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Lucknow Ka Mausam 01 October 2023: नवाबी शहर में आज बूंदाबांदी के आसार, मस्त रहेगा संडे, घूमने-फिरने का बना लें प्लान
Lucknow Ka Mausam 01 October 2023: मौसम विभाग ने रविवार से राजधानी लखनऊ, कानपुर, बरेली और रामपुर सहित कई क्षेत्रों में बादल छाने के साथ हल्की बूंदाबांदी की संभावना जाहिर की गई है।
Lucknow Ka Mausam 01 October 2023 : उत्तर प्रदेश में अब मानसून का असर समाप्ति की ओर है। सितंबर की शुरुआत में जिस तरह बारिश और बादलों का असर नजर आया वो अब बेहद कम हो गया है। अधिकांश इलाकों में अब खिली धूप निकल रही है। बादलों के छंटने के साथ ही मौसम साफ हो गया है। मौसम विभाग ने पूर्वानुमान में बताया है, कि रविवार को भी कुछ जगहों पर बारिश हो सकती है। राजधानी लखनऊ समेत कई जिलों में बूंदाबांदी से मौसम का मिजाज बदल सकता है।
मौसम विभाग ने 01 और 02 अक्टूबर को पश्चिमी यूपी (Rain in Western UP) में एक-दो स्थानों पर और पूर्वी यूपी में कुछ जगहों पर बारिश, बादलों की गर्जना के साथ बौछारें पड़ने की संभावना है। पूर्वांचल में एक या दो स्थानों पर मेघ गर्जना के साथ आकाशीय बिजली की चमक नजर आ सकती है। इसके बाद एक बार फिर यहां का मौसम शुष्क रहेगा। इसी तरह, 4 और 5 अक्टूबर को पूर्वी उत्तर प्रदेश में हल्की बरसात हो सकती है। इन इलाकों में बारिश की वजह से मौसम सुहावना हो जाएगा।
लखनऊ में आज कैसा रहेगा तापमान?
यूपी की राजधानी लखनऊ में सप्ताहांत पर आसमान में एक बार फिर बादलों का आना-जाना लगा रहेगा। शहर के कई हिस्से में बादलों की आवाजाही नजर आएगी। इस बीच 9 किलोमीटर प्रतिघंटा की रफ़्तार से पुरवैया हवाएं चलेंगी। इन हवाओं में नमी की वजह से राहत मिलेगी। रविवार को लखनऊ का अधिकतम तापमान 34 डिग्री सेल्सियस और न्यूनतम 26 डिग्री के करीब रहने का अनुमान है। चूंकि, आज छुट्टी का दिन है, इसलिए अगर आप घूमने का प्लान बना रहे हैं तो मौसम आपके फेवर में रहने वाला है।
राजधानी में आज बूंदाबांदी के आसार
आंचलिक मौसम विभाग ने 01 अक्टूबर से राजधानी लखनऊ, कानपुर, बरेली और रामपुर सहित कई क्षेत्रों में बादल छाने के साथ हल्की बूंदाबांदी की संभावना जाहिर की गई है। वहीं, दो दिन बाद तापमान में 2-3 डिग्री सेल्सियस तक की गिरावट दर्ज की जा सकती है।
इस साल सामान्य से कम हुई बारिश
गौरतलब है कि, उत्तर प्रदेश में इस साल मानसूनी बारिश मिलाजुला रहा। पश्चिमी हिस्से में शुरुआत में जहां मूसलाधार बरसात हुई, तो पूर्वांचल में सितंबर महीने में रही-सही कसर पूरी हो गयी। लेकिन, प्रदेश का मध्य भाग बारिश कीबूंदों के लिए तड़पता नजर आया। मौसम विज्ञानी डॉ. दानिश ने बताया कि, 'इस वर्ष शुरुआत में मानसून की रफ्तार धीमी रही। दो से तीन बार रिकॉर्ड तोड़ बरसात रिकॉर्ड की गई। पश्चिमी विक्षोभ (Western Disturbance) का भी असर दिखा। इसके बाद भी बरसात सामान्य से कम हुई है।'