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Lucknow Crime: खुद को समीक्षा अधिकारी और पूर्व विस अध्यक्ष का रिश्तेदार बताकर ठगे ₹40 लाख, सचिवालय में टेंडर दिलाने का दिया झांसा
Lucknow Crime: राजू गुप्ता अपने साले के साथ मिलकर लकड़ी के काम की ठेकेदारी करता है। उसके मुताबिक, महानगर के गोल मार्केट में स्थित चाय की दुकान पर समीक्षा अधिकारी प्रवेश कुमार मिश्रा का उठना-बैठना था।
Lucknow Crime: विधानसभा सचिवालय के पुस्तकालय में समीक्षा अधिकारी के पद पर तैनात प्रवेश कुमार मिश्रा के खिलाफ लखनऊ के महानगर निवासी राजू गुप्ता ने लकड़ी का टेंडर दिलाने के नाम पर 40 लाख ठगी का मुकदमा दर्ज कराया है। पीड़ित ने बताया कि आरोपित सिद्धार्थनगर के इटवा का रहने वाला है। वह खुद को विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष और पूर्व विधानसभा अध्यक्ष का रिश्तेदार बताता था। अपनी ऊंची पहुँच का झांसा देकर आरोपी ने पीड़ित से ठगी को अंजाम दिया। पीड़ित को जब टेंडर नहीं मिला तो उसने रकम वापस मांगी। आरोपी उसे बार-टरकाता रहा। इसके बाद पीड़ित ने केस दर्ज कराया है। पुलिस मामले की जाँच में जुटी है।
यह था पूरा मामला
प्राप्त जानकारी के अनुसार, राजू गुप्ता अपने साले के साथ मिलकर लकड़ी के काम की ठेकेदारी करता है। उसके मुताबिक, महानगर के गोल मार्केट में स्थित चाय की दुकान पर समीक्षा अधिकारी प्रवेश कुमार मिश्रा का उठना-बैठना था। उन्होंने नेता विपक्षीदल को अपना रिश्तेदार और उपसचिव, अधिष्ठान अनुभाग-2 विधानसभा सचिवालय उप्र से घरेलू संबंध बताया। आरोपी ने कहा कि उसका साला वीरू चाहे तो वह विधानसभा के पुस्तकालय में करोड़ों का लकड़ी के काम का ठेका दिला सकता है। उसने विधानसभा पुस्तकालय में 5 करोड़ की लकड़ी के काम का ठेका दिलाने की बात कही और उसमें बतौर कमीशन 50 लाख रुपये मांगे।
विभिन्न माध्यमों से ली रकम
झांसे में आकर पीड़ित और उसके साले वीरू ने प्रवेश कुमार मिश्रा को आरटीजीएस, एनईएफटी, मोबाइल बैंकिंग और नकदी मिलाकर कुल चालीस लाख रूपये दिये। कुछ दिनों बाद जानकारी हुई की विधानसभा पुस्तकालय में ऐसा कोई टेंडर नहीं था। प्रवेश कुमार मिश्रा ने टेंडर के फर्जी दस्तावेज दिखाकर चालीस लाख रूपये धोखाधड़ी करके ठग लिये है। पीड़ितों ने कहा कि इसके बाद हम लोगों ने प्रवेश कुमार मिश्रा से एडवांस की रकम वापस मांगी तो कुछ दिनों में लौटाने की बात कही। हालाँकि, आरोपी ने इसके बावजूद पैसे वापस नहीं किए। आरोप है कि प्रवेश ने रुपये देने की जगह गाली गलौच और मारपीट करते हुए झूठे मुकदमे में फंसाने की बात भी कही। पीड़ित की शिकायत के आधार पर मुकदमा दर्ज कर पुलिस पूरे मामले की जाँच में जुट गई है।