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Lucknow News: KGMU में उपचार कराने आ रहे मरीजों के लिए राहत, ऑर्थोपेडिक विभाग में बढ़ेंगे 120 बेड

KGMU: बेड विस्तार में बाल चिकित्सा ऑर्थोपेडिक्स के लिए 60 बेड और खेल इंजरी ऑर्थोपेडिक्स के लिए 60 बिस्तर शामिल हैं। जानकारी के मुताबिक इन बिस्तरों को पुनर्वास और कृत्रिम अंग केंद्र (आरएएलसी) भवन से सटे पास के ब्लॉक में जोड़ा जाएगा।

Abhishek Mishra
Published on: 24 May 2024 2:45 AM GMT (Updated on: 24 May 2024 2:35 AM GMT)
Lucknow News: KGMU में उपचार कराने आ रहे मरीजों के लिए राहत, ऑर्थोपेडिक विभाग में बढ़ेंगे 120 बेड
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Lucknow News: किंग जॉर्ज मेडिकल यूनिवर्सिटी के ऑर्थोपेडिक विभाग में इलाज के लिए आ रहे मरीजों को अब बेड खाली होने का इंतजार नहीं करना होगा। विभाग ने 120 नए बिस्तर बढ़ाने का फैसला लिया है। अभी तक बेड की संख्या कम होने के कारण मरीजों को उपचार के लिए लंबा इंतजार करना पड़ता था। लेकिन बेड जोड़े जाने से मरीजों को काफी लाभ होगा।

ऑर्थोपेडिक विभाग में जोड़े जाएंगे 120 बेड

केजीएमयू की ओर से अपने ऑर्थोपेडिक सर्जरी विभाग में 120 नए बिस्तर जोड़ने की घोषणा की गई है। लोकसभा चुनावों के बाद विस्तार शुरू होगा। अब विभाग में कुल बिस्तरों की संख्या 280 हो जाएगी। जिससे यह किसी भी अस्पताल में अपनी तरह की सबसे बड़ी सुविधा बन जाएगी। हड्डी से संबंधित समस्याओं से पीड़ित मरीजों को इलाज के लिए कम प्रतीक्षा करनी होगी। उनकी देखभाल करने में भी काफी आसानी होगी। मौजूदा समय में ऑर्थोपेडिक सर्जरी विभाग में 160 बिस्तर हैं। अक्सर यह बेड भरे पाए जाते हैं। जिससे मरीजों को इलाज के लिए लंबा इंतजार करना पड़ता है।

मरीजों को जल्द मिल सकेगा उपचार

विभाग में बिस्तरों की संख्या बढ़ने से अधिक रोगियों को तुरंत समायोजित किया जा सकेगा। जिससे जल्द और अधिक कुशल चिकित्सा देखभाल की अनुमति मिलती है। इस विस्तार में बाल चिकित्सा ऑर्थोपेडिक्स के लिए 60 बेड और खेल इंजरी ऑर्थोपेडिक्स के लिए 60 बिस्तर शामिल हैं। जानकारी के मुताबिक इन बिस्तरों को पुनर्वास और कृत्रिम अंग केंद्र (आरएएलसी) भवन से सटे पास के ब्लॉक में जोड़ा जाएगा। नए बेड से मरीजों को अधिक इंतजार नहीं करना होगा। उन्हें जल्द से जल्द उपचार मिल सकेगा।

संचालन में कोई समस्या नहीं होगी

केजीएमयू की कुलपति प्रोफेसर सोनिया नित्यानंद और ऑर्थोपेडिक सर्जरी विभाग के प्रमुख प्रोफेसर आशीष कुमार ने जोर देकर कहा कि एमआरआई और सीटी स्कैन सुविधाओं के जुड़ने से नैदानिक क्षमताओं में और वृद्धि होगी। डॉ. आशीष ने कहा अगले दो महीनों में आठ और संकाय सदस्य शामिल हो जाएंगे। नई नर्सों की भर्ती पहले ही हो चुकी है। इसलिए इन बिस्तरों के संचालन में कोई समस्या नहीं होगी। ये सुधार एक ही छत के नीचे देखभाल सुनिश्चित करेंगे। जिससे रोगियों को उन्नत इमेजिंग सेवाओं के लिए विभिन्न स्थानों पर जाने की आवश्यकता नहीं पड़ेगी।



Abhishek Mishra

Abhishek Mishra

Correspondent

मेरा नाम अभिषेक मिश्रा है। मैं लखनऊ विश्वविद्यालय से पत्रकारिता में पोस्ट ग्रेजुएट हूं। मैंने हिंदुस्तान हिंदी अखबार में एक साल तक कंटेंट क्रिएशन के लिए इंटर्नशिप की है। इसके साथ मैं ब्लॉगर नेटवर्किंग साइट पर भी ब्लॉग्स लिखता हूं।

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