UP Budget 2024: आध्यात्मिक पर्यटन को मिलेगा बढ़ावा, संस्कृति संवर्धन से गतिशील होगी अर्थव्यवस्था

UP Budget 2024: अर्थशास्त्री और नवयुग कन्या महाविद्यालय की प्राचार्या प्रो. मंजुला उपाध्याय ने यूपी आम बजट पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि संस्कृति संवर्धन और धार्मिक पर्यटन के माध्यम से प्रदेश की अर्थव्यवस्था को गतिशील करने लिए आम बजट में फंड आवंटित किए गए हैं।

Abhishek Mishra
Published on: 5 Feb 2024 5:16 PM GMT
Pro. Manjula Upadhyay said - Culture promotion will make the economy dynamic, spiritual tourism will get a boost
X

प्रो. मंजुला उपाध्याय ने कहा- संस्कृति संवर्धन से गतिशील होगी अर्थव्यवस्था, आध्यात्मिक पर्यटन को मिलेगा बढ़ावा: Photo- Newstrack

UP Budget 2024: उत्तर प्रदेश सरकार के वित्त मंत्री सुरेश कुमार खन्ना ने सोमवार को यूपी का आम बजट पेश कर दिया। अर्थशास्त्री और नवयुग कन्या महाविद्यालय की प्राचार्या प्रो. मंजुला उपाध्याय ने यूपी आम बजट पर प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने कहा कि संस्कृति संवर्धन और धार्मिक पर्यटन के माध्यम से प्रदेश की अर्थव्यवस्था को गतिशील करने लिए आम बजट में फंड आवंटित किए गए हैं।

महाकुंभ के लिए 100 करोड़ का बजट

नवयुग कन्या महाविद्यालय की प्राचार्या और अर्थशास्त्री प्रो. मंजुला उपाध्याय ने कहा कि बजट में महाकुंभ 2025 के लिए 100 करोड़, अंतरराष्ट्रीय रामायण और वैदिक शोध संस्थान के लिए 10 करोड़ और निषादराज गुहा सांस्कृतिक केंद्र श्रृंगबेरपुर स्थापना के लिए 14.68 करोड़ रुपये प्रस्तावित हैं। आम बजट में आजमगढ़ के हरिहरपुर में संगीत महाविद्यालय की स्थापना के लिए 11.79 करोड़ रुपये और चित्रकूट में महर्षि वाल्मीकि सांस्कृतिक केंद्र के लिए 10.53 करोड़ रुपये प्रस्तावित हैं। उन्होंने कहा कि यूपी सरकार पर्यटन के माध्यम से आर्थिक गति प्रदान करने के लिए अयोध्या, वाराणसी, चित्रकूट, विंध्याचल, प्रयागराज, गोरखपुर, मथुरा जैसे कई पर्यटन स्थलों का विकास और सौन्दर्यीकरण का कार्य करवा रही है।

बजट से पर्यटन को मिलेगा बढ़ावा

प्रो. मंजुला उपाध्याय के मुताबिक प्रदेश में 2023 जनवरी से अक्टूबर तक 37 करोड़ 90 लाख पर्यटक आए थे। जिसमें भारतीय पर्यटक लगभग 37 करोड़ 77 लाख और विदेशी पर्यटक 13 लाख 43 हजार थे। इससे हम अनुमान लगा सकते हैं कि मुद्रा का चलन बढ़ा है। साथ ही विदेशी मुद्रा प्रवाह विदेशी पर्यटकों के द्वारा बढ़ गया है। उन्होंने कहा कि पर्यटन एक बड़ा सेवा उद्योग है इससे स्थानीय उत्पादों के उत्पादन एवं ब्रांडिंग को बढ़ावा मिलता है।

काशी विश्वनाथ, अयोध्या, मथुरा, वृंदावन, नैमिषारण्य जैसे अनेक महत्वपूर्ण धार्मिक स्थलों के तीर्थ पर्यटन के लिए बजट में प्रावधान करना सिर्फ सांस्कृतिक आध्यात्मिक दृष्टि ही नहीं है। बल्कि इससे क्षेत्र को रोजगार और शिक्षा में भी लाभ पहुंचेगा। प्रोफेसर मंजुला उपाध्याय ने कहा कि बजट 2024 में संस्कृति संवर्धन और आध्यात्मिक पर्यटन को बढ़ावा दिया गया है। साथ ही सरकार ने बजट में धनराशि आवंटित कर रोजगार, अवस्थापना, शिक्षा, स्वास्थ्य, लोकल उद्योग जैसे क्षेत्रों में को सकारात्मक दिशा दी है।

Shashi kant gautam

Shashi kant gautam

Next Story