Lucknow News: ICAR-CISH द्वारा विकसित आम व अमरूद की प्रजातियां जारी, जलवायु के अनुकूल आम की समृद्ध किस्में

Lucknow News: आईसीएआर-सीआईएसएच के निदेशक टी दामोदरन ने कहा कि संस्थान ने आईएलवीटीआईसी से अनुमोदन के तुरंत बाद तीनों किस्मों को बीज श्रृंखला में डाल दिया है। अरुणिका और अंबिका को देश भर में 15,000 हेक्टेयर से अधिक भूमि पर सामूहिक रूप से उगाया जाता है।

Abhishek Mishra
Published on: 12 Aug 2024 9:00 AM GMT (Updated on: 12 Aug 2024 9:00 AM GMT)
Lucknow News: ICAR-CISH द्वारा विकसित आम व अमरूद की प्रजातियां जारी, जलवायु के अनुकूल आम की समृद्ध किस्में
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Lucknow News: राजधानी में स्थित भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद-केंद्रीय उपोष्णकटिबंधीय बागवानी संस्थान द्वारा विकसित आम की दो किस्में- अंबिका और अरुणिका व अमरूद की एक किस्म, ललित को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जारी कर दिया है। आईसीएआर-सीआईएसएच के निदेशक टी दामोदरन ने कहा ये आईसीएआर द्वारा विकसित उपज की 109 किस्मों में से हैं, जिन्हें 11 अगस्त को नई दिल्ली में राष्ट्रीय कृषि विज्ञान परिसर में एक समारोह में पीएम द्वारा जारी किया गया।

जलवायु के अनुकूल आम की समृद्ध किस्में

अरुणिका का विकास आम्रपाली और वनराज को मिलाकर किया गया था। यह गहरे लाल रंग के ब्लश रंग के साथ नियमित फल देने वाली, अधिक उपज देने वाली किस्म है। दूसरी ओर, आम्रपाली और जनार्दन पसंद को मिलाकर अंबिका का विकास किया गया। यह लाल ब्लश के साथ नारंगी पीले रंग का नियमित वाहक भी है। प्रधान वैज्ञानिक बागवानी मनीष मिश्रा ने बताया कि आम की दोनों किस्मों को 2002 में संस्थान स्तरीय विविधता प्रौद्योगिकी पहचान समिति (ILVTIC) में मंजूरी दे दी गई थी। ललित अमरूद की किस्म, सेब अमरूद का आधा सिब है। इसे 2005 में ILVTIC में मंजूरी दे दी गई थी। यह लाल गूदे के साथ केसरिया पीले रंग का फल है। ये जलवायु के अनुकूल आम की समृद्ध किस्में और अमरूद की आशाजनक किस्में हैं।

20,000 हेक्टेयर में उगाया जा रहा ललित अमरूद

आईसीएआर-सीआईएसएच के निदेशक टी दामोदरन ने कहा कि संस्थान ने आईएलवीटीआईसी से अनुमोदन के तुरंत बाद तीनों किस्मों को बीज श्रृंखला में डाल दिया है। अरुणिका और अंबिका को देश भर में 15,000 हेक्टेयर से अधिक भूमि पर सामूहिक रूप से उगाया जाता है, जबकि ललित को पूरे देश में 20,000 हेक्टेयर से अधिक भूमि पर उगाया जाता है। उन्हें राज्य किस्म रिलीज समिति (एसवीआरसी) और केंद्रीय किस्म रिलीज समिति को भी भेजा गया था। (सीवीआरसी)। हमें इस साल की शुरुआत में एसवीआरसी और सीवीआरसी दोनों से मंजूरी मिली।

Abhishek Mishra

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Correspondent

मेरा नाम अभिषेक मिश्रा है। मैं लखनऊ विश्वविद्यालय से पत्रकारिता में पोस्ट ग्रेजुएट हूं। मैंने हिंदुस्तान हिंदी अखबार में एक साल तक कंटेंट क्रिएशन के लिए इंटर्नशिप की है। इसके साथ मैं ब्लॉगर नेटवर्किंग साइट पर भी ब्लॉग्स लिखता हूं।

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