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Lucknow News: 'What's app पर आया मेसेज... क्लिक करते ही हैक हो जाता है फोन', लखनऊ पुलिस की गिरफ्त में आये 3 ठगों ने खोला बड़ा राज
Lucknow News: शुक्रवार को लखनऊ की साइबर क्राइम सेल और थाना वजीरगंज पुलिस की संयुक्त टीम ने एक बड़े साइबर ठगी गिरोह का भंडाफोड़ करते हुए रियाज आलम, उल्फत अंसारी और नियाज अंसारी नाम के 3 शातिर ठगों को झारखंड से गिरफ्तार किया है।
Lucknow Cyber Crime Cell and Wazirganj Police arrest three accused cyber fraud gang from Jharkhand
Lucknow News: साइबर ठगी के बढ़ते मामलों के बीच लखनऊ की साइबर पुलिस अपराधियों की धड़पकड़ में लगी हुई है। इसी धड़पकड़ के बीच शुक्रवार को लखनऊ की साइबर क्राइम सेल और थाना वजीरगंज पुलिस की संयुक्त टीम ने एक बड़े साइबर ठगी गिरोह का भंडाफोड़ करते हुए रियाज आलम, उल्फत अंसारी और नियाज अंसारी नाम के 3 शातिर ठगों को झारखंड से गिरफ्तार किया है। गिरफ्तारी के बाद इन ठगों ने ठगी के सारे खेल का पर्दाफाश किया। बताया जाता है कि ये ठग व्हॉट्सऐप के माध्यम से फर्जी APK फाइल/लिंक भेजकर लोगों के मोबाइल फोन हैक कर लेते थे और फिर उनके बैंक अकाउंट से लाखों रुपये निकाल लेते थे।
पूछताछ में खोला ठगी के खेल का सारा राज
गिरफ्तारी के बाद तीनों शातिर ठगों ने अपने ठगी के पूरे खेल से पर्दा उठाया। पूछताछ में उन्होंने बताया कि साइबर ठगी को अंजाम देने के लिए बहुत ही सुनियोजित तरीके से काम करते थे। ये ठग प्रधानमंत्री आवास योजना, प्रधानमंत्री कुसुम योजना जैसी सरकारी योजनाओं के नाम पर Whats App पर एक ऐप फाइल भेजते थे। व्हाट्स ऐप पर मिकी इस फ़ाइल को जब कोई व्यक्ति डाउनलोड करता, तो उसका फोन पूरी तरह हैक हो जाता था।
फोन से सारे मैसेज ठगों के फोन में हो जाते हैं फॉरवर्ड
ठगों ने बताया कि फोन हैक होने के बाद पीड़ित के मोबाइल से आने वाले सभी मैसेज ठगों के मोबाइल नंबर पर फॉरवर्ड हो जाते थे। इसके जरिए वे पीड़ित के बैंक खाते की UPI आईडी, नेट बैंकिंग डिटेल्स और ओटीपी तक पहुंच बना लेते थे। ये सभी शातिर अपराधी पीड़ित का आधार कार्ड M-आधार ऐप और अन्य ऑनलाइन प्लेटफॉर्म्स से डाउनलोड कर लेते थे। आपको बता दें कि आधार कार्ड डाउनलोड होने के बाद कैनरा बैंक, पंजाब नेशनल बैंक, उज्जीवन बैंक, फिनकेयर बैंक, बंधन बैंक और आईसीआईसीआई बैंक जैसे कुछ बैंकों में आधार नंबर के माध्यम से यूपीआई और नेट बैंकिंग लॉगिन संभव होता है।
डाउनलोडेड आधार कार्ड की मदद से खातों में सेंध लगाकर अकॉउंट कर देते थे खाली
ठगों ने बताया कि झांसे में आने वाले लोगों का ऐप के जरिये आधार कार्ड डाउनलोड करके उसी के सहारे पीड़ित के बैंक अकाउंट में घुस जाते थे और वहां से पैसे अपने फर्जी बैंक खातों में ट्रांसफर कर लेते थे। इतना ही नहीं, ठगी के बाद शातिर ठग तुरंत पास के एटीएम से पैसे निकाल लेते थे और रकम आपस में बांट लेते थे ताकि उन तक पहुंच पाना मुश्किल हो। गिरफ्तारी के दौरान शातिर ठगों के कब्जे से 11 स्मार्टफोन और क्रेटा कार बरामद किया है।