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Lucknow News: छठ घाट का निरीक्षण करने पहुंची मंडलायुक्त, विभिन्न विभागों के अधिकारी भी रहे मौजूद

Lucknow News:मंडलायुक्त लखनऊ रोशन जैकब ने गोमती तट स्थित छठ घाट का निरीक्षण किया। इस दौरान उन्होंने घाट पर साफ-सफाई, सुरक्षा, विद्युत समेत अन्य व्यवस्थाएं परखी।

Santosh Tiwari
Published on: 5 Nov 2024 1:03 PM IST (Updated on: 5 Nov 2024 1:28 PM IST)
Lucknow News: छठ घाट का निरीक्षण करने पहुंची मंडलायुक्त, विभिन्न विभागों के अधिकारी भी रहे मौजूद
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छठ घाट का निरीक्षण करने पहुंची मंडलायुक्त, विभिन्न विभागों के अधिकारी भी रहे मौजूद  (Pic- Newstrack)

Lucknow News: छठ पर्व के मद्देनजर मंगलवार को मंडलायुक्त लखनऊ रोशन जैकब ने गोमती तट स्थित छठ घाट का निरीक्षण किया। इस दौरान उन्होंने घाट पर साफ-सफाई, सुरक्षा, विद्युत समेत अन्य व्यवस्थाएं परखी। उनके साथ नगर आयुक्त इंद्रजीत सिंह, एडीसीपी सेंट्रल मनीषा सिंह समेत बड़ी संख्या में विभिन्न विभागों के अधिकारी मौजूद रहे। मंडलायुक्त ने अधिकारियों को निर्देशित करते हुए कहा कि घाट पर आने वाले श्रद्धालुओं को किसी भी प्रकार की असुविधा न हो। यहां नगर निगम की ओर से साफ सफाई की विशेष व्यवस्था की जाए। साथ ही शौच आदि के लिए मोबाइल टॉयलेट, पानी के टैंकर आदि भी रखवाए जाएं। इसके अलावा परिसर में प्रकाश की पर्याप्त व्यवस्था एवं सुचारू विद्युत सप्लाई के लिए मार्ग प्रकाश और विद्युत अधिकारियों को भी निर्देशित किया है।

आज से शुरू हुआ छठ का व्रत

बताते चलें कि चार दिन चलने वाला छठ का व्रत मंगलवार की सुबह नहाय खाय से शुरू हुआ है। सूर्यदेव और छठ मैया को समर्पित यह व्रत चतुर्थी से शुरू होता है और सप्तमी पर संपन्न होता है। पर्व के तीसरे दिन महिलाएं पानी में खड़े होकर डूबते सूर्य को अर्घ्य देती हैं। इसके अगले दिन उगते सूर्य को भी अर्घ्य अर्पित किया जाता है। लखनऊ में कुड़ियाघाट, लक्ष्मण मेला घाट, पंचवटी घाट, गऊ घाट, गोमती नगर विस्तार के गोमती तट समेत कई निजी कॉलोनियों और अपार्टमेंट में महिलाएं सूर्य को अर्घ्य देंगी। कहा जाता है कि डूबते सूर्य को अर्घ्य देने का विशेष महत्व है। अर्घ्य देकर महिलाएं अपने घरों में सुख और समृद्धि की कामना करती हैं।

कल होगा खरना, लगेगा मैया को भोग

पंडित रवि मिश्रा ने बताया कि मंगलवार को नहाय खाय से आरंभ हुए छठ के व्रत में बुधवार को खरना संपन्न होगा। इसमें शाम को व्रती महिलाएं गुड़ की खीर बनाकर छठी मइया को भोग लगाएंगी। इसके बाद पूरा परिवार इस खीर को प्रसाद के रूप में ग्रहण करेगा। गुरुवार की शाम डूबते सूर्य को अर्घ्य दिया जाएगा। इसके बाद आठ नवंबर शुक्रवार को उगते सूर्य को अर्घ्य देने के बाद व्रत संपन्न होगा। छठ का पर्व बिहार और उसके बाद उत्तर प्रदेश के पूर्वांचल में बड़ी संख्या में लोग मनाते हैं। देश के विभिन्न हिस्सों में बसे बिहार और पूर्वांचल के लोग भी छठ मनाते हैं।



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Ragini Sinha

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