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Lucknow News: बलरामपुर गार्डन में शुरु हुआ राष्ट्रीय पुस्तक मेला
Lucknow News: संयोजक मनोज सिंह चंदेल ने संस्थापक सहयोगी उमेश ढल को याद करते हुए पुस्तक मेलों के 21 साल के सफर के बारे में बताया। उन्होंने बताया कि इस बार गीता प्रेस गोरखपुर, अनबॉउंड स्क्रिप्ट व वर्धमान बुक दिल्ली, फ्लाइड्रीम इंदौर, शुभी प्रकाशन गुरुग्राम, फ्यूचर सॉल्यूशंस प्रयागराज और नवपल्लव बुक्स लखनऊ के स्टाल पहली बार शामिल हैं।
Lucknow News: बलरामपुर गार्डन में शुक्रवार से शताब्दी वर्ष में ‘काकोरी घटनाक्रम’ के थीम पर केन्द्रित इक्कीसवें पुस्तक मेले का शुभारंभ हो गया। मेले का उद्घाटन वरिष्ठ अधिवक्ता रामजीदास और मध्यांचल के निदेशक कामर्शियल योगेश कुमार ने किया। मेले की थीम पर आज शहीदों को नमन करती नाटिका भी मंचित की गयी। केटी फाउंडेशन और फोर्स वन बुक्स द्वारा संयुक्त रूप से छह अक्टूबर तक चलने वाले इस मेले में कल से साहित्यिक आयोजनों का दौर भी शुरू हो जायेगा।
जीवन जीने का सलीका सिखाती किताबें
अमिता दुबे के मंच संचालन में चले उद्घाटन समारोह में अधिवक्ता रामजी दास और जूडो-कराटे एसोसिएशन के अध्यक्ष टीपी हवेलिया ने काकोरी घटनाक्रम के संग किताबों के महत्व पर बात करते हुये कहा कि किताबें जीवन जीने का सलीका सिखाती हैं।
पुस्तक मेलों के बारे में बताया
संयोजक मनोज सिंह चंदेल ने संस्थापक सहयोगी उमेश ढल को याद करते हुए पुस्तक मेलों के 21 साल के सफर के बारे में बताया। उन्होंने बताया कि इस बार गीता प्रेस गोरखपुर, अनबॉउंड स्क्रिप्ट व वर्धमान बुक दिल्ली, फ्लाइड्रीम इंदौर, शुभी प्रकाशन गुरुग्राम, फ्यूचर सॉल्यूशंस प्रयागराज और नवपल्लव बुक्स लखनऊ के स्टाल पहली बार शामिल हैं। इस मौके पर राजधानी से बाहर होने के कारण उपमुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक के पढ़े गये संदेश में बताया गया कि वे मेले में किसी न किसी दिन अवश्य शामिल होंगे। मेले में उद्घाटन से पहले ही युवाओं का आना और किताबों की खरीदारी करना शुरू हो गया था।
मेले के अधिकांश स्टाल अच्छी तरह सज चुके थे। मेले में आज मेले की थीम काकोरी घटनाक्रम पर नटराज कला मंडल के कलाकारों ने नाट्य प्रस्तुति दी। प्रस्तुति में अन्वेश शुक्ला के साथ चन्द्रशेखर आजाद के रूप में विमल प्रकाश, अशफाकउल्ला के रूप में कबीर खान, राम प्रसाद बिस्मिल के किरदार में शुभम कश्यप, हिन्दुस्तानी अधिकारी व ठाकुर रोशन सिंह के रूप में मनोज गुप्ता के साथ भगतसिंह के रूप में अनिल तिवारी नजर आये। गीत गायन नूपुर ने किया।