TRENDING TAGS :
Lucknow University: नौ कॉलेजों को मिली संबद्धता, यूजी व पीजी स्तर की सीटें बढ़ीं
Lucknow University: एलयू के रजिस्ट्रार डॉ. विनोद कुमार सिंह के मुताबिक कार्य परिषद की बैठक में नौ नए कॉलेजों को संबद्धता प्रदान की गई है। इसमें टेक्नो और वासुदेव लॉ कॉलेज को एलएलबी तीन वर्षीय पाठ्यक्रम के साथ मान्यता दी गई है।
Lucknow News: लखनऊ विश्वविद्यालय ने नौ नए कॉलेजों को संबद्धता प्रदान कर दी है। इनमें चार कॉलेजों में एलएलबी पांच वर्षीय कार्यक्रम का संचालन किया जाएगा। इसके अलावा पहले से संबद्ध 39 कॉलेजों में 59 नए पाठ्यक्रमों के संचालन की संस्तुति भी दी गई। इससे स्नातक स्तर पर लगभग 4200 और परास्नातक स्तर पर तकरीबन 1400 सीटें बढ़ेंगी। एलयू प्रशासनिक भवन के मंथन हॉल में हुई कार्य परिषद की बैठक में यह फैसले लिए गए।
नौ कॉलेजों को मिली एलयू से संबद्धता
एलयू के रजिस्ट्रार डॉ. विनोद कुमार सिंह के मुताबिक कार्य परिषद की बैठक में नौ नए कॉलेजों को संबद्धता प्रदान की गई है। इसमें टेक्नो और वासुदेव लॉ कॉलेज को एलएलबी तीन वर्षीय पाठ्यक्रम के साथ मान्यता दी गई है। आईएमआरटी लॉ कॉलेज को एलएलबी पांच वर्षीय, यूबीएस ग्रुप ऑफ इंस्टीट्यूट को बीए, श्री राजाराम चेतना डिग्री कॉलेज को बीए व बीएससी और आचार्य रामचंद्र महाविद्यालय को बीएससी कृषि पाठ्यक्रम के संचालन की अनुमति मिली है। जबकि चरक कॉलेज ऑफ लॉ, वेदांता लॉ कॉलेज और सेन्ट्रल लॉ कॉलेज में एलएलबी तीन व पांच वर्षीय दोनों कार्यक्रमों को शुरू करने की मंजूरी दी गई है। इसके माध्यम से छात्रों को काफी लाभ होगा।
सुभाष को एमए अंग्रेजी के लिए मिली अस्थायी संबद्धता
कार्य परिषद में नेताजी सुभाष चंद्र बोस राजकीय पीजी कॉलेज में बीएससी जूलॉजी को सत्र 2024-25 के लिए और एमए अंग्रेजी को दो सत्रों के लिए अस्थायी संबद्धता मिली है। इससे कॉलेज में एमए अंग्रेजी कार्यक्रम की शुरूआत हो सकेगी। इसी तरह कालीचरण पीजी कॉलेज में एमए शिक्षाशास्त्र और अवध गर्ल्स डिग्री कॉलेज में बीए शारीरिक शिक्षा विषय को सत्र 2024-25 से स्थायी संबद्धता प्रदान की गई है।
संविदा टेक्नीशियन के पदों का सृजन
कुलसचिव डॉ. विनोद कुमार सिंह ने बताया कि विवि में 10 संविदा टेक्निशियन के पद सृजन को वित्त समिति के बाद कार्य परिषद ने भी अनुमोदन प्रदान कर दिया है। इन्हें 11-11 माह के रिन्यूवल के आधार पर 35,000 रूपये प्रतिमाह पर नियुक्त किया जाएगा।