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Lucknow News: अंतरराष्ट्रीय पुलिसिंग में माहिर हैं लखनऊ के नए पुलिस कमिश्नर, राजधानी में करेंगे नए प्रयोग

Lucknow News: लखनऊ में 1995 बैच के अफसर एडीजी अमरेंद्र कुमार सिंह ने नए पुलिस कमिश्नर का चार्ज संभाल लिया है।

Santosh Tiwari
Newstrack Santosh Tiwari
Published on: 23 Jun 2024 11:54 AM GMT (Updated on: 23 Jun 2024 12:43 PM GMT)
पुलिस लाइन में अन्य अधिकारियों के साथ प्रेसवार्ता करते नवनिर्वाचित कमिश्नर अमरेंद्र कुमार सिंह (मध्य)।
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पुलिस लाइन में अन्य अधिकारियों के साथ प्रेसवार्ता करते नवनिर्वाचित कमिश्नर अमरेंद्र कुमार सिंह (मध्य)। Photo- Newstrack 

Lucknow News: 1995 बैच के अफसर एडीजी अमरेंद्र कुमार सिंह ने लखनऊ के नए पुलिस कमिश्नर का चार्ज संभाल लिया है। चार्ज संभालने के बाद रविवार को उन्होंने पुलिस लाइन के संगोष्ठी सभागार में प्रेस वार्ता की और अपने अनुभव साझा किए। साथ ही उन्होंने शहर में ट्रैफिक, अपराध, इन्वेस्टीगेशन सहित विभिन्न मामलों पर पत्रकारों से बात की।

बता दें कि वह 14 वर्षों तक डेप्युटेशन पर थे और इस दौरान उन्होंने केंद्र के महत्वपूर्ण मंत्रालयों में सेवाएं दी हैं। साथ ही अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी पुलिसिंग करते हुए विदेशों में भी कई गंभीर मामलों का खुलासा किया है। वर्ष 2004 में उन्हें संयुक्त राष्ट्र शांति मिशन में युद्ध अपराध अन्वेषक के रूप में तैनात किया गया था। इस दौरान उन्होंने कई महत्वपूर्ण आपराधिक घटनाओं का खुलासा करते हुए अपराधियों को सलाखों तक पहुंचाया था। हालाँकि अब लखनऊ में जिला स्तरीय पुलिस के मुखिया होने के नाते उन्हें विभिन्न पहलुओं पर नई चुनौतियों का सामना करना पड़ेगा।

टीचिंग से शुरू करियर, पुलिसिंग तक पहुंचा

बता दें कि एडीजी अमरेंद्र कुमार सिंह का करियर बतौर शिक्षक शुरू हुआ था, लेकिन उनकी मंजिल कुछ और ही थी। इलाहाबाद यूनिवर्सिटी से ग्रेजुएशन और जेएनयू से पोस्ट ग्रेजुएशन करने के बाद उन्होंने पहाड़ों का रुख किया। शुरुआती दौर में जेआरएफ पास करने के बाद वह शिमला स्थित इंडियन इंस्टिट्यूट ऑफ़ एडवांस स्टडीज़ में एसोसिएट प्रोफेसर के पद पर रहे। इसके कुछ दिनों बाद वह राजीव गांधी यूनिवर्सिटी (पूर्व में अरुणाचल यूनिवर्सिटी) में पीजी के विद्यार्थियों को लगभग 3 साल तक पढ़ाया। इसके बाद उन्होंने पुलिसिंग की राह पकड़ ली।

केंद्र में दी सेवाएं, अंतरराष्ट्रीय पुलिसिंग पर किया काम

1995 बैच के आईपीएस अफसर अमरेंद्र कुमार सिंह ने विदेश मंत्रालय और रक्षा मंत्रालय में महत्वपूर्ण पदों पर सेवाएं दी हैं। इसके साथ ही वर्ष 2017-19 के बीच वह केंद्रीय गृह मंत्री के ओएसडी भी रह चुके हैं। इसके अलावा वह एसएसबी और NDRF जैसे महत्वपूर्ण केंद्रीय विभागों में आईजी जैसे उच्च पदों पर भी रहे हैं। सेंगर को सीबीसीआईडी और इंटेलीजेंस जैसे विभागों में भी कार्य करने का अनुभव प्राप्त है।

यूपी की पुलिसिंग से भी वाकिफ हैं नए कमिश्नर

आईपीएस अमरेंद्र कुमार सिंह लखनऊ के साथ ही उत्तर प्रदेश की पुलिसिंग से भी काफी हद तक वाकिफ हैं। चूंकि उन्होंने एक लम्बा समय उत्तर प्रदेश के विभिन्न जिलों और रेंज में बड़े पदों पर सेवाएं दी हैं। वह मुज़फ्फरनगर, झाँसी, उन्नाव, हरदोई, जालौन, उधमसिंह नगर, टिहरी गढ़वाल (अब उत्तराखंड में) और चित्रकूट जैसे जिलों में बतौर एसपी/एसएसपी तैनात रहे हैं। इसके अलावा वह गोरखपुर, मुरादाबाद और बस्ती रेंज में डीआईजी भी रह चुके हैं। साथ ही उन्होंने उत्तर प्रदेश में आईजी लॉ एन्ड आर्डर के पद पर भी कार्य किया है।

100 हत्याएं करने वाले मास्टरमाइंड को पकड़ा

संयुक्त राष्ट्र मिशन में युद्ध अपराध अन्वेषक के रूप में तैनाती के दौरान उन्होंने तकनीक और साइंटिफिक टेम्परामेंट की मदद से करीब 100 हत्याओं को अंजाम देने वाले गिरोह के मास्टरमाइंड को गिरफ्तार किया था। वह बताते हैं कि आरोपी एक बेहद सुरक्षित स्थान पर छिपा हुआ था और बाहर नहीं निकलता था। ऐसे में उसका पकड़ा जाना सम्भव नहीं था। सभी तकनीकें साथ होने के बावजूद आरोपी का सुराग नहीं लग रहा था। ऐसे में इंटेलिजेंस की मदद से मुखबिरों को लगाया गया। जिसके बाद उसके छिपने की जगह पता चली। जहाँ कूड़ा फेंकने वालों की मदद से सीसीटीवी कैमरे लगाए गए और उनकी फुटेज की लगातार निगरानी शुरू की गई। एक दिन आरोपी 15 सेकंड के लिए कूड़ा फेंकने के लिए बाहर आया तभी उसे गिरफ्तार कर लिया गया। तकरीबन एक महीने की एक्सरसाइज के बाद उसकी गिरफ्तारी हो पाई थी।

विभिन्न विभागों के तालमेल से होगी लखनऊ की पुलिसिंग

प्रेस वार्ता के दौरान नवनियुक्त कमिश्नर अमरेंद्र कुमार सेंगर ने कहा कि लखनऊ में ट्रैफिक एक बड़ी समस्या है। इसे व्यवस्थित करने के लिए यूपीएसआरटीसी, रोडवेज समेत विभिन्न विभागों के साथ तालमेल बनाकर काम किया जाएगा और लखनऊ को जाम मुक्त बनाने को प्राथमिकता दी जाएगी। इसके अलावा अपराध एवं उसकी इन्वेस्टीगेशन में तकनीक के साथ ही साइंटिफिक तरीकों का इस्तेमाल कर के अपराधियों पर नकेल कसी जाएगी।

Santosh Tiwari

Santosh Tiwari

Content Writer

Santosh Tiwari, is a Lucknow based Journalist who works with the principle of "Creating real art through his articles". He holds a PG degree in Journalism from the prestigious MCNUJC, Bhopal followed by graduation in Journalism and Mass Communication from Lucknow Public College of Professional Studies. He keeps a keen eye on local crime and organised crime with a grasp of State and National Politics. He maintains a wide network of journalists and informers all over the city along with rural settlements of Lucknow. He started his journalistic journey with Hindustan Hindi Daily's Lucknow Edition as an intern in 2017. Later on, joined Navbharat Times as a Stringer in his final year of graduation. During his tenure in NBT, he covered Lucknow District Prison, Model Prison and Female Prison, Agriculture and Rural crime etc. In 2019, Santosh shifted to Bhopal for his Post graduation. After completing PG in 2021 he started working with Inshorts/Public App as Hindi Content Specialist in National team. In April 2024 he left Inshorts and Currently he is serving Newstrack as an Content Writer.

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