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UP: ‘ईवीएम हटाओ बैलट लाओ’, सपा कार्यालय के बाहर लगा पोस्टर, अखिलेश कर चुके हैं मांग
UP: समाजवादी पार्टी ने आम चुनाव से पहले ईवीएम के खिलाफ लड़ाई तेज कर दी है। पार्टी कार्यालय के बाहर लगे पोस्टर में ईवीएम हटाकर फिर से बैलेट चुनाव व्यवस्था करने की मांग की गई है।
EVM Politics. पांच राज्यों के विधानसभा चुनाव नतीजे आने के बाद से इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन यानी ईवीएम विपक्षी नेताओं के निशाने पर है। नतीजों से पहले विपक्ष को ये अनुमान था कि इन राज्यों में केंद्र में सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी का बुरा हश्र होने वाला है, जिससे आगामी लोकसभा चुनाव की तैयारी में उन्हें मनोवैज्ञानिक बढ़त हासिल होगी। लेकिन जब नतीजे आए तो तेलंगाना को छोड़कर एमपी, राजस्थान और छत्तीसगढ़ में कांग्रेस को बड़ी हार का सामना करना पड़ा।
इन नतीजों के बाद सबसे पहले कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह ने ईवीएम के खिलाफ मोर्चा खोला। इसके बाद सपा सुप्रीमो अखिलेश यादव ने भी ईवीएम के बजाय बैलेट पेपर से चुनाव कराने की मांग कर डाली थी। समाजवादी पार्टी ने आम चुनाव से पहले इस लड़ाई को और तेज करने का मना चुकी है। राजधानी लखनऊ स्थित पार्टी दफ्तर के बाहर लगे विशाल ईवीएम विरोधी पोस्टर इसी ओर इशारा कर रहे हैं।
‘ईवीएम हटाओ बैलट लाओ’, सपा कार्यालय के बाहर लगा पोस्टर
समाजवादी पार्टी के लखनऊ दफ्तर के बाहर रात में एक पोस्टर लगाया गया, जिसमें ईवीएम हटाकर फिर से बैलेट चुनाव व्यवस्था करने की मांग की गई है। पोस्टर पर लिखा है - ‘ईवीएम हटाओ और देश बचाओ’, ‘ईवीएम हटाओ बैलट लाओ’ । समाजवादी युवजन सभा के पूर्व प्रदेश सचिव आशुतोष सिंह की ओर से लगाए गए इस पोस्टर में कहा गया कि अमेरिका की तरह भारत में भी बैलेट पेपर पर चुनाव हो।
अखिलेश यादव उठा चुके हैं मांग
समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव चुनाव नतीजे आने के बाद ये मांग उठा चुके हैं। उन्होंने कहा था कि जब अमेरिका और जापान जैसे विकसित देश ईवीएम की बजाय बैलेट पेपर से चुनाव करा सकते हैं तो हम क्यों नहीं। जब अमेरिका में एक महीने तक काउंटिंग चल सकती है तो फिर यहां इतनी जल्दी क्या है।
बीजेपी ने किया पलटवार
सपा की इस मांग पर भारतीय जनता पार्टी ने पलटवार किया है। बीजेपी ने कहा कि सपा 2024 की हार को पहले ही भांप चुकी है, इसलिए उनकी तरफ से ईवीएम को लेकर ऐसी बातें कही जा रही हैं। पार्टी का कहना है कि जब विपक्ष के पक्ष में नतीजे आते हैं तो ईवीएम में कोई गड़बड़ी नहीं दिखती है, जैसे ही उनकी हार होती है वे ईवीएम मशीन पर दोष मढ़ने लगते हैं।