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Lucknow News : कैंसर उपचार और शिक्षा में नया कदम: कल्याण सिंह कैंसर संस्थान में जल्द शुरू होंगे चार डिग्री कोर्स, शिक्षकों की कमी होगी दूर
Lucknow News: कल्याण सिंह कैंसर संस्थान ने अगले शैक्षिक सत्र से परास्नातक पाठ्यक्रम शुरू करने की घोषणा की है। अटल बिहारी वाजपेई विश्वविद्यालय से संबद्धता मिलने के बाद संस्थान ने शासन को चार नए विषयों में पाठ्यक्रम शुरू करने की अनुमति देने के लिए पत्र भेजा है।
Lucknow News (Image From Social Media)
Lucknow News : यूपी की राजधानी लखनऊ के चकगंजरिया स्थित कल्याण सिंह कैंसर संस्थान ने अगले शैक्षिक सत्र से परास्नातक पाठ्यक्रम शुरू करने की घोषणा की है। अटल बिहारी वाजपेई विश्वविद्यालय से संबद्धता मिलने के बाद संस्थान ने शासन को चार नए विषयों में पाठ्यक्रम शुरू करने की अनुमति देने के लिए पत्र भेजा है। इन पाठ्यक्रमों के तहत विशेषज्ञ चिकित्सकों का प्रशिक्षण होगा और मरीजों को बेहतर सेवाएं उपलब्ध होंगी।
चार नए पाठ्यक्रमों से विशेषज्ञ चिकित्सकों की बढ़ेगी संख्या
बता दें कि कल्याण सिंह सुपर स्पेशलिटी कैंसर संस्थान, मुंबई के टाटा मेमोरियल कैंसर इंस्टीट्यूट की तर्ज पर कार्य कर रहा है। और जल्द ही शिक्षण कार्य शुरू करने जा रहा है। इस संस्थान में एमसीएच न्यूरो सर्जरी, एमडी रेडियोथेरेपी, डीएम सर्जिकल ऑकोलॉजी और एमसीएच सर्जिकल आंकोलॉजी जैसे तीन वर्षीय डिग्री पाठ्यक्रम शुरू होंगे। इन पाठ्यक्रमों की शुरुआत से संस्थान में विशेषज्ञ चिकित्सकों की संख्या में वृद्धि होगी, जिससे मरीजों को उच्च गुणवत्ता वाली चिकित्सा सेवाएं प्राप्त होंगी। प्रारंभ में प्रत्येक विषय में दो से तीन सीटें दी जाएंगी।
रिक्त पदों पर शीघ्र नियुक्ति के प्रयास
संस्थान के निदेशक डॉ. एमएलबी भट्ट ने बताया कि जिन विषयों में मानक के अनुसार शिक्षकों की उपलब्धता है, वहां परास्नातक पाठ्यक्रम शुरू किए जा रहे हैं। उन्होंने यह भी कहा कि रिक्त पदों पर शीघ्र नियुक्ति के प्रयास किए जा रहे हैं, ताकि संस्थान बेहतर परिणाम दे सके और राज्य सरकार की अपेक्षाओं को पूरा कर सके। वहीं कल्याण सिंह सुपर स्पेशलिटी कैंसर संस्थान ने हाल ही में अपनी लाइब्रेरी का भी शुभारंभ किया है। जहां पाठ्यक्रम संबंधित पुस्तकें और जर्नल उपलब्ध कराए जा रहे हैं। इन सामग्रियों के लिए शासन से बजट की मांग की गई है, ताकि छात्रों को उच्च गुणवत्ता की अध्ययन सामग्री उपलब्ध हो सके।
शिक्षकों की नियुक्ति के लिए सक्रिय प्रयास शुरू
संस्थान में कुल 121 शिक्षक पद स्वीकृत हैं, लेकिन इनमें से केवल 23 पदों पर शिक्षक कार्यरत हैं, जबकि 98 पद रिक्त हैं। खास बात यह है कि न्यूक्लियर मेडिसिन, मेडिकल ऑकोलॉजी और रेडियोलॉजी जैसे अहम विभागों में कोई भी शिक्षक नियुक्त नहीं है, जिससे संस्थान में शिक्षण कार्य और चिकित्सकीय सेवाएं पूरी क्षमता से नहीं चल पा रही हैं। इस स्थिति को सुधारने के लिए संस्थान ने शिक्षकों की नियुक्ति के लिए सक्रिय प्रयास शुरू कर दिए हैं।