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Lucknow News: मायन-महोत्सव 2025: लखनऊ में आयोजित होगा अनूठा उत्सव, बीएसएफ के योद्धा संदीप मिश्रा के सम्मान से होगी शुरुआत
लखनऊ के इटौंजा क्षेत्र स्थित गदैला गांव में हर साल आयोजित होने वाला "मायन-महोत्सव" इस बार अपने चौथे सफल वर्ष में प्रवेश कर रहा है। यह वार्षिक उत्सव हमारे समाज में माँ की भूमिका को सम्मानित करने और विभिन्न सामाजिक विषयों पर चर्चा करने का एक महत्वपूर्ण मंच बन चुका है।
Lucknow News: Photo-Social Media
Lucknow News: लखनऊ के इटौंजा क्षेत्र स्थित गदैला गांव में हर साल आयोजित होने वाला "मायन-महोत्सव" इस बार अपने चौथे सफल वर्ष में प्रवेश कर रहा है। यह वार्षिक उत्सव हमारे समाज में माँ की भूमिका को सम्मानित करने और विभिन्न सामाजिक विषयों पर चर्चा करने का एक महत्वपूर्ण मंच बन चुका है। बता दें कि यह कार्यक्रम 16 फरवरी को आयोजित होगी। इस वर्ष का महोत्सव दृष्टिबाधित दिव्यांगों को समर्पित रहेगा और समाज में उनके योगदान और संघर्ष को सराहने का एक अवसर बनेगा।
मायन-महोत्सव का नाम 'मायण' से लिया गया है। और जिसका मतलब राजस्थान की बोली में माँ होता है। माँ को निस्वार्थ प्रेम, त्याग, प्रेरणा और क्षमा का प्रतीक माना जाता है। इस उत्सव का उद्देश्य समाज में इन दिव्यांग व्यक्तियों के साहस और संघर्ष को एक मंच पर लाकर उन्हें सम्मानित करना है।
बीएसएफ के योद्धा संदीप मिश्रा के सम्मान से होगी शुरुआत
कार्यक्रम की शुरुआत बीएसएफ के योद्धा संदीप मिश्रा के सम्मान से होगी। जिन्होंने आतंकवादियों के खिलाफ लड़ाई में अपनी आंखों की रोशनी गंवा दी थी। उन्हें उनकी वीरता के लिए राष्ट्रपति के वीरता पदक से सम्मानित किया गया था। इस महोत्सव में मीत वेलफेयर फाउंडेशन के दृष्टिबाधित दिव्यांगों द्वारा कई छोटे-छोटे सांस्कृतिक प्रदर्शन भी किए जाएंगे। इसके बाद एक चर्चा सत्र आयोजित किया जाएगा जिसका विषय होगा "आइये हम इनका हौसला बनें" जिसमें समाज के महत्वपूर्ण लोग सहित कई अन्य प्रमुख लोग भाग लेंगे।
क्या है प्रमुख आकर्षण
इस वर्ष के महोत्सव का प्रमुख आकर्षण संदीप मिश्रा की संगीतमय प्रस्तुति रहेगी। अपनी आंखों की रोशनी खोने के बावजूद उनका जीवन में दोबारा सक्रिय होना और समाज में योगदान करना प्रेरणादायक है। उनकी कहानी यह साबित करती है कि किसी भी चुनौती से निपटने की असल ताकत इंसान की इच्छाशक्ति में होती है। तो वहीं इस आयोजन के दौरान डॉ. प्रभा श्रीवास्तव द्वारा दिव्यांग योद्धाओं के सम्मान में मधुर गजलें भी प्रस्तुत की जाएंगी।
समाज में दिव्यांगों के लिए सकारात्मक परिवर्तन की दिशा
मायन-महोत्सव इस बार एक सामाजिक उद्देश्य के साथ आयोजित किया जा रहा है। ताकि दिव्यांग व्यक्तियों के जीवन को और अधिक सामंजस्यपूर्ण और सहज बनाया जा सके। यह कार्यक्रम समाज को सशक्त बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है और हमारे समाज की समग्रता को सुनिश्चित करता है।