Correspondent

मेरा नाम अभिषेक मिश्रा है। मैं लखनऊ विश्वविद्यालय से पत्रकारिता में पोस्ट ग्रेजुएट हूं। मैंने हिंदुस्तान हिंदी अखबार में एक साल तक कंटेंट क्रिएशन के लिए इंटर्नशिप की है। इसके साथ मैं ब्लॉगर नेटवर्किंग साइट पर भी ब्लॉग्स लिखता हूं।

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