Lucknow News: लखनऊ रेंज पुलिस और पीरामल फायनांस ने लॉन्च की साइबर सुरक्षा जागरूकता पहल ‘सबकी नियत साफ नहीं होती‘

Lucknow News: यह पायलट प्रोजेक्ट रायबरेली, सीतापुर, हरदोई, उन्नाव और खीरी में शुरू किया जाएगा। यह नागरिकों को सुरक्षा और वित्तीय साइबर धोखाधड़ी से बचाव के बारे में जागरूकता बढ़ाने से जुड़ी संयुक्त पहल है। इस संयुक्त पहल के तहत, नुक्कड़ नाटक, सोशल मीडिया आउटरीच, संवादपरक कार्यशाला, वीडियो, बैनर, साइनेज बोर्ड और अन्य गतिविधियां शामिल होंगी।

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Newstrack Network
Published on: 27 Sep 2023 10:00 AM GMT
Lucknow Range Police and Piramal Finance launch cyber security
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Lucknow Range Police and Piramal Finance launch cyber security  (photo: social media )

Lucknow News: लखनऊ रेंजपुलिस और पीरामल कैपिटल एंड हाउसिंग फायनांस लिमिटेड (जिसे पीरामल फायनांस कहते हैं) ने 26 सितंबर को ‘सबकी नियत साफ नहीं होती‘ अभियान के लॉन्च की घोषणा की। जो नागरिकों को सुरक्षा और वित्तीय साइबर धोखाधड़ी से बचाव के बारे में जागरूकता बढ़ाने से जुड़ी एक संयुक्त पहल है। इस संयुक्त पहल के तहत, नुक्कड़ नाटक, सोशल मीडिया आउटरीच, संवादपरक कार्यशाला, वीडियो, बैनर, साइनेज बोर्ड और अन्य गतिविधियां शामिल होंगी।

सबसे पहले लखनऊ रेंज में लागू की जाएगी-

पायलट प्रोजेक्ट के रूप में शुरू की गई यह संयुक्त पहल, सबसे पहले, अगले 2 महीनों में लखनऊ रेंज में लागू की जाएगी, जिसमें रायबरेली, सीतापुर, हरदोई, उन्नाव और खीरी जिले शामिल होंगे। इस पहल को संबंधित जिलों के सुपरिंटेन्डेंट ऑफ पुलिस (एसपी) के सहयोग से लागू किया जाएगा।

इस पहल को रायबरेली में लखनऊ जोन के एडिशनल डीजी पीयूष मोर्डिया, लखनऊ रेंज के आईजी तरूण गौबा और रायबरेली के एसपी आलोक प्रियदर्शी ने पीरामल फायनांस के चीफ ऑपरेटिंग ऑफिसर सुनीत मदान और पीरामल फायनांस के हेड-मार्केटिंग अरविंद अय्यर के साथ अन्य वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों और पीरामल फायनांस के अधिकारियों की उपस्थिति में लॉन्च किया।

इस पहल का उद्देश्य उन अनुभवों और साइबर खतरों के बारे में लोगों को जागरूक बनाना है जिनका लोग दैनिक स्तर पर सामना करते हैं और उन्हें सतर्क रहने और वित्तीय साइबर धोखाधड़ी का शिकार न होने के लिए शिक्षित करना है। इसके अतिरिक्त इसका उद्देश्य संभावित साइबर खतरों को पहचानने, निवारक उपाय करने, धोखाधड़ी वाली गतिविधियों की तुरंत रिपोर्ट करने और लोगों को खुद को तथा अपने प्रियजनों को संभावित वित्तीय नुकसान से बचाने के लिए आवश्यक जानकारी और कौशल से लैस करना है।

जागरूकता बढ़ाने के तरीकों की तलाश में रहते हैं-

इस पहल के लॉन्च के मौके पर लखनऊ जोन के एडिशनल डीजी पीयूष मोर्डिया ने कहा, “साइबर सुरक्षा जैसे जटिल विषय को समझना चुनौतीपूर्ण हो सकता है और हम हमेशा आम जनता के बीच उन्हें सक्रिय रूप से शिक्षित करने और जागरूकता बढ़ाने के तरीकों की तलाश में रहते हैं। मुझे उम्मीद है कि पीरामल फायनांस के साथ यह पहल साइबर सुरक्षा के रहस्यों को उजागर करेगी, साइबर-मानसिकता पैदा करेगी और लोगों को साइबर खतरों की पहचान करने और इससे निपटने के लिए सशक्त बनाएगी। ‘सबकी नियत साफ नहीं होती‘ पहल इस दिशा में एक सकारात्मक कदम है और मुझे इस पहल के शुभारंभ के मौके पर उपस्थित होने की खुशी है।‘ वहीं लखनऊ रेंज के आईजी तरूण गौबा ने कहा, “हम सब ऑनलाइन सुरक्षा-घर पर, कार्यस्थल पर और अपने लोगों के बीच के लिए कुछ सरल उपाय करें तो इंटरनेट का उपयोग करना, खास कर वित्तीय लेन-देन सभी के लिए अधिक सुरक्षित हो जाता है। पीरामल फायनांस की संयुक्त पहल ‘सबकी नियत साफ नहीं होती‘ नागरिकों को अधिक जागरूक बनाने और वित्तीय साइबर धोखाधड़ी के खिलाफ सतर्क रहने के लिए सरल, अमल में लाने योग्य सलाह देने पर केंद्रित है।

उन्होंने कहा, आम जनता के बीच जागरूकता बढ़ाना और सार्वजनिक तथा निजी क्षेत्रों के बीच मजबूत सहयोग को बढ़ावा देना, इंटनेट के दायरे में लोगों और उनकी वित्तीय स्थिति दोनों की सुरक्षा के लिए महत्वपूर्ण उपाय हैं। यह पहल, एक पायलट प्रोजेक्ट है, जिसे लखनऊ रेंज के जिलों में लागू किया जा रहा है। इस पर मिली प्रतिक्रिया और फीडबैक के आधार पर हम पुलिस महानिदेशक के समक्ष एक प्रस्तुति देंगे ताकि इस पहल को राज्य भर में आगे बढ़ाने के लिए उनकी राय ली जा सके।

रायबरेली के एसपी आलोक प्रियदर्शी ने कहा, “मैं लखनऊ रेंज पुलिस और पीरामल फायनांस के साथ शुरू हो रही संयुक्त पहल के शुभारंभ में भाग लेने के लिए अपने वरिष्ठ मोर्डिया जी, गौबा जी और पीरामल फायनांस के वरिष्ठ अधिकारियों मदान जी और अय्यर जी को धन्यवाद देता हूं। मैं इस बात से सम्मानित महसूस कर रहा हूं कि रायबरेली पहला जिला है, जहां से नागरिकों के लिए इस साइबर धोखाधड़ी जागरूकता की पहल के पायलट कार्यक्रम को शुरू किया जा रहा है।

अभी भी बहुत कुछ करना बाकी है-

पीरामल फायनांस के चीफ ऑपरेटिंग ऑफिसर सुनीत मदान ने कहा, “भारत में इंटरनेट के उपयोग में उल्लेखनीय वृद्धि के बीच, दुनिया भर में दूसरे सबसे बड़े उपयोगकर्ता आधार के साथ हमें यह स्वीकार करना चाहिए कि देश के अर्ध-शहरी और ग्रामीण इलाकों में डिजिटल पैठ गहरी हुई है। इसलिए साइबर साक्षरता की सख्त जरूरत है और साइबर सुरक्षा जागरूकता बढ़ाने के लिए अभी भी बहुत कुछ करना बाकी है। हमें इस महत्वपूर्ण पहल में उत्तर प्रदेश पुलिस के साथ जुड़कर खुशी हो रही है। इस पहल का उद्देश्य राज्य के नागरिकों को न केवल साइबर खतरों को पहचानने में, बल्कि ऐसी घटनाओं को सक्रिय रूप से रोकने और इनसे निपटने के लिए सही रास्ते तलाशने में भी सशक्त बनाना है। यह डिजिटल रूप से सुरक्षित भारत की दिशा में सही दिशा में एक कदम है।‘‘

पीरामल फायनांस के हेड- मार्केटिंग अरविंद अय्यर ने कहा, ‘‘साइबर धोखाधड़ी के बढ़ते खतरे से निपटने के लिए उत्तर प्रदेश पुलिस के साथ सहयोग कर हमें खुशी हो रही है। हमारा लक्ष्य है, डिजिटल खतरों से खुद को बचाने के लिए नागरिकों के बीच जागरूकता और ज्ञान की एक मजबूत नींव तैयार करना। यह पहल, सामाजिक जिम्मेदारी के प्रति हमारी प्रतिबद्धता और एक सुरक्षित डिजिटल माहौल को बढ़ावा देने के लक्ष्य के अनुरूप है।‘‘

Monika

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Content Writer

पत्रकारिता के क्षेत्र में मुझे 4 सालों का अनुभव हैं. जिसमें मैंने मनोरंजन, लाइफस्टाइल से लेकर नेशनल और इंटरनेशनल ख़बरें लिखी. साथ ही साथ वायस ओवर का भी काम किया. मैंने बीए जर्नलिज्म के बाद MJMC किया है

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