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Omprakash Rajbhar: क्या ओमप्रकाश राजभर ने बता दिया संभल हिंसा का सच? देखें वीडियो
Omprakash Rajbhar: संभल हिंसा मामले पर ओमप्रकाश राजभर ने बड़ी बात कही है।
Omprakash Rajbhar: संभल हिंसा की जांच अभी चल रही है इस हिंसा को लेकर आरोप प्रत्यारोप का दौर भी जारी है। एक तरफ जहां सरकार के ऊपर गंभीर सवाल खड़े किए जा रहे हैं तो वहीं दूसरी तरफ उत्तर प्रदेश के कैबिनेट मंत्री ओमप्रकाश राजभर के बयान ने संभल हिंसा की नई कहानी बयां कर दी है। ओमप्रकाश राजभर ने संभाल हिंसा को कुंदरकी विधानसभा चुनाव से जोड़ते हुए कह दिया कि यह हिंसा भाजपा की जीत की वजह से हुई है।
वोट देने वालों और ना देने वालों के बीच पत्थरबाजी हुई : ओपी राजभर
पत्रकारों से बात करते हुए ओमप्रकाश राजभर ने कहा कि उनको भय इस बात का लग रहा है कि कुंदरकी में मुसलमान ने भाजपा को वोट क्यों दिया? इस बात को लेकर के कांग्रेस और सपा के लोग चिंतित हैं। उन्होंने कहा कि वहीं पर संभल में जो हिंसा हुई आखिर में वहां विवाद का कारण क्या है इसको जानने के लिए मैंने प्रिंट मीडिया को देखा, इलेक्ट्रॉनिक मीडिया को देखा, वहां प्रशासन से बात की और कई मुस्लिम नेताओं से भी मेरी बात हुई। उन्होंने कहा कि तो लोगों ने मुझे बताया कि जिन लोगों ने बड़े पैमाने पर बीजेपी को वोट दिया और जिन लोगों ने नहीं दिया, उन दोनों लोगों में आपस में लड़ाई हुई। वोट देने वाले और वोट न देने वालों के बीच में विवाद हुआ जिसके बाद पत्थरबाजी हुई, कुछ लोगों के पास कट्टा था उन्होंने कट्टा चलाया, उसमें घटनाएं हुई है।
हिंसा पर विपक्ष को सही बात बतानी चाहिए: ओपी राजभर
उन्होंने कहा कि अब विपक्ष के पास कोई मुद्दा नहीं है कि विपक्ष कुछ बोल सके। इसलिए इस घटना को वह हवा दे रहे हैं। अगर विपक्ष देश में एकता चाहता है, भाईचारा चाहता है, शांति चाहता है तो फिर सही बात को बताना चाहिए।
सपा सरकार में 815 दंगे हुए: ओपी राजभर
उन्होंने समाजवादी पार्टी पर निशाना साधते हुए कहा कि जब उनकी सरकार थी तो 815 दंगे हुए थे, तो उस समय वह भुतहा नहीं बने थे जहां-जहां दंगे हुए थे। वह भूल गए लगभग 1300 जन की हानि हुई थी और वह जिस कांग्रेस के साथ हैं उस कांग्रेस ने संविधान को नहीं माना है। इमरजेंसी लगाया, लाखों लोगों को जेल में डाल दिया। पत्रकारों को जेल में डाल दिया बोलने की इजाजत नहीं थी।
ओमप्रकाश राजभर के बयान में कितना दाम?
संभल के जिस जामा मस्जिद को लेकर विवाद खड़ा हुआ है उस जामा मस्जिद से कुंदरकी की दूरी 30 किलोमीटर की है। दोनों ही क्षेत्र की सीमाएं आपस में मिलती है लेकिन कुंदरकी एक विधानसभा क्षेत्र है जो की मुरादाबाद लोकसभा क्षेत्र के अंतर्गत आता है तो वहीं संभल खुद एक लोकसभा क्षेत्र है। कैबिनेट मंत्री ओमप्रकाश राजभर के बयान पर गौर किया जाए तो हिंसा के दिन आखिर कुंदरकी के मतदाता संभल जामा मस्जिद के पास क्या कर रहे थे? ओमप्रकाश राजभर के बयान ने कई नए सवाल खड़े कर दिए हैं।