Lucknow News : रेलवे बोर्ड ने लखनऊ डिविजन के आठ स्टेशनों के नाम बदले, जायस स्टेशन अब गुरू गोरखनाथ धाम होगा

Lucknow News : भारतीय रेलवे बोर्ड ने लखनऊ डिविजन के आठ स्टेशनों के नामों को बदल दिया गया है।

Rajnish Verma
Published on: 27 Aug 2024 5:27 PM GMT (Updated on: 27 Aug 2024 5:33 PM GMT)
Lucknow News : रेलवे बोर्ड ने लखनऊ डिविजन के आठ स्टेशनों के नाम बदले, जायस स्टेशन अब गुरू गोरखनाथ धाम होगा
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सांकेतिक तस्वीर (Pic - Social Media)

Lucknow News : भारतीय रेलवे बोर्ड ने लखनऊ डिविजन के आठ स्टेशनों के नामों को बदल दिया गया है। इसे लेकर डिप्टी चीफ कामर्शियल मैनेजर हरिमोहन की ओर से एक सर्कुलर जारी कर दिया है। रेलवे बोर्ड ने जिन स्टेशनों के नाम को बदला है, उनमें कासिमपुर हाल्ट, जायस, मिश्रौली, बानी, निहालगढ़, अकबरगंज, वारिसगंज और फुर्सतगंज शामिल हैं। बता दें कि बीते दिनों इन स्टेशनों का नाम बदलने को लेकर प्रस्ताव दिया गया था, जिस पर अब मुहर लग गई है।

रेलवे बोर्ड ने लखनऊ डिविजन के जिन आठ स्टेशनों के नाम बदले गए हैं, उनमें कासिमपुर हाल्ट का नाम बदल दिया है, जिसे अब जायस सिटी स्टेशन के नाम से जाना जाएगा। वहीं, जायस का नाम बदलकर गुरु गोरखनाथ धाम कर दिया गया है। इसी तरह मिसरौली स्टेशन का नाम बदलकर मां कालिका धाम कर दिया गया है। अब बानी स्टेशन का नाम स्वामी परमहंस और निहालगढ़ स्टेशन का नाम बदलकर महाराजा बिजली पासी हो गया है। वहीं, अकबरगंज स्टेशन का नाम बदलकर मां अहोरवा भवानी धाम, वजीरगंज हाल्ट का नाम बदलकर अमर शहीद भाले सुल्तान और फुरसतगंज का नाम बदलकर तपेश्वरनाथ धाम कर दिया गया है।

इस स्टेशन के नाम को भी परिवर्तित करने की मांग

वहीं, लखनऊ के आलमनगर का स्टेशन का नाम बदलने के लिए भी कई बार मांग उठ चुकी है। बुद्धेश्वर सेवा समिति ने केंद्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह से मिलकर आलमनगर रेलवे स्टेशन का नाम बदलकर बुद्धेश्वर धाम करने की मांग की थी, लेकिन अभी यह मामला ठंडे बस्ते में पड़ा हुआ है। हालांकि कहा जा रहा है आलमनगर रेलवे स्टेशन का भी नाम जल्द ही परिवर्तित हो जाएगा।

रेलवे स्टेशनों के सिर्फ़ ‘नाम’ नहीं, हालात भी बदलें : अखिलेश

समाजवादी पार्टी के मुखिया एवं पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने रेलवे स्टेशनों का नाम बदलने को लेकर बीजेपी सरकार पर तंज कसा है। उन्होंने सोशल मीडिया एक्स पर एक पोस्ट करते हुए लिखा, भाजपा सरकार से आग्रह है कि रेलवे स्टेशनों के सिर्फ़ ‘नाम’ नहीं, हालात भी बदलें। … और जब नाम बदलने से फ़ुरसत मिल जाएं तो रिकार्ड कायम करते रेल-एक्सीडेंट्स के हादसों के रोकथाम के लिए भी कुछ समय निकालकर विचार करें।


Rajnish Verma

Rajnish Verma

Content Writer

वर्तमान में न्यूज ट्रैक के साथ सफर जारी है। बाबा साहेब भीमराव अम्बेडकर विश्वविद्यालय से पत्रकारिता की पढ़ाई पूरी की। मैने अपने पत्रकारिता सफर की शुरुआत इंडिया एलाइव मैगजीन के साथ की। इसके बाद अमृत प्रभात, कैनविज टाइम्स, श्री टाइम्स अखबार में कई साल अपनी सेवाएं दी। इसके बाद न्यूज टाइम्स वेब पोर्टल, पाक्षिक मैगजीन के साथ सफर जारी रहा। विद्या भारती प्रचार विभाग के लिए मीडिया कोआर्डीनेटर के रूप में लगभग तीन साल सेवाएं दीं। पत्रकारिता में लगभग 12 साल का अनुभव है। राजनीति, क्राइम, हेल्थ और समाज से जुड़े मुद्दों पर खास दिलचस्पी है।

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