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Lucknow University: अब MSc में प्रवेश के लिए BSc डिग्री जरूरी नहीं, लागू हुई नई व्यवस्था

Lucknow University News: लखनऊ विश्वविद्यालय में नई शिक्षा नीति के तहत अब बीए करने वाले छात्र-छात्राएं भी एमएससी में प्रवेश ले सकते हैं।

Abhishek Mishra
Published on: 24 March 2024 11:51 AM IST
Lucknow news
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लखनऊ विश्वविद्यालय source: social media

Lucknow University: नई शिक्षा नीति (NEP-2020) के तहत अब बीए की डिग्री लेने वाले भी एमएससी की पढ़ाई कर पाएंगे। एलयू में यह व्यवस्था लागू कर दी गई है। इसके लिए लखनऊ विश्वविद्यालय के अधिनियम में संशोधन कर दिया गया है। बता दें कि पहले एमएससी की डिग्री हासिल करने के लिए बीएससी की डिग्री होना आवश्यक था। लेकिन नई व्यवस्था के बाद बीए डिग्री धारक भी एमएससी की पढ़ाई कर पाएंगे।

एमएससी के लिए बीएससी जरूरी नहीं

लखनऊ विश्वविद्यालय में नई शिक्षा नीति (New Education Policy 2020) के तहत अब बीए करने वाले छात्र-छात्राएं भी एमएससी में प्रवेश ले सकते हैं। आम तौर पर एमएससी के लिए बीएससी की डिग्री मांगी जाती है। लेकिन इस बदलाव के बाद छात्रों को काफी सुविधा मिलेगी। नए सत्र से किसी भी स्ट्रीम के विद्यार्थी अपनी इच्छा अनुसार परास्नातक के विषयों में प्रवेश ले सकते हैं। किसी अन्य स्ट्रीम से स्नातक करने वाले छात्र अब परस्नातक की पढ़ाई के लिए दूसरा विषय चुन सकेंगे। इसके लिए विद्यार्थियों को सिर्फ विषय की प्रवेश परीक्षा को पास करना होगा। नई व्यवस्था के तहत विद्यार्थियों ने किस स्ट्रीम से स्नातक किया है, इसका कोई महत्व नहीं होगा।

एक वर्षीय परास्नातक में लागू हुई व्यवस्था

एलयू की अधिष्ठाता एकेडमिक प्रो. गीतांजलि मिश्रा के अनुसार नई शिक्षा नीति (NEP-2020) में मुख्य रूप से विद्यार्थियों के पसंद की पढ़ाई को प्राथमिकता दी गई है। नियमों के आधार पर छात्र पढ़ाई के लिए बाध्य नहीं होंगे। अकादमिक डीन प्रो. गीतांजलि ने बताया कि अभी यह व्यवस्था सिर्फ एक साल के परास्नातक पाठ्यक्रमों में लागू होगी। चार वर्षीय स्नातक पाठ्यक्रम की डिग्री धारकों को इसमें प्रवेश मिलेगा। विद्यार्थियों को एक वर्ष परास्नातक पाठ्यक्रम में प्रवेश मिलेगा। आगे यह व्यवस्था दो वर्षीय पाठ्यक्रमों में भी लागू की जाएगी।



Aakanksha Dixit

Aakanksha Dixit

Content Writer

नमस्कार मेरा नाम आकांक्षा दीक्षित है। मैं हिंदी कंटेंट राइटर हूं। लेखन की इस दुनिया में मैने वर्ष २०२० में कदम रखा था। लेखन के साथ मैं कविताएं भी लिखती हूं।

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