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Lucknow News: फूड पॉइजनिंग से बीमार बच्चियों का 'दोस्त' की तरह ध्यान रख रहीं बलरामपुर अस्पताल की नर्स, हाथों से खिला रहीं खाना, 24 घंटे हो रही निगरानी
Lucknow News: लखनऊ के बलरामपुर अस्पताल में भर्ती 3 बच्चों में से एक ICU में भर्ती है, जबकि 15 वर्षीय महिमा और संगीता नाम की 2 बच्चियां अस्पताल के महिला वार्ड संख्या 8 में भर्ती होकर अपना इलाज करा रही हैं। वार्ड में तैनात नर्स एक मरीज की तरह नहीं बल्कि एक दोस्त की तरह दोनों बच्चियों का ध्यान रख रही हैं।
Nirvana shelter centre girls suffering from food poisoning Nurses of Balrampur Hospital are taking care like friends
Lucknow News: लखनऊ के निर्वाण आश्रय केंद्र में फूड पॉइजनिंग की वजह से चार बच्चों की मौत के बाद भर्ती मासूम बच्चों का अस्पताल प्रशासन की ओर से खास ध्यान रखा जा रहा है। CM योगी के निर्देश के बाद सभी बच्चों की विशेष निगरानी की जा रही है। लखनऊ के बलरामपुर अस्पताल में भर्ती 3 बच्चों में से एक ICU में भर्ती है, जबकि 15 वर्षीय महिमा और संगीता नाम की 2 बच्चियां अस्पताल के महिला वार्ड संख्या 8 में भर्ती होकर अपना इलाज करा रही हैं। वार्ड में तैनात नर्स एक मरीज की तरह नहीं बल्कि एक दोस्त की तरह दोनों बच्चियों का ध्यान रख रही हैं। नर्स का कहना है कि इन बच्चियों का कोई नहीं है लेकिन हम सभी मिलकर एक परिवार की तरह इन बच्चियों का ध्यान रखते हैं।
नाश्ते में मिलता है दूध केला और अंडा, डाइट का रखा जा रहा खास ध्यान
वार्ड में तैनात नर्स उमा सिंह ने बताया कि डिहाइड्रेशन की वजह से इन्हें काफी दिक्कत हो रही थी। इस बात का खास ध्यान रखते हुए वार्ड में भर्ती दोनों बच्चियों को सुबह के नाश्ते में दूध, ब्रेड, केला, अंडा आदि दिया जाता है, जिससे इन्हें एनर्जी मिलती रहे। इसके साथ ही दोपहर के खाने से पहले एक बार और हल्का फुल्का नाश्ता देने के बाद दोपहर का पूरा खाना देते हैं। शाम को फल आदि देकर रात में साफ सुधरा खाना उपलब्ध कराया जाता है। उनका कहना है कि बुग्गू नाम की बच्ची स्वस्थ होने के बाद डिस्चार्ज हो चुकी है। तेजी से इन दोनों बच्चियों के स्वास्थ्य में भी सुधार हो रहा है। लिहाजा, इन्हें शनिवार शाम तक डिस्चार्ज कर दिया जाएगा।
दो केयर टेकर के साथ 24 घंटे होती है निगरानी, 3 शिफ्ट में तैनात रहती हैं नर्स
नर्स उमा ने बताया कि वार्ड में 24 घंटे में नर्सों की 8-8 घंटे की शिफ्ट लगाई गई है। सुबह 5 नर्स, दोपहर को 4 नर्स और रात में 2 नर्स वार्ड में तैनात रहती हैं, जिससे भर्ती बच्चियों की हर छोटी बड़ी गतिविधि पर नजर रखी जा सके और उन्हें कोई दिक्कत न हो। उन्होंने बताया कि सुबह से लेकर रात तक 3 बार सीनियर डॉक्टरों का वार्ड में राउंड होता है और बच्चियों का हाल चाल लेते हुए अपडेट ली जाती है। जब जब बच्चियों को भूख लगती है और वे इशारा करती हैं तो उन्हें समय के हिसाब से भोजन या कुछ न कुछ खाने को दिया जाता है। उन्होंने बताया कि वरिष्ठ डॉक्टरों के निर्देश पर बच्चियों की केयर टेकर को भी तीनों टाइम फूल डाइट उपलब्ध कराई जाती है।
शुरू में थीं एग्रेसिव, अब दोस्त मानकर साथ में ही हसती और बोलती हैं बच्चियां
नर्स इंचार्ज सरोजनी ने बताया कि बच्चियों को जब भर्ती कराया गया था, उस दौरान वे काफी चिड़चिड़ी और एग्रेसिव थी। लेकिन जैसे जैसे उनके स्वास्थ्य में सुधार होता जा रहा है, वैसे वैसे उनके स्वभाव में भी परिवर्तन देखने को मिल रहा है। अब बच्चियां एक दोस्त की तरफ वार्ड में तैनात नर्स और केयर टेकर से पेश आती हैं। चेहरे पर मुस्कान के साथ इशारों में बातें करती हैं। शांति से दवाई और खाना खाती हैं। लिहाजा, उनकी हालत में अब तेजी के साथ सुधार देखने को मिल रहा है। उनकी देख रेख करने में लगीं केयर टेकर दोनों बच्चियों को अपने हाथों से नाश्ता व फल आदि खिलाते पिलाते हैं, जिससे वे बहुत अपनापन यहां महसूस करनी हैं।
भर्ती बच्चियों की सारी जांच रिपोर्ट आई नार्मल: CMS
बलरामपुर अस्पताल के CMS डॉ. संजय तेवतिया ने बताया कि भर्ती दोनों बच्चियों की रूटीन जांच हो रही है। ब्लड, यूरीन के सैम्पल लेने के साथ साथ MRI भी कराई गई है। दोनों मरीजों की हालत अब सामान्य हो रही है। स्वास्थ्य विभाग के सभी अधिकारी लगातार अपडेट ले रहे हैं।