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Lucknow News : 'अमर सिंह जी का जीवन प्रेरणादायी था', श्रद्धांजली सभा में बाेले आरएसएस के प्रचारक प्रमुख स्वान्त रंजन
Lucknow News : अमर सिंह से प्रेरणा लेकर हम सबका दायित्व है कि देश धर्म और संस्कृति के उत्थान हेतु कार्य करते रहें, यही उनके प्रति सच्ची श्रद्धांजलि होगी।
Lucknow News : अमर सिंह जी का जीवन प्रेरणादायी था। वो ध्येय के तरफ सदैव आगे बढ़ते रहे। संघ के कार्य का आधार शुद्ध सात्विक प्रेम है, जिसे डॉ. अमर सिंह ने अपने जीवन में उतार लिया था। उक्त बातें महामना मालवीय इंटर कालेज, गोमतीनगर में आयोजित राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के पूर्व प्रचारक स्व. अमर सिंह की श्रद्धांजली सभा में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के अखिल भारतीय प्रचारक प्रमुख स्वान्त रंजन ने कहीं।
उन्होंने आगे कहा कि अमर सिंह से प्रेरणा लेकर हम सबका दायित्व है कि देश धर्म और संस्कृति के उत्थान हेतु कार्य करते रहें, यही उनके प्रति सच्ची श्रद्धांजलि होगी। विदित हो कि डॉ. अमर सिंह संघ के पूर्व में लखनऊ, प्रयाग, रायबरेली में विभाग प्रचारक रहे थे। अमर सिंह ने अपना पूरा जीवन समाज को अर्पित कर दिया था। इनके माता-पिता मात्र 5 वर्ष की आयु में स्वर्गवासी हो गए थे। इनका लालन- पालन भी बड़ी बहन के घर पर हुआ था, जो मैनपुरी में रहती थी। उनकी शिक्षा को आगे बढ़ाने में प्रमुख रूप से फर्रुखाबाद और इटावा के जिला प्रचारक रामफल जी का योगदान रहा। डॉ. अमर सिंह का देहावसान 1 दिसंबर 2024 को पीजीआई लखनऊ में मात्र 57 वर्ष की आयु में हुआ था। इतनी कम आयु में ही आप समाज पर अमिट छाप छोड़कर गए हैं।
श्रद्धांजलि सभा में संघ के सह प्रान्त कार्यवाह संजय जी, सह संघचालक सुनीत खरे, विभाग कार्यवाह अमितेश जी, क्षेत्र कार्यकारणी के डॉ. हरमेश चौहान, अधिवक्ता जय कृष्ण सिन्हा, तेजभान, सेविका समिति की प्रान्त कार्यवाहिका यशोधरा, भाजपा के प्रदेश उपाध्यक्ष एवं विधान परिषद के सदस्य संतोष सिंह, प्रदेश मंत्री शिव भूषण सिंह, विनोद कुमार, दिनेश सिंह, दिलीप लोधी, सर्वेश सिंह, धीरज भारद्वाज, प्रो. विजय कर्ण, डॉ. सुमित रूंगटा, डॉ. संजय शुक्ल, सरदार मंजीत सिंह, अशोक गुप्ता, अरविंद शुक्ला, ग्राहक पंचायत के डॉ. सत्येंद्र मिश्रा, संजय रस्तोगी, प्रवीण त्रिपाठी, अरुण तिवारी, लवली सिंह, अमरेंद्र सिंह दीपू, महेंद्र सिंह, संजय सिंह सहित सैकडों लोगो ने अमर सिंह जी को अपनी भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित किया। कार्यक्रम का संचालन डॉ. हरनाम सिंह एवं कैप्टन सुभाष ओझा ने किया।