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Lucknow News: डंपिंग स्पॉट है... फिर भी सड़क पर कूड़ा फेंकते नगर निगम के कर्मचारी', लखनऊ में स्वच्छता के दावों की खुली पोल
Lucknow News Today: बीते दिनों लखनऊ महापौर सुषमा खर्कवाल ने निगम के कर्मचारियों व अफसरों को 20 दिनों में शहर को साफ रखने का अल्टीमेटम दिया था। बावजूद इसके नगर निगम के कर्मचारी मामले में लापरवाही करते नजर आ रहे हैं।
Lucknow News in Hindi: लखनऊ में नगर निगम की ओर से शहर में साफ सफाई को लेकर बड़े-बड़े दावे किये जाते हैं। इन्हीं दावों की हक़ीक़त अक्सर सड़कों पर बने डंपिंग ग्राउंड या उसके बाहर देखने को मिल जाती है। बीते दिनों लखनऊ महापौर सुषमा खर्कवाल ने निगम के कर्मचारियों व अफसरों को 20 दिनों में शहर को साफ रखने का अल्टीमेटम दिया था। बावजूद इसके नगर निगम के कर्मचारी मामले में लापरवाही करते नजर आ रहे हैं। इसी लापरवाही से जुड़ा एक नजारा लखनऊ के महानगर स्थित डंपिंग स्पॉट के पास का है, जहां डंपिंग स्पॉट पर नगर निगम के कर्मचारी इलाके का कचरा स्पॉट के बाहर सर्विस लेन पर डालते हैं। स्थानीय लोगों ने बताया कि सड़क पर कूड़ा पड़ा होने से आवागमन बाधित होने के साथ साथ पूरे इलाके में दुर्गंध फैलती है, जिससे बीमारियों का खतरा बना रहता है।
देर रात गाय और आवारा पशु खाते हैं कचरा
स्थानीय लोगों के अनुसार, नगर निगम के कर्मचारी मना करने के बावजूद डंपिंग स्पॉट के बावजूद सड़क पर पूरे दिन कूड़ा कचरा लाकर डालते हैं। पूरे दिन की दुर्गंध के बाद देर शाम से यहां गाय व अन्य पशुओं का आना शुरू हो जाता है, जो कूड़ा खाते और फैलाते हैं। वहीं, निगम के कर्मचारियों से जब सड़क पर कूड़ा फेंकने की वजह पूछी गयी तो उन्होंने बताया कि सभी यहां कूड़ा डालते हैं, इस लिए हम भी डालते हैं।
महापौर ने नगर निगम के अफसरों को दिया था शहर की सफाई के लिए 20 दिन का अल्टीमेटम
आपको बता दें कि बीते 21 जनवरी को राजधानी लखनऊ को स्वच्छ बनाने की मुहीम को तेज करते हुए महापौर ने ल नगर निगम मुख्यालय में निगम से जुड़े अधिकारियों के साथ बैठक की थी। इस बैठक में नगर आयुक्त इंद्रजीत सिंह, अपर नगर आयुक्त ललित कुमार व पंकज कुमार, सभी जोनल अधिकारी, समस्त ZSO समेत सभी एसएफआई मौजूद रहे। बैठक में शहर में फैली गंदगी पर नाराजगी जाहिर करते हुए महापौर ने सभी अधिकारियों को 20 दिन में पूरे शहर में मेगा सफाई अभियान चलाकर पूरे शहर को कूड़ा मुक्त करने के आदेश दिए हैं। महापौर के 20 दिन के अल्टीमेटम के बावजूद नगर निगम के कर्मचारियों की ओर से बड़ी लापरवाही देखने को मिल रही है।