Prabhu Jhingran : विरलतम रचना संसार, Fabrics और Paper Collage के नए प्रयोग

Prabhu Jhingran : प्रभु झिंगरन जो कि अपने करियर की शुरुआत में एक कार्टूनिस्ट रहे, एक जनसंपर्क अधिकारी रहे और इसके बाद दूरदर्शन में वरिष्ठ पदों पर महत्वपूर्ण जिम्मेदारियां निभाते हुए एडीजी भोपाल के पद से सेवानिवृत हुए।

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Published on: 26 July 2024 12:59 PM GMT
Prabhu Jhingran : विरलतम रचना संसार, Fabrics और Paper Collage के नए प्रयोग
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Prabhu Jhingran : मीडिया की दुनिया में विरलतम रचनात्मक प्रयोग से अलग पहचान बना चुके प्रभु झिंगरन का नाम किसी परिचय का मोहताज नहीं है। प्रभु झिंगरन जो कि अपने करियर की शुरुआत में एक कार्टूनिस्ट रहे, एक जनसंपर्क अधिकारी रहे और इसके बाद दूरदर्शन में वरिष्ठ पदों पर महत्वपूर्ण जिम्मेदारियां निभाते हुए एडीजी भोपाल के पद से सेवानिवृत हुए। प्रभु झिंगरन वर्तमान में लखनऊ में निवास कर रहे हैं और उन्होंने अपने को एक नए अंदाज में नए कलेवर में ढाला है, जिसमें वह एक चित्रकार की भूमिका में आ गए हैं। प्रस्तुत है प्रभु झिंगरन से हुई बातचीत के अंश और उनकी कुछ चुनिंदा पेंटिंग्स की झलक :

इलेक्ट्रॉनिक मीडिया के क्षेत्र में लगभग 41 वर्षों तक विरलतम रचनात्मक प्रयोग कर चुके अग्रज भाई प्रभु झिंगरन से अंतराल के बाद भेंट करना विस्मयकारी इसलिये लगा, क्योंकि यह मुलाकात एक उर्जावान' चित्रकार से भी थी। प्रभुजी इन दिनों पेंटिंग्स कर रहे हैं, उनके चित्रों का विषय प्रकृति, पेड़-पौधे पक्षी और मछलियां आदि हैं। इन चित्रों में कल्पनाशीलता की अद्भुत उड़ान देखने को तो मिलती ही है, साथ-साथ प्रयोगधर्मिता की सतत ताजगी भी। उनके चित्रों का माध्यम मिक्समीडिया, कपड़े की कतरनों और अखबारी कागज का कोलाज उन्हें भीड़ से अलग करता है। इन कृतियों में तकनीकी जटिलताओं की जगह एक सादगी और ताजापन है। हमेशा कुछ नया करते रहने की कोशिश का सहज एहसास ये मुख्यत, जलरंग कृतियाँ हैं। जिन्हें देखना- एक सुखद अनुभूति है।


मेरा बेडरूम ही मेरा स्टूडियो

शांत प्रभुजी कुरेदने पर अपनी कलायात्रा के बारे में बताते हैं - कॉलेज के दिनों में पॉकेट मनी के लिए बनारस में साड़ियों की डिजाइन बूटा और किनारी बनाता था, कार्टून और बुक कवर-भी- सैकड़ों बनाये। फिर नौकरी में काफी कुछ छूट गया, वर्ष 2011-12 में भोपाल प्रवास के दौरान खूब चित्र बनाये। अब फिर यह सिलसिला शुरु हुआ है, मेरा बेडरूम ही मेरा स्टूडियो है। समय कब बीत जाता है, पता ही नहीं चलता। कुछ महीनों में छोटी बड़ी लगभग-80 पेंटिंग्स हो गई हैं। आगे की योजनाओं के बारे में प्रभु बताते हैं कि अक्टूबर में भोपाल के एक मित्र इन चित्रों की प्रदर्शनी लगाना चाहते हैं। फ्रांस की एक आर्ट गैलरी ने कुछ पेटिंग्स खरीदने-का-प्रस्ताव भेजा है। कुछ चित्र मित्रों को- भेंट कर दिये, कुछ कमीने दोस्त उठाकर ले गये। हालांकि, यह मुश्किल काम है, फिर भी प्रभुजी के संग्रह से 10-12 चित्र यहां साझा कर रहा हूं। मौका लगे तो शयन कक्ष में- आड़े तिरछे पड़ी इन पेंटिंग्स को आप भी देख आइये! प्रभु जी से 9415408419 पर संपर्क भी किया जा सकता है।

Rajnish Verma

Rajnish Verma

Content Writer

वर्तमान में न्यूज ट्रैक के साथ सफर जारी है। बाबा साहेब भीमराव अम्बेडकर विश्वविद्यालय से पत्रकारिता की पढ़ाई पूरी की। मैने अपने पत्रकारिता सफर की शुरुआत इंडिया एलाइव मैगजीन के साथ की। इसके बाद अमृत प्रभात, कैनविज टाइम्स, श्री टाइम्स अखबार में कई साल अपनी सेवाएं दी। इसके बाद न्यूज टाइम्स वेब पोर्टल, पाक्षिक मैगजीन के साथ सफर जारी रहा। विद्या भारती प्रचार विभाग के लिए मीडिया कोआर्डीनेटर के रूप में लगभग तीन साल सेवाएं दीं। पत्रकारिता में लगभग 12 साल का अनुभव है। राजनीति, क्राइम, हेल्थ और समाज से जुड़े मुद्दों पर खास दिलचस्पी है।

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