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LU के शिक्षकों को मिली लाखों रुपए की ग्रांट, कुल 23 शिक्षकों की धनराशि मंजूर
Lucknow University: एलयू के अलग-अलग विभागों के शिक्षकों को शोध के लिए रिसर्च एंड डेवलेपमेंट योजना के अंतर्गत धनराशि मिलेगी।
Lucknow University (PHOTO: social media )
Lucknow University: लखनऊ विश्वविद्यालय के शिक्षकों को शोध के लिए लाखों रूपये की ग्रांट मिली है। कुल 23 शिक्षकों को रिसर्च करने के लिए इस राशि को मंजूरी प्रदान की गई है। शोध कर रहे शिक्षकों को रिसर्च एंड डेवलेपमेंट योजना के तहत यह ग्रांट मिली है।
23 शिक्षकों को शोध के लिए मिली ग्रांट
शासन की ओर से एलयू के अलग-अलग विभागों के शिक्षकों को शोध के लिए रिसर्च एंड डेवलेपमेंट योजना के अंतर्गत धनराशि मिलेगी। सभी शिक्षकों को रिसर्च के टॉपिक के अनुसार लाखों रुपए तक को ग्रांट मिली है। इन शिक्षकों में प्राणिशास्त्र विभाग की प्रो. गीतांजलि मिश्रा और शैली मलिक, विधि विभाग के प्रो. राकेश कुमार सिंह और डॉ. रिचा सक्सेना, शिक्षाशास्त्र विभाग से डॉ. किरण लता डंगवाल, अर्थशास्त्र से डॉ. प्रीति सिंह शामिल हैं। इसके साथ समाज कार्य विभाग के प्रो. अनूप कुमार भारतीय, सांख्यिकी के प्रो. राजीव पांडेय, भौतिक विज्ञान प्रो. नरेंद्र कुमार पांडेय और डॉ. पुनीत कुमार, इंस्टीट्यूट ऑफ एडवांस मॉलिक्यूलर जेनेटिक्स एंड इन्फेक्सियस डिजीज से प्रो. मोनीषा बनर्जी, गणित और खगोलशास्त्र के प्रो. पंकज माथुर, वनस्पति विज्ञान के डॉ. अमित कुमार सिंह, डॉ. मोहम्मद इसराइल अंसारी व प्रो. अमृतेश चंद्र शुक्ला को भी योजना के तहत ग्रांट मिली है।
सर्वाधिक ग्रांट प्रो. नरेंद्र पांडेय को
भौतिक विज्ञान विभाग के शिक्षक को सबसे अधिक ग्रांट मिली है। विभाग के प्रो. नरेंद्र कुमार पांडेय को शोध शीर्षक के अनुसार सबसे अधिक 5 लाख 21 हजार 400 रुपए की राशि को स्वीकृति मिली है। वहीं सबसे अधिक ग्रांट मिलने वाले शिक्षक में दूसरे स्थान पर रसायन विज्ञान के डॉ. सुशील कुमार मौर्या हैं। जिन्हें 4 लाख 30 हजार रूपये की ग्रांट मिली है। बायोकेमेस्ट्री की डॉ. मीनल गर्ग को 3 लाख 85 हजार और भौतिक विज्ञान के डॉ. पुनीत कुमार को 3 लाख 52 हजार रूपये की राशि मिली है।
केमेस्ट्री के चार शिक्षकों को मिली राशि
रिसर्च एंड डेवलेपमेंट योजना के तहत मंजूर हुई राशि में सबसे जायदा रसायन विज्ञान विभाग और बायोकेमेस्ट्री विभाग के शिक्षक हैं। दोनों ही विभागों के चार-चार शिक्षकों को रिसर्च के लिए ग्रांट मिली है।केमेस्ट्री विभाग के शिक्षकों में डॉ. अशोक कुमार सिंह, डॉ. विनय कुमार सिंह, डॉ. मनीषा शुक्ला और डॉ. सुशील कुमार मौर्या हैं। बायोकेमेस्ट्री विभाग से डॉ. आशुतोष सिंह, डॉ. कुसुम यादव, डॉ. मीनल गर्ग और प्रो. सुधीर मेहरोत्रा को शोध के लिए ग्रांट मिली है।