TRENDING TAGS :
Lucknow Crime: सुल्तानुपर रोड पर मरी माता मंदिर में घुसा मिक्सर ट्रक, मंदिर क्षतिग्रस्त कर हुआ फरार
Lucknow Crime: रजमन चौकी इंचार्ज दिनेश सिंह ने बताया कि हादसे की सूचना के बाद तत्काल घटनास्थल पर पहुंची पुलिस ने मामले की छानबीन की है। हादसे के कोई घायल नहीं हुआ है।
Lucknow Crime: बीती देर रात कैंट थाना क्षेत्र के सुल्तानपुर रोड पर स्थित मरी माता मंदिर में मिक्सर ट्रक ने टक्कर मार दी। हादसे में मंदिर का एक हिस्सा क्षतिग्रस्त हो गया। जबकि चालक मिक्सर लेकर मौके से फरार हो गया। हादसे की सूचना पर पहुंची कैंट पुलिस मामले की जांच में जुटी हुई है।
टूटा मंदिर का चबूतरा
जानकारी के अनुसार, कैंट थानाक्षेत्र के अर्जुनगंज में सुल्तानपुर रोड पर दशकों पुराना मरी माता मंदिर स्थित है। शनिवार - रविवार की रात सुल्तानपुर रोड से जा रहे तेज रफ्तार मिक्सर ट्रक ने मंदिर के एक हिस्से में टक्कर मार दी। इससे मंदिर में लगी घंटियां, टीनशेड व पुलिस की बैरिकेडिंग पूरी तरह क्षतिग्रस्त हो गई। साथ ही मंदिर का चबूतरा भी टूट गया है। स्थानीय लोगों ने तत्काल इसकी सूचना पुलिस को दी। हादसे के बाद मौके पर पहुंची पुलिस ने पुनः बैरिकेडिंग लगाई साथ ही घटनास्थल का निरीक्षण किया।
रात न होती तो हो जाता बड़ा हादसा
रजमन चौकी इंचार्ज दिनेश सिंह ने बताया कि हादसे की सूचना के बाद तत्काल घटनास्थल पर पहुंची पुलिस ने मामले की छानबीन की है। हादसे के कोई घायल नहीं हुआ है। मिक्सर ट्रक मौके से फरार हो गया था। रास्ते में लगे कैमरों की सीसीटीवी फुटेज देखी जा रही है। फुटेज के आधार पर जल्द ही पुलिस मिक्सर को पकड़ लेगी। मरी माता मंदिर में हर वक्त दर्शन के किए श्रद्धालुओं की भीड़ जुटी रहती है। गनीमत रही कि हादसे के वक्त मंदिर के कोई श्रद्धालु या सेवादार मौजूद नहीं था। अन्यथा घटना और बड़ी हो जाती। फिलहाल पुलिस हादसे के दौरान के सीसीटीवी फुटेज खंगालने में जुटी है।
बिना मूर्ति और फोटो का है ये मंदिर
मरी माता मंदिर की मान्यता यह है कि इसमें किसी भी आराध्य की कोई मूर्ति या फिर फ़ोटो नहीं है। यहां मंदिर के गर्भगृह में सिर्फ एक ताख है जिसपर हमेशा एक चिराग जलता है। श्रद्धालु इसी की पूजा करते हैं। मान्यता है कि कई वर्षों पहले यहां एक महिला सती हो गई थी तभी से इसे मरी माता कहा जाने लगा। इसके अलावा मंदिर में अपनी मनोकामनाएं पूर्ण होने पर भक्त घंटियां चढ़ाते हैं। यहां लाखों की संख्या में छोटी बड़ी घंटियां व भारी भरकम घंटे बंधे हुए हैं। इस वजह से कुछ लोग इसे घंटी वाला मंदिर भी कहते हैं।