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IPS Satpal Antil: कौन हैं आईपीएस सतपाल अंतिल, साइकोलॉजी से एमए कर इस तरह क्रेक किया यूपीएससी
IPS Satpal Antil: सतपाल अंतिल साल 2015 बैच के आईपीएस अधिकारी हैं। वह मूल रूप से हरियाणा के सोनीपत के रहने वाले हैं। उन्होंने साल 2002 में 12वीं की पढ़ाई पूरी की।
IPS Satpal Antil: संभल जामा मस्जिद में हरिहर मंदिर होने के दावे के बाद सर्वे के दौरान हुई हिंसा के बाद मुरादाबाद मंडल में सुरक्षा व्यवस्था बढ़ा दी गयी है। मुरादाबाद में भी अलर्ट घोषित किया है। ऐसे में मुरादाबाद जनपद में बीते दिनों जुमे की नमाज के दौरान वहां के एसएसपी सतपाल अंतिल ने कमान संभाल रखी थी। सतपात अंतिल की गिनती उत्तर प्रदेश के तेज-तर्रार आईपीएस अफसरों में होती है। आइए जानते हैं कौन हैं आईपीएस सतपाल अंतिल।
कौन हैं आईपीएस सतपाल अंतिल
सतपाल अंतिल साल 2015 बैच के यूपी कैडर के आईपीएस अधिकारी हैं। वह मूल रूप से हरियाणा के सोनीपत के रहने वाले हैं। उन्होंने साल 2002 में 12वीं की पढ़ाई पूरी की। इसके बाद सतपाल अंतिल ने आगे की पढ़ाई के लिए चंडीगढ़ के एक कॉलज में प्रवेश लिया और साइकोलॉजी से स्नातक की डिग्री हासिल की। साल 2007 में उन्होंने साइकोलॉजी से ही परास्नातक की डिग्री ली थी। परास्नातक की पढ़ाई पूरी करने के बाद उन्होंने सिविल सर्विस की तैयारी शुरू की।
उन्होंने यूपीएससी की मेंस परीक्षा में ऑप्शनल सब्जेक्ट के रूप में राजनीति शास्त्र लिया और यूपीएससी में सफलता हासिल कर आईपीएस अफसर बन गये। सतपाल अंतिल की मुजफ्फरनगर जनपद में शानदार पुलिसिंग सेवा के चलते ही उन्हें फतेहपुर का पुलिस अधीक्षक बनाया गया। उसके बाद आईपीएस सतपाल अंतिम को प्रतापगढ़ जनपद का पुलिस अधीक्षक बनाया। जहां उन्होंने सर्वाधिक समय में पद पर बने रहने का रिकॉर्ड ही बना दिया।
लोगों की मदद करने जज्बा बनी सफलता की सीढ़ी
आईपीएस सतपाल अंतिम शुरूआत में आईआईटी और आईआईएम करना चाहते थे। लेकिन बाद उन्होंने यह तय किया वह कोई बिजनेस या फिर डिसेंट जॉब करें। जिससे सुकून की जिंदगी जीत सकें। लेकिन उनके मन में यह भी था कि वह कोई इस तरह का काम करें। जिससे ज्यादा से ज्यादा लोगों की मदद हो सके। इस जज्बे ने उन्हें सिविल सर्विस की तैयारी करने के लिए प्रेरित किया। उन्होंने लगन और मेहन से पढ़ाई की और यूपीएससी क्रेक कर आईपीएस अधिकारी बन गये।
कई अपराधियों का किया एनकाउंटर
आईपीएस अधिकारी सतपाल अंतिल ने मेरठ में तैनाती के दौरान कॉन्ट्रैक्ट किलिंग, फिरौती और अपहरण के अपराधी हसीन मोटा को ढेर कर दिया था। हसीन मोटा के पास जो भी व्यापारी रंगदारी की रकम नहीं पहुंचाता था। वह उसके सिर में गोली मार देता था। उसके खिलाफ मेरठ में दस और कई राज्यों में 50 से ज्यादा मुकदमे दर्ज थे। यहीं नहीं सतपाल अंतिल ने दुर्दांत अपराधी रोहित सांडू का भी एनकाउंटर किया था। उसके खिलाफ हत्या, लूट, अपहरण और फिरौती के 40 से ज्यादा मुकदमे दर्ज थे।